मोहिनी मंत्र
जो मित्र लंबे दिनों से मोहिनी मंत्र के लिए अपेक्षा कर रहे थे आज उन दोस्तों का इंतजार करना समाप्त हुआ । क्योंकि मैं लेकर आया हूं ऐसे शक्तिशाली मोहिनी मंत्र और जहां आपके लिए बहुत ही लाभ होगा । यदि किसी के जिंदगी में दुख में परिवर्तित हो गया है तो इसी शक्तिशाली मंत्र से निवारण कर सकते हैं । मित्रों नमस्कार हमारे वेबसाइट में आपका स्वागत है ।
मोहिनी मित्रों आज से नहीं प्राचीन काल से प्रयोग किया जा रहा है इस मंत्रों में खासियत यह है अगर कोई व्यक्ति किसी की चाहत में पागल हो रहा है और उन्हें नहीं मिल रहा है तो इस मंत्रों के जरिए बहुत ही सरल कर सकता है ।
पुराण कथा के अनुसार :- जब देवता संकट में पड़ा था तो भगवान विष्णुजी ने मोहिनी रूप धारण किया था और इस मोहिनी रूप में इतना प्रभाव है कि कितने भी बड़ा दुश्मन क्यों ना हो इस रूप को देखते ही वशीभूत हो जाता है । मोहिनी रूप को देखते ही इतना आकर्षण हो जाता है कि वह खुद को काबू में नहीं कर सकता है । जब स्वर्ग पर असुरों के अत्याचार देवता पर बढ़ने लगा तब भगवान विष्णु मोहिनी रूप धारण करके देवताओं की संकट को दूर किया था ।
पौराणिक कथा के अनुसार :- एक समय भगवान शिव के कठोर तपस्या किया था तो भस्मासुर का तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें वरदान दिया । भस्मासुर किसी के भी मस्तक पर हाथ रखने से भस्म हो जाएगा । भस्मासुर बहुत ही चतुर थे भगवान की यह वरदान को परीक्षा हेतु भगवान शिव के मस्तक पर हाथ लगाने की प्रयास किया । लेकिन भगवान शिव का यह वरदान कभी मिथ्या नहीं होता है जिसके कारण भगवान शिव स्वयं खतरे में पड़ गया था । तब भगवान शिव के ऐसे संकट को दूर करने के लिए स्वयं भगवान विष्णु मोहिनी रूप धारण किया था भगवान विष्णु अपने मोहिनी रूप से वशीभूत किया था भस्मासुर को जिससे भस्मासुर का वध करना संभव हुआ ।
मित्रों यदि आपके जीवन में भी कोई संकट छाया हुआ है तो बिल्कुल चिंता मत कीजिए आप इस मोहिनी मंत्र के जरिए अपना संकट को दूर कर सकते हैं । क्योंकि मोहिनी मंत्र से बड़े से बड़े संकट को दूर करने में हर कोई सक्षम है बस आपको करना क्या होगा पूरी जानकारी प्राप्त कर लीजिए ।
मोहिनी मंत्र उन लोगों के लिए है जो लोग शादीशुदा करके अपने पति के प्यार में वंचित है या अपने पत्नी के प्यार में वंचित है । ऐसे दंपत्ति के जीवन में अगर पति-पत्नी के कारण संकट छाया हुआ है । दंपत्ति ऐसे महाशक्तिशाली मंत्र का प्रयोग कर सकते हैं । जगत कल्याण के लिए के इस मंत्रों का उत्पन्न हुआ है । अगर कोई भी व्यक्ति इस मंत्र को लेकर दुरुपयोग करेंगे तो उन्हें बहुत ही भयंकर सजा मिलती है । इसलिए इस मंत्र का दुरुपयोग कदापि नहीं करना चाहिए ।
इस मंत्र को सबसे पहले सिद्ध करना होगा और सिद्ध करने के लिए क्या करना होगा जान लीजिए ।
महीना के प्रथम गुरुवार से शुरू करें रात्रि 10:00 बजे से । घर में सिर्फ आप अकेले रहेंगे- भगवान विष्णु का तस्वीर दक्षिण दिशा मुंह करके किसी स्थान पर रखें उसके बाद घर के चारों ओर गंगा पानी का छिड़काव करें और अगरबत्ती या धूप जलाएं । उसके बाद एक जाप माला हाथ में लें और इस मंत्र का 1021 बार मंत्र का जप करें । और यह काम आपको 7 गुरुवार तक पूर्ण करना होगा जिससे यह मंत्रों सिद्ध हो जाता है । यह मंत्र सिद्ध होने के बाद आप जिसको अपने वश में करना चाहते हैं सिर्फ एक बार उसके सामने यह मंत्र का प्रयोग करें शनिवार या मंगलवार के दिन । हमेशा के लिए आपके वश में हो जाएंगे ।
दृॐ ह्रीं सर्व चक्र मोहिनी जाग्रय जाग्रय ॐ हुं स्वाहा
चेतावनी :- यह मंत्रों जगत कल्याण के लिए उत्पन्न हुआ है अगर इस मंत्र के जरिए आप अपने संकट को दूर करना चाहते हैं या दूसरे की संकट को दूर करना चाहते हैं तो बड़े आराम से कर सकते हैं | लेकिन इस मंत्र के जरिए अगर आप दुरुपयोग करेंगे किसी को ब्लैकमेल करेंगे तो इसका दंड आपको भयंकर मिलेंगे । इसलिए वह व्यक्ति इस वशीकरण मंत्र से दूर रहिए ।
मुझे उम्मीद है कि हमारे यह जानकारी आपको पसंद आया होगा अगर किसी प्रकार की कोई भी समस्या है तो कमेंट अवश्य करें ।