Roza Rakhne Ki Dua In Hindi: रोजा सफल करने के लिए ऐसे पड़े दुआ

bholanath biswas
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roza rakhne ki dua in hindi


Roza Rakhne Ki Dua In Hindi :

रोजा रखने की दुआ कैसे करें जानिए हमारे साथ मित्र नमस्कार हमारे वेबसाइट में आपका स्वागत है । वैसे रोजा रखना हमारे शरीर के लिए बहुत ही अच्छा है । क्योंकि रोजा रखने से शरीर में कुछ छोटे-मोटे बीमारियों से छुटकारा पाने की सहायता मिलती है जो इसके विषय में अधिकांश लोगों को पता नहीं है ।


रोजा एक इस्लामिक भाषा है जिसे आप हिंदी भाषा में उपवास कहते हैं । वैसे तो हिंदुस्तान में प्राचीन काल से ही सबसे उपवास करना ज्यादा प्रचलन है और लोग करते भी आ रहे हैं । हिंदुस्तान में सबसे ज्यादा हिंदू धर्म में उपवास रखते हैं वह भी महीने में एक से दो बार तो कर ही लेते हैं । उपवास रखने से मानसिकताओं ग्रस्त से बचाता है और शारीरिक परिस्थिति भी ठीक रखते हैं । हिंदुस्तान में जो भी मुस्लिम समुदाय के लोग हैं साल में एक बार रोजा रखते हैं और अपने ईश्वर की स्मरण में रहते हैं । 

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वैज्ञानिक के अनुसार हर इंसान को सिर्फ महीना में नहीं कम से कम साल में तो एक बार रोजा रखना चाहिए । क्यों रोजा रखने से बहुत कुछ फायदे मिलती है । 

जो व्यक्ति रोजा रखते हैं वह तो सिर्फ अपने के लिए नहीं दूसरे के लिए भी रोजा रखते । अगर परिवार के एक सदस्य रोजा रखते हैं तो पूरे परिवार की कल्याण होता है उनके जितने पुण्य कर्म होता है सभी अपने परिवार में बाटा जाता है  जिसके कारण दूसरे के लिए भी मंगल होता है । 


बात तो यह है कि जो व्यक्ति रोजा रखते हैं उस समय अल्लाह की स्मरण करते हैं और दूसरे की भी भलाई सोचते हैं जिसका परिणाम उसी के जरिए अच्छा फल देता है । इस्लाम के अनुसार जो व्यक्ति रोजा नहीं रखते हैं वह पापी का भागीदार बनता है जो भी साल भर के कमाई कमाते हैं वह सब बेकार में जाता है । इसलिए रोजा रखना इस्लाम धर्म में सबसे महत्व दिया गया है । रोजा रखने वाले को अल्लाह की ओर से हिफाजत मिलती है और तो और बुरे कर्म करने से भी बचाता है जिसका फल अच्छा मिलता है । 


रोजा रखते समय कुछ नियमों का पालन करना चाहिए अगर इन नियमों को पालन नहीं करेंगे तो रोजा रखने का कोई मतलब नहीं रहेंगे ।

 कहां गया है कि रोजा रखते समय ना तो किसी से आप झूठ बोलेंगे, और ना ही किसी को आप क्रोध दिखाएंगे, और ना ही किसी के साथ छल कपट करेंगे । उस समय सिर्फ अल्लाह के स्मरण में रहेंगे जो अल्लाह आपको हिदायत करेंगे । किसी भी प्रकार की दुविधा या संकट आए तो आपको रक्षा करेंगे । सामने वाले व्यक्ति को आप भले करने की सोचेंगे जिससे आपकी स्थान और ऊंचाई होगी । उस समय आप दूसरे की सहायता जितने करेंगे उतने ही अल्लाह खुश होंगे । और फिर अल्लाह आपके जिंदगी भी बदल देंगे जिससे आप भी परिवार से खुशी से जिंदगी गुजार सकते हैं ।


इस्लाम के अनुसार कहां गया है कि रोजा रखने से पहले इस दुआ को पढ़ लेना चाहिए अगर आप इस दुआ को पढ़ लेंगे तो आपका रोजा रखना सफल होगा । तो जानिए तीनों भाषा में दिया गया इसे पढ़कर आप अपना रोजा को सफल बनाएं । इस दुआ तीन बार पढ़े और अल्लाह की स्मरण करें ।


roza rakhne ki dua in hindi


  وَبِصَوْمِ غَدٍ نَّوَيْتُ مِنْ شَهْرِ رَمَضَانَ  


‘’व बि सोमि गदिन नवई तु मिन शहरि रमजान’’ 


Roza ki niyat in english


“Wa bisawmi ghadinn nawaiytu min shahri ramadan”। 




इस्लाम के अनुसार रोजा खोलने से पहले इस दुआ को पढ़ लेने से आप का रोजा संपन्न हुई । तो जानिए तीनों भाषा में दिया गया इस दुआ को पढ़कर अपना काम सफल करें ।


roza kholne ki dua in hindi


 “اَللّٰھُمَّ لَکَ صُمْتُ وَعَلٰ رِزْقِکَ اَفْطَرْتُ”


” अल्लाहुम्म लका सुम्तु व अला रिज़क़िका अफतरत ” 


रोजा खोलने की दुआ अंग्रेजी में


“Allahumma inni laka sumtu wa bika aamantu wa ‘alayka tawakkaltu wa ‘ala rizq-ika aftarthu”। 


तो दोस्तों आशा करते हैं कि आपको हमारे यह जानकारी आपको पसंद आया होगा । अगर हमारी यह जानकारी पसंद आया तो कमेंट अवश्य करें और इसी प्रकार हमारे साथ जुड़े रहिए आपका दिन शुभ हो जय हिंद ।


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