शत्रु नाशक बजरंग बाण : प्रयोग करते ही होगा सर्वनाश
शत्रु नाशक बजरंग बाण प्रयोग करना चाहते हैं तो फिर यह पोस्ट आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होने वाले हैं दोस्तों नमस्कार हमारे वेबसाइट में आपका स्वागत है । दोस्तों बेवजह किसी के साथ तो शत्रु होता नहीं है अगर किसी के साथ बेवजा शत्रु पैदा हो भी गया तो इस मंत्र का प्रयोग ना करें क्योंकि इस मंत्र में वह शक्ति है जहां किसी भी व्यक्ति के मानसिक शक्ति को खत्म करने में सक्षम है । दुनिया में जीना है तो शत्रु मुक्त जीना होगा किसी के सामने सर झुका के जीना नहीं है । दोस्तों जब आप खुद सही रास्ते पर चलते हैं तो फिर आपका सर झुकेगा क्यों सर उठा के जीना है । अगर आपका शत्रु बेवजह आपसे परेशान कर रहे हैं तो फिर आपको यह मंत्र का प्रयोग जरूर करनी चाहिए । दोस्तों कई बार ऐसा होता है कि शत्रु होने के वजह से शुभ काम में भी बाधा उत्पन्न कर देते हैं और आप जिंदगी भर कोर्ट कचहरी करने में लगे रहते हैं ।
दोस्तों कई बार ऐसा भी कैस सामने आया है व्यक्ति बिल्कुल निर्दोष है और उस पर शत्रु बेवजह छोटे इल्जाम लगाकर जेल के सलाहकार में डाल लेते हैं अपना मकसद पूरा करने के लिए यानी व्यक्ति का धन लूटने के लिए । यदि आपको भी इसी तरह खामोखा फंसाकर बदनाम करते हैं तो ऐसे व्यक्ति को छोड़ना नहीं चाहिए । दोस्तों हमारे आर्टिकल के माध्यम में जो भी मंत्र बताया गया है ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ही बताया गया है । ताकि आपके जीवन में कोई भी शत्रु न हो,अगर शत्रु हो भी गया तो कुछ दिनों के अंदर मित्रता करने के लिए आपसे अनुरोध करेंगे ।
शत्रु नाशक बजरंग बाण मंत्र का प्रयोग उन्हीं लोगों पर किया जाता है जो लोग खूंखार है बदमाश है,मतलब आपका जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं कभी भी आपको मौत के घाट उतार दे सकते हैंतो ऐसे व्यक्ति पर ही इस शक्तिशाली मंत्र का प्रयोग करें । दोस्तों कभी भी इस मंत्र को आप बेवजह किसी पर प्रयोग ना करें क्योंकि इस मंत्र में मानसिकता का प्रभाव बहुत तीव्र से पड़ता है । इंसान की सोच बिल्कुल बदल जाता है इसलिए यह मित्रों आप अपने शत्रु पर ही प्रयोग करें ।
निशी रात में एक ऐसा जगह चुनिए जहां कोई ना हो पूरे सुरक्षित और पवित्र स्थान हो ओर उत्तर दिशा में हनुमान जी के मूर्ति रखना चाहिए । हनुमान जी की मुंह दक्षिण दिशा में होना चाहिए ।
उसके बाद सरसों तेल से एक तीन मुखी वाले दीपक जलाना चाहिए । साथ में अगरबत्ती धूप भी जलाना चाहिए उसकी धुआं से एरिया के वातावरण शुद्ध हो जाते हैं । उसके बाद गंगा पानी लेकर चारे और छिड़काव करें इससे पूरे जगह पवित्र हो जाता है ।
उसके बाद इस मंत्रों का जप करें
हं हनुमंते नम: 🙏
1008 बार । रात को सोने से पूर्व हाथ-पैर और कान-नाक धोकर हनुमान की मूर्ति के सम्मुख होकर इस मंत्र का जप करें।
इसे लगातार 22 दिन तक करने से यह मंत्र सिद्ध हो जाता है । उसके बाद आपके जो व्यक्ति शत्रु हैं उनके करीब जाकर सिर पर हाथ रखने के बाद आपसे शत्रुता भूल जाएगी और मित्रता करने की हाथ बढ़ाएंगे ।
शत्रु नाशक बजरंग बाण :
**⚠️ महत्वपूर्ण चेतावनी एवं अस्वीकरण ⚠️**
इस लेख में दी गई जानकारी केवल सूचना और शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है। हम किसी भी प्रकार के वशीकरण, तंत्र-मंत्र या ऐसी किसी भी प्रथा को प्रोत्साहित या समर्थन नहीं करते हैं जो किसी व्यक्ति की स्वतंत्र इच्छा को प्रभावित करती हो।
- नैतिक जोखिम: किसी भी व्यक्ति को उसकी इच्छा के विरुद्ध नियंत्रित करने का प्रयास करना नैतिक रूप से गलत और अनुचित है। यह किसी के मौलिक अधिकारों का हनन है।
- कोई गारंटी नहीं: इन मंत्रों और उपायों की प्रभावशीलता की कोई वैज्ञानिक पुष्टि या गारंटी नहीं है। इनके परिणाम पूरी तरह से अनिश्चित होते हैं।
- नकारात्मक परिणाम: इन क्रियाओं का गलत प्रयोग करने पर उपयोगकर्ता पर गंभीर मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं। यह उल्टा भी पड़ सकता है।
- धोखाधड़ी से सावधान: इंटरनेट और समाज में कई लोग वशीकरण के नाम पर आर्थिक धोखाधड़ी करते हैं। किसी को भी पैसे देने से पहले अत्यधिक सावधान रहें।
- व्यक्तिगत जिम्मेदारी: इस लेख में दी गई जानकारी का उपयोग पाठक पूरी तरह से अपने विवेक और जोखिम पर करें। इसके किसी भी परिणाम के लिए लेखक या प्रकाशक जिम्मेदार नहीं होंगे।
यदि आप किसी रिश्ते में समस्या का सामना कर रहे हैं, तो कृपया किसी पेशेवर सलाहकार (Counselor) या मनोवैज्ञानिक से संपर्क करें।

