मनुष्य के जन्म लेने का उद्देश्य क्या है ? जानिए

  



हेलो मित्र नमस्कार मैं फिर से आपके लिए बेहतरीन जानकारी लेकर आया हूं । और यह जानकारी आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होगी । हम मनुष्य के जन्म किस उद्देश्य से हुआ है ? यदि ऐसा प्रश्न है तो इसका उत्तर भी जरूर होगा तो आइए जानते हैं । 

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परम पिता ब्रह्मा देव आत्मा के जन्म देते हैं आत्मा  और परमात्मा के बीच गहरा रिश्ता है जिसे कोई अलग कर नहीं सकते हैं । हम मनुष्य एक आत्मा है और हम परमात्मा के साया में बिताते हैं जिसके कारण हमारे जीवन चलती है।

परमात्मा के बिना हम मनुष्य जी नहीं सकते ,उनके बिना हम कहीं चलने सकते हैं यह सारे जीवन सिर्फ उन्हीं के कारण से चल फिरते हैं ।

परमात्मा हर आत्मा को एक शुद्ध परमात्मा बनने के लिए मौका देते हैं जहां उनके कर्म से ही बन सकता है और अपना कर्म जैसे करेंगे वैसे आपके आत्मा पर प्रभाव पढ़ेंगे । इसलिए हम आत्मा मनुष्य के रूप में जन्म लेते हैं . ईश्वर ने यही सोच के इंसान के रूप दिया ताकि ईश्वर को प्राप्त कर सके और अपने आप को शुद्ध एक परमात्मा बन सके । ईश्वर मनुष्य को बुद्धि इसलिए दिया है ताकि वह गलत और सही रास्ता समझ सके । 


तो जानते हैं मनुष्य के जन्म किस उद्देश्य के लिए हुआ है ।


हम परमात्मा के बंदे हैं और उन्हीं के शरण में हम सभी जी रहे हैं । हमारे कर्म एक ही है दूसरे के लिए जीना , दूसरे के लिए मुस्कुराहट करवाना , और परमात्मा को सेवा करना ।

अपने माता-पिता और अपने गुरुजनों को सेवा करना ।

जो मनुष्य अपने अस्तित्व को भूल जाते हैं वह कभी भी परमात्मा से नहीं मिल सकते हैं ।  जो मनुष्य अपने आपको जान नहीं पाएंगे वह कभी भी  अपने माता-पिता को भक्ति नहीं कर सकते हैं । मनुष्य का जन्म इसलिए नहीं हुआ है कि आप खाओ पियो कर्म करो । कर्म के साथ-साथ और भी बहुत कुछ है जो मनुष्य के लिए करना चाहिए ।

मनुष्य के लिए कर्म ही मेन भूमिका होता है कर्म करेंगे तो आप अपने पेट भर पाएंगे परंतु कर्म के साथ-साथ आपको धर्म भी करना चाहिए । जो मनुष्य कर्म के साथ-साथ धर्म करते हैं उन्हें परमात्मा से दर्शन होती हैं । 

परमहंस रामकृष्ण देव कहा कि भगवान को पाने के लिए खुद को भगवान बनना पड़ता है । इसलिए हर मनुष्य का सही कर्म और सही धर्म रखना चाहिए ताकि परमात्मा के दर्शन हो सके । जो मनुष्य परमात्मा के दर्शन कर लिया उनके लिए मनुष्य जन्म बहुत पूर्ण मना गया है ।

आप मनुष्य हैं आपको ईश्वर ने इतना ज्ञान दिया है कि आप कुछ भी कर सकते हैं इसलिए ऐसा कर्म करें और ऐसा ईश्वर को पाने के लिए प्रयास करें ताकि आपके मनुष्य जीवन धन्य हो जाए ।  

मनुष्य का कर्म यही है कि आपने संसार धर्म निष्ठा से पालन करें , अपने गुरुजनों को सेवा करें, माता पिता की सेवा करें  यह है मनुष्य के सबसे बड़ा महान कार्य ऐसे करने से परमात्मा से जल्द ही आप मिल सकते हैं ।


 मनुष्य एक ऐसा प्राणी है जिसके दिमाग तेज बुद्धि में भरा हुआ है जहां परमात्मा को किसी भी प्रकार से दर्शन कर सकते हैं । परमात्मा को दर्शन करने के लिए क्या करें यह भी बुद्धि लगा सकते हैं मगर दूसरा प्राणी नहीं लगा सकते हैं। इसी उद्देश्य से हमारे मनुष्य के जन्म हुआ है । आप परमात्मा को पहचाने और उनके दर्शन करिए और फिर अपने आत्मा को एक शुद्ध परमात्मा मैं बदलने के लिए प्रयास करें ।


मनुष्य के जन्म का उद्देश्य यही है कि ईश्वर कौन है उसे पहचानना बहुत जरूरी है। पृथ्वी लोक में कई सारे परमात्मा लोग आए हुए थे उन्होंने चमत्कार भी दिखाया है । परमात्मा लोग धर्म का स्थापन किया और अधर्म का नाश किया । ऐसे काम करना आप का भी फर्ज है किंतु कैसे करेंगे ? उसके लिए धर्म ,भक्ति और श्रद्धा चाहिए अपने आत्मा को परमात्मा मैं बदलने के लिए प्रयास करना होगा तब आप भी कर सकते हैं चमत्कार । 


 तो मित्रो यह था मेरे छोटा सा जानकारी यदि हमारे इस जानकारी से आपको अच्छा लगे तो कमेंट करके जरूर बताइए तब तक के लिए स्वस्थ रहिए सुरक्षित रहिए आपका दिन शुभ मंगलमय हो 🙏

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