खतरनाक शाबर मंत्र :
रोग हमारे लिए एक काल है जिसके कारण हमारे जीवन जीना बहुत ही कठिन हो जाता हैं। छोटे बड़े बीमारी से छुटकारा पाने के लिए हम कहां नहीं जाते हैं । वैद्य , डॉक्टर के पास इसके लिए बहुत पैसा खर्चा भी कर देते हैं परंतु ठीक नहीं होता है। कुछ खतरनाक बीमारी के कारण हमारे आर्थिक का भी हानि होता है । मित्रों आज के बाद परेशान होने की जरूरत नहीं और कहीं भी इस बीमारी के लिए भटकने भी जरूरत नहीं है । बस जो उपाय हमें करना चाहिए आज मैं आपको बताएंगे । आप समझ गए होंगे कि मैं किस बारे में बात करने जा रहा हूं । हां मित्रों हमारे मनुष्य जीवन में सरल जिंदगी जीने के लिए कुछ ऐसा तरीका अपनाना चाहिए जिसे छोटे-मोटे बीमारी यह गंभीर बीमारी से हम लोग दूर रह सकें ।
दुनिया में बहुत से ऐसे लोग हैं जो नशा ग्रस्त नहीं है फिर भी उन्हें गंभीर रोगों से परेशान होना पड़ता है । ऐसा क्यों होता है नशा न करने पर भी उन्हें गंभीर बीमारी होते हैं । दरअसल सबको उसका कारण पता नहीं होता है और जो चीज पता नहीं होता वह चीज जानने के लिए हमें परमात्मा की ज्ञान प्राप्त करना पड़ता है । जिसके जरिए ऐसे गंभीर बीमारियों से छुटकारा हम लोग पा सकते हैं ।
ज्ञानी पुरुष कहते हैं कि जो लोग नासा ग्रस्त नहीं है और फिर भी रोगों से परेशान है तो ऐसे माना जाता है कि उनके कर्म का फल है । ऐसी बातें सुनने के बाद हमारे मन में दुख तो जरूर होगा । लेकिन हकीकत क्या है ? अगर हकीकत यही है कि हमारे कर्म के दोष के कारण रोगों से परेशान हैं तो क्यों ना हम ईश्वर की शरण में आ जाए ।
कुछ कर्म हमारे इस जन्म के होते हैं तो पिछले जन्म का भी हो सकता है जिससे हमें जानकारी नहीं है । अगर हमारे पिछले जन्म के बुरे कर्म के लिए हम रोगों से जूझ रहे हैं तो उससे छुटकारा पाने के लिए ईश्वर की शरण लेना हमारे लिए अनिवार्य होता है । ईश्वर के शरण में होने से आने वाले दिन में जो भी बुरे कर्म का फल होगा वह सब खत्म हो जाएगा ।इसलिए हम मनुष्य को परमात्मा की नाम लेना चाहिए ताकि जो भी हमारे जीवन में गंभीर बीमारी आए उससे छुटकारा मिले ।
हमारे मन में भक्ति और विश्वास होना चाहिए । आप जो भी छोटे बड़े रोगों से जूझ रहे हैं आसानी से छुटकारा पा सकते हैं ।
तो चलिए जानते हैं सर्व रोग नाशक साबर मंत्र कैसे करेंगे
मंत्र
|| वन में बैठी वानरी ! अंजनी जायो हनुमन्त ! बाल डमरू ब्याही बिलाई ! आँख कि पीड़ा ! मस्तक कि पीड़ा ! चौरासी बाई ! बलि बलि भस्म हो जाय ! पके न फूटे ! पीड़ा करें तो गोरखयती रक्षा करें ! गुरु कि शक्ति ! मेरी भक्ति ! फुरे मंत्र ईश्वरो वाचा ||
इस मंत्र का हर मंगलवार के दिन बजरंगबली मंदिर में जाकर 108 बार जाप करना चाहिए । 108 बार जप करने के बाद ए मंत्र सिद्ध हो जाता है । आप हर रोज घर में भी बजरंगबली हनुमान की तस्वीर सामने रख कर जाप कर सकते हैं, लेकिन शुद्ध शरीर में ही करना चाहिए । अगरबत्ती जला के और दीप जलाकर इस मंत्रों का जप करना चाहिए आपके छोटे मोटे सर्वरोग दूर हो जाएगा ।
तो मित्र यह था मेरा छोटा सा जानकारी आपके लिए मैं आशा करता हूं कि इस जानकारी से आपको पसंद आया होगा पूरे पोस्ट को पढ़ने के लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद आपका दिन शुभ हो ।