प्रभु भगवान श्री कृष्ण की पूजा कैसे की जाती है जानिए हमारे साथ मित्रों नमस्कार हमारे वेबसाइट में आपका स्वागत है ।
जो मित्रों लंबे दिनों से भगवान श्री कृष्ण की पूजा आराधना जानकारी प्राप्त के लिए इंतजार कर रहे हैं आज उनका इंतजार करना खत्म । क्योंकि यह आपके लिए बहुत खास जानकारी होने वाले हैं । भगवान श्री कृष्ण की पूजा कैसे करेंगे आपको मैं विस्तार से बताएंगे बस पूरे पोस्ट पढ़कर जानकारी प्राप्त करें।
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प्रिय मित्र चलिए आप भगवान श्री कृष्ण की पूजा आराधना कैसे करेंगे विस्तार से बताएंगे ।
सबसे पहले आपको यह जानना बहुत जरूरी है भगवान श्री कृष्णा मानव अवतार थे इसलिए उनका पूजा अलग नियमों से किया जाता है ।
वैसे तो हिंदू शास्त्र में 33 प्रकार भगवान के अलग-अलग नियमों से पूजा की जाती है जिसके फलस्वरूप बड़ी आसानी से भक्तों को भगवान का कृपा प्राप्त होता है ।
भगवान श्री कृष्णा धरती पर इसलिए जन्म लिया था ताकि मनुष्य अपने पाप पुण्य की विचार कर सके । धर्म और अधर्म की रास्ता समझ सके । मनुष्य को किस मार्ग पर चलने से मोक्ष प्राप्त होगा जान सकें ।
भगवान श्री कृष्ण ने हर समय मनुष्य को धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी । ईश्वर को कैसे भक्ति किया जाता है, ईश्वर को कैसे प्राप्त होता है, भगवान श्री कृष्ण के अमृतवाणी से ही समझाया गया ।
प्रिय मित्रों धर्म ग्रंथ के अनुसार जो भगवान विष्णु वही श्री रम है तो भगवान श्रीकृष्ण है । यदि आप भगवान श्री कृष्ण के पूजा करेंगे तो भगवान विष्णु के कृपा पात्र बनेंगे ।
भगवान श्री कृष्ण मानव थे इसलिए उनका पूजा इस नियमों से किया जाता है तो चलिए आप विस्तार से जानिए ।
सूर्य उदय होने से पहले सुबह उठकर आप स्नान आदि करने के बाद श्री कृष्ण को पंचामृत से स्नान कराएं। फिर गंगाजल से स्नान कराएं। अब श्री कृष्ण को वस्त्र पहनाएं और श्रृंगार कीजिए। भगवान् कृष्ण के सपने दीपक रखें इसके बाद धूप दिखाएं। अष्टगंध चन्दन नहीं तो रोली का तिलक लगाएं और साथ ही अक्षत (चावल) भी तिलक पर लगाएं।
उसके बाद भगवान श्री कृष्ण के लिए सुबह का भोग लगाइए आप के जितना समर्थ है आप उतना ही भगवान श्रीकृष्ण केलिए भोग लगा सकते हैं । प्रिय मित्रों मैं आपको एक बात बताना चाहते हैं भगवान कभी भोग का प्यासा नहीं होते हैं भगवान तो भक्ति का प्यासे होते हैं मन में भक्ति रखिए जो भी अर्पित करना चाहते हैं बस अर्पित कर सकते हैं । यदि आपके अंदर भगवान श्री कृष्ण के लिए प्रेम भक्ति मौजूद है तो आप कैसे भी पूजा करें भगवान ग्रहण कर लेते हैं ।
यदि आपके पास बर्तन की कमी है तो केला के पत्रों से आप भगवान श्री कृष्ण के लिए भोग चढ़ा सकते हैं ।
उसके बाद हाथ जोड़कर कहें 🙏 की हे प्रभु श्री कृष्णा मैं आपके लिए भोग लगाया हूं जिसमें मेरी सिर्फ भक्ति और प्रेम है आप इसे स्वीकार करें और मुझे कृतार्थ करें । इस प्रकार कम से कम 5 मिनट तक मन ही मन कहे । उसके बाद भगवान श्री कृष्ण को 20 मिनट के लिए अकेले छोड़ दीजिए । इस क्रिया समाप्त होने के बाद जो भी आप भोग लगाया है उसे प्रसाद के रूप में वितरण करें और आप स्वयं ग्रहण करें । आपका पूजा संपन्न हुआ ।
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