मकर संक्रांति के दिन क्या करें? इस दिन ये 3 काम न करें दरिद्रता,संकट हमेशा बने रहेंगे

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मकर संक्रांति का महत्व क्या है क्यों लोग प्राचीन काल से मनाते आ रहे हैं संक्रांति में क्या नहीं करना चाहिए? जानने के लिए हमारे साथ बने रहिए मित्रों नमस्कार हमारे वेबसाइट में आपका स्वागत है । कहा जाता है कि हिंदू धर्म में 12 महीना में 13 पर्व होता है और एक- एक पर्व का बहुत ही महत्व होता है । दोस्तों मकर संक्रांति मतलब यह पौष महीना के आखिरी दिन जहां अगले दिन से माघ महीना की शुरुआत होता है । दोस्तों हिंदू धर्म में महीना के आखिरी दिन को संक्रांति ही कहा जाता है हिंदू धर्म के अनुसार आज के दिन बहुत ही पवित्र दिन माना जाता है । दोस्तों आज के दिन भगवान सूर्य देव अपने राशि से मकर राशि में प्रवेश करने वाले हैं जिसके कारण आज मकर संक्रांति भी कहा जाता है ।


मकर संक्रांति के दिन में महत्व क्यों इतना दिया जाता है ?


धर्म शास्त्र के अनुसार आज पवित्र दिन में सभी देवी देवताओं धरती पर विराजमान रहेंगे । इसलिए आज के दिन सभी देवी देवताओं का कृपा प्राप्त के लिए सुबह 4:30 बजे से लेकर 6:00 बजे के अंदर स्नानादि करके भगवान की शरण में जाना चाहिए । आज के दिन बड़ी सरलता से कोई भी भक्तों को मोक्ष प्राप्त होता है । दोस्तों साल में ऐसे पवित्र दिन एक ही बार आता है इसलिए आज के दिन सभी भक्तों ने मोक्ष प्राप्त के लिए अपेक्षा करते हैं ।


दोस्तों मोक्ष प्राप्त करना किसी के लिए भी इतना सरल नहीं होता । मोक्ष प्राप्त के लिए तो कठोर से कठोर तप करना पड़ता है मन के अंदर भक्ति जागृत हमेशा रखना पड़ता है, तभी जाकर उन्हें मोक्ष प्राप्त होता है । लेकिन आज के दिन भगवान सूर्य देव का दिन है आज के दिन यदि आप भगवान सूर्य देव के लिए उपासना करेंगे तो आपको मोक्ष प्राप्त होने का संभावना बहुत ही ज्यादा है । यदि आपके अंदर में भक्ति और श्रद्धा रहे आपके लिए मोक्ष प्राप्त करना कोई कठिन कार्य नहीं होगा ।


दोस्तों आज के दिन सूर्य उपासना करते समय गुड़ चावल एवं तिल का दान करना है सबसे श्रेष्ठ माना गया है ।। आज के दिन खाए जाने वाले सामान तील का बने हुए ख्वाजा एवं तिल और गुड़ का लड्डू भी खाने से शुभ माना जाता है  । तिल का उबटन, तिल के तेल का प्रयोग, तिल मिश्रित जल से स्नान, तिल मिश्रित जल का पान, तिल-हवन, तिल की वस्तुओं का सेवन व दान करना व्यक्ति के पापों में कमी करता है और मोक्ष प्राप्त करने में और ले जाता है  ।

प्रिय मित्रों आज के दिन भगवान सूर्य देव के दिन है । भगवान सूर्य देव को आज के दिन प्रसन्न करना बहुत ही सरल होता है जिसके कारण व्यक्ति के आने वाले समय में कर्म दक्षता में वृद्धि होती है एवं घर के उन्नति और परिवार में सुख शांति बनाए रहते हैं  ।

प्रिय मित्रों गीता के आठवें अध्याय में भगवान श्रीकृष्ण द्वारा भी सूर्य के उत्तरायण का महत्व स्पष्ट प्रवचन दिया था। भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि 'हे भरतश्रेष्ठ! ऐसे लोग जिन्हें ब्रह्म का बोध हो गया हो, अग्निमय ज्योति देवता के प्रभाव से जब छह माह सूर्य उत्तरायण होता है, दिन के प्रकाश में अपना शरीर त्यागते हैं, पुन: जन्म नहीं लेना पड़ता है। जो योगी रात के अंधेरे में, कृष्ण पक्ष में, धूम्र देवता के प्रभाव से दक्षिणायन में अपने शरीर का त्याग करते हैं, वे चंद्रलोक में जाकर पुन: जन्म लेते हैं।


 प्रिय मित्रों वेद शास्त्र के अनुसार अगर कोई व्यक्ति के प्रकाश में मृत्यु हो जाता है तो पुन: इस धरती पर जन्म लेने की कोई आवश्यकता नहीं है उन्हें मोक्ष प्राप्त हो जाता है । अगर किसी व्यक्ति के अंधकार में मृत्यु हो जाता है तो उन्हें पुन: इसी धरती पर जन्म लेना पड़ता है । मकर संक्रांति के दिन से शुरू होता है दिन की बड़ा और रात की छोटे यानी आप समझ सकते हैं कि मनुष्य के लिए प्रकाश सबसे ज्यादा आने वाले हैं और अंधकार छोटा होने वाले हैं जिसके कारण आज के दिन भगवान सूर्य देव की उपासना करके उनकी कृपा प्राप्त करते हैं । 


मकर संक्रांति के दिन क्या करें? आज के दिन भूल से भी यह काम ना करें  ।


1) प्रिय मित्रों आज के दिन बड़े बुजुर्गों के सामने बड़े प्रेम से पेश आना चाहिए । उनकी हर बात को सुनना चाहिए एवं समझना चाहिए । आपने बातों के कारण किसी बूढ़े बुजुर्गों को कष्ट नहीं होना चाहिए ।आज के दिन बड़े बुजुर्गों से आशीर्वाद लेना चाहिए अगर आप किसी बड़े बुजुर्ग को सहायता करना चाहते हैं तो अवश्य करिए इससे भगवान सूर्य देव की कृपा बहुत ही सरलता से प्राप्त होंगे ।

2) प्रिय मित्रों आज के दिन भूल से भी मदिरापान एवं नॉनवेज जैसे खाना नहीं खाना चाहिए । आज के दिन जो व्यक्ति मदिरापान मछली ,चिकन ,मटन इन सब खाने में लिप्त रहेंगे उनके जीवन में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव इतना बढ़ जाएगा कि आने वाले समय में उनका जिंदगी सिर्फ अंधेरे ही अंधेरे में रहेंगे ।


3) आज मकर संक्रांति के दिन में शारीरिक संबंध भी नहीं बनाना चाहिए इससे भी नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव पड़ता है । इसलिए आज के दिन सुबह स्नान आदि करके सकारात्मक प्रभाव का अपनाएं और भगवान सूर्य देव की कृपा प्राप्त करें । दोस्तों मुझे उम्मीद है कि आप हमारे इस जानकारी से जान गए होंगे कि मकर संक्रांति के दिन में इतना महत्व लोगे क्यों देता है , प्रिय मित्रों अगले जानकारी के लिए हमारे साथ बने रहिए आपका दिन शुभ हो 🙏

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