आज आखिर अयोध्या के मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की मंदिर बनने जा रहे हैं, कितने खुशी की बात है ना ?और इस मंदिर को पूरा होने में शायद दो-तीन साल लग जाएंगे कोई बात नहीं , 500 साल बरदासत कर सका तो और यह 3 साल अपेक्षा क्यों नहीं कर सकेंगे ।
तो मित्रों आइए कुछ इतिहास है हमारे भव्य राम मंदिर के बारे में जान लेते हैं
! इस्लामिक राजा :- अरब देश से सन 1524 पर बाबर राजा आक्रमण करने आया था हिंदुस्तान पर । 23 मार्च 1528 से पहले श्रीरामजन्मस्थान मंदिर परिसर का व्यवस्थापन श्री पंचरामानंदीय निर्मोही अखाड़ा के पास था, लेकिन 1524 में महाराणा सांगा (संग्राम सिंह) को हराकर बाबर दिल्ली में क्रूर राजा बना। बाबर ने 1528 सन - में दल-बल के साथ अयोध्या के शेखा घाघरा संगम पर डेरा डाला था।
फकीर फजल अब्बस कलंदर और मूसा आसिकान से दुआ मांगने गया तो उसे श्रीरामजन्मस्थान पर मंदिर बनाने के बाद ही दुआ कबूल करने की शर्त रखी गई थी। इसके बाद मीर बाकी ने बाबर का हुकुमनामा लेकर अयोध्या पर हमला किया और इसी तरह। 17 दिन तक चले युद्ध में हिंदुओं की हार हुई। एक लाख 72 हजार हिंदुओं की प्राण चले गई मगर अपने राम मंदिर को बचा ना सका । वही क्रूूर बाबर राजा ने अपने राम मंदिर तोड़कर मस्जिद बनवाया कितने लाखोंों हिंदुओंं को मुस्लिम बनवाया जिनके प्राण कीी प्यारा वही लोग मुस्लिम बने । फिर 24 अगस्त, 1608 को व्यापार के उद्देश्य से भारत के सूरत बंदरगाह पर अंग्रेजो का आगमन हुआ था, लेकिन 7 वर्षों के बाद सर थॉमस रो (जेम्स प्रथम के राजदूत) की अगवाई में अंग्रेजों को सूरत में कारखाना स्थापित करने के लिए शाही फरमान प्राप्त हुआ। फिर धीरे-धीरेे अंग्रेजों ने अपनेे कूटनीति चाल से बड़े बड़े इस्लामिक राजाा थे सभीीी को मौत केे घाट उतार दिया और फिर अंग्रेजों ने 200 साल तक भारत में राज किया । लंदन वालेे अंग्रेज ने हीं बताया था कि राम मंदिर तोड़कर बाबर मस्जिद बनाया गयाा है । अब फिर हिंदुस्तान केेेे कुछ महावीर नौजवान थे जो अंग्रेजों को भगाया था जैसे कििि सुभाष चंद्र बोस, वीर सावरकर ,मातंगिनी हजरा ,खुदीराम बोस ,भगत सिंह और भी मुहावरों की योगदान थे .। अंग्रेजों ने भारत छोरा 1947 साल में फिर हिंदुस्तान में संविधान बना मगर कुछ नेता लोग हिंदुस्तान के अपने सत्ता के लालच में अयोध्या के राम मंदिर नहीं बनाया । मगर एक सबसे बड़ा हिंदुस्तान में नेता जन्म लिया जिसका नाम नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री
उनके साथ बहुत बड़ा योगदान दीया गृह मंत्री अमित शाह । आप सभी कोई जानते हैं राम मंदिर बनाने के लिए 6 अगस्त से 16 अक्टूबर 2019 तक इस मामले पर 40 दिन सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया कि जहां बाबर राजा ने राम मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाया था वहीं पर फिर से अपना मर्यादा पुरुषोत्तम राम के मंदिर बनेंगे । और मुस्लिमों को 5 एकड़ जमीन दिया था ताकि वह लोग भी खुश रहें अपने मस्जिद बना कर नमाज पढ़ते रहें ।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ये लोग अपने कर्तव्य करना नहीं भूलते हैं और आगे पीछे नहीं देखा एक बहुत बड़ा इतिहास बनाकर गया ।