अलौकिक शक्ति आपके भीतर है या नहीं ? आपको 9 संकेत ईश्वर देता है

अलौकिक शक्ति


9 संकेत से समझे,अलौकिक शक्ति आपके भीतर है या नहीं 



दोस्तों अगर आपके भीतर अलौकिक शक्ति है तो आप कोई साधारण व्यक्ति नहीं है नमस्कार दोस्तों हमारे वेबसाइट में आपका स्वागत है । दोस्तों आप तो समझ गए होंगे किस टॉपिक पर बातें करेंगे अगर आपके भीतर अलौकिक शक्ति हैं तो कैसे समझे ऐसी कौन से संकेत आपको देता है ? विस्तार से जाने के लिए हमारे साथ बने रहिए यदि आपको हमारे आर्टिकल पसंद आया तो अपने दोस्त को भी शेयर करना ना भूले । 


दोस्तों यह तो हम सभी जानते हैं कि इस ब्रह्मांड के कन-कन में ईश्वर का वास है हर स्थान पर ईश्वर मौजूद है यहां तक कि हमारे अंदर में भी ईश्वर का ही वास है । भगवान भले ही प्रत्यक्ष रूप से दिखाई नहीं देते हैं किंतु हमें उनकी मौजूदगी का एहसास का कई बार होता है और यह अहसास उन्ही लोगों को होता है जिनके अंदर कोई विलक्षण शक्ति होती है । दोस्तों भगवान श्री कृष्ण ने मनुष्य के ऐसे 9 लक्षणों के बारे में बताया है, यदि किसी व्यक्ति के अंदर यह 9 लक्षण दिखाई देते हैं तो वह कोई साधारण मानव नहीं है । श्री कृष्ण ने ऐसे मनुष्य को सर्वश्रेष्ठ कहा है क्योंकि साधारण मनुष्यों में ऐसे लक्षण नहीं होते हैं । एक व्यक्ति के अंदर जन्म से ही ऐसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं और जब वह बड़े हो जाते हैं तो संसार में कीर्ति प्राप्त करते हैं । श्री कृष्ण के अनुसार प्रत्येक मनुष्य के जन्म के पीछे उद्देश्य होता है मनुष्य योनि प्राप्त होना साधारण बात नहीं है । 84 लाख योनियों में सर्वश्रेष्ठ मनुष्य योनि को ही कहा गया है मनुष्य का जन्म लेकर प्राणी जो कार्य कर सकता है वह किसी अन्य प्राणी के रूप में जन्म लेकर नहीं कर सकता । इसीलिए मनुष्य को ईश्वर को धन्यवाद देना चाहिए कि उसे मनुष्य योनि प्राप्त हुई है । मनुष्य का शरीर धारण करने वाले प्रत्येक प्राणी को इसका सदुपयोग करना चाहिए, संसार के कल्याण की भावना से कार्य करने चाहिए । किंतु कुछ मनुष्य का जन्म लेकर भी जानवरों की तरह बर्ताव करते हैं ।


यह बात भी सत्य है कि हम में से कुछ लोग बहुत भाग्यशाली होते हैं क्योंकि उन पर ईश्वर की विशेष कृपा होती है और कुछ ऐसी शक्तियां उनके आसपास हमेशा विद्यमान होती है जो हर समय उन्हें सही मार्ग दिखाती है और हर मुश्किल में सहायता करती है । यही नहीं यह ईश्वरीय शक्तियां कुछ ऐसे व्यक्तियों को चुनती है जो खुद भी सही मार्ग पर चलते हैं, और दूसरे लोगों का भी सही मार्गदर्शन करते हैं यह लोग दूसरों को भी धर्म के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं । लेकिन आप यह कैसे जान सकते हैं कि आपके साथ कोई अलौकिक शक्ति है जो सदैव ईश्वर आपकी रक्षा कर रही है जिसके कारण आप कई बार मौत को छूकर निकल जाते हैं, किसी बड़ी दुर्घटना से आप बच जाते हैं या कभी किसी बड़ी मुसीबत में नहीं फांसते हैं यह सब कुछ उस अलौकिक शक्ति के कारण हो रहा है जो आपकी हमेशा रक्षा कर रही है । भले आप उसे माने या ना मानो लेकिन वह हमेशा ही आपके साथ मौजूद रहती है आज हम आपको ऐसे 9 संकेत बताने जा रहे हैं जिससे आपको पता चल सकता है कि आप कोई साधारण मानव नहीं है आप बाकी साधारण मनुष्यों से अलग है और भगवान हमेशा ही आपके साथ रहते हैं । तो चलिए जान लेते हैं उन संकेतों के बारे में ।



अलौकिक शक्ति आपके भीतर है या नहीं, 9 संकेत से समझे



 1) सबसे पहला संकेत भगवान श्री कृष्ण कहते हैं जो मनुष्य किसी भी कार्य को करते समय सुख-दुख के बारे में विचार नहीं करता है चाहे सर्दी हो या गर्मी हो वह कभी अपने कार्य को बीच में नहीं छोड़ता है चाहे कितने भी संकट खड़े हो जाए वह अपने मार्ग से विचलित नहीं होता । हर परिस्थिति में अपने काम में लगा रहता है चाहे उसे लोग भला कहे अथवा बड़ा वह अपना कार्य पूरी निष्ठा के साथ करता है उसे खुद पर और ईश्वर पर पूरा विश्वास होता है कि एक दिन वह अवश्य सफल होगा ।


 2) दूसरा लक्षण है कभी दूसरों की बुराई नहीं करता श्री कृष्ण कहते हैं । जो व्यक्ति जीवन में कभी दूसरों की बुराई नहीं करता वह सदैव ही दूसरों के विषय में अच्छी बातें ही करता है वही व्यक्ति सर्वश्रेष्ठ होता है । आजकल लोग छोटी-छोटी बातों पर दूसरों की बुराई करते हैं । हर वक्त दूसरों को अपमानित करना, दूसरों की चुगली करना, दूसरों का अहित करना, आदि प्रकार के निंदनीय कार्य करते रहते हैं । इसी कारण से वे लोग जीवन में कभी सफल नहीं होते हैं ।
3) तीसरा संकेत है जो व्यक्ति अपने दैनिक कार्यों से बचा हुआ समय ईश्वर की भक्ति आराधना और नाम स्मरण में व्यतीत करता है । और ईश्वर को ही सत्य मानते हुए उसकी अनुभूति करने में समर्थ होता है। वास्तव में उस व्यक्ति के आसपास एक ईश्वरीय शक्तियों का पवित्र घेरा होता है जिसके कारण उसे ईश्वर का आभास होता रहता है । इन लोगों को ईश्वर पर पूर्ण विश्वास होता है चाहे दुख हो या सुख यह हर परिस्थिति में ईश्वर को याद करते हैं । और कभी ईश्वर का अपमान नहीं करता है । 

4) चौथी बात जो व्यक्ति समाज के प्रति अपना दायित्व समझते हुए अच्छे और पुण्य के काम करता है । मुसीबत में फंसे लोगों की तथा गरीब और लाचार व्यक्तियों की मदद करता है, आपदा और विपदा आने पर पशु पक्षियों की मदद करता है, बुजुर्गों का तथा शरीर से अपंग व्यक्ति का कभी अपमान नहीं करता, कभी किसी को हीन समझकर उसका तिरस्कार नहीं करता है, वह मनुष्य में सर्वश्रेष्ट होता है । हर व्यक्ति में ऐसे गुण नहीं होते हैं जिन लोगों पर ईश्वरीय कृपा होती है उनके अंदर ही ऐसे लक्षण होते हैं जो खुद पुण्य के काम करता है और दूसरों को भी ऐसे काम करने के लिए प्रेरित करता है ।

 

5) पांचवा संकेत है श्री कृष्ण कहते हैं । जो व्यक्ति कभी दूसरों के साथ अन्याय नहीं करता, कभी दूसरों का धन नहीं हड़प्पा, कभी भी दूसरों की मजबूरी का फायदा नहीं उठता, वही व्यक्ति श्रेष्ठ होता है । जो मनुष्य कभी दूसरों की आजीविका पर चोट नहीं करता और ना ही कभी दूसरों से घृणा करता है । ऐसे मनुष्य के भीतर अलौकिक शक्ति होती है ।

6)  संकेत है । पूर्वाभास होना संसार में कुछ ही लोगों के पास एक अनोखी शक्ति होती है जिससे उन्हें भविष्य में होने वाली कुछ विशेष घटनाओं का आभास पहले ही हो जाता है । भविष्य में कुछ बुरा होने वाला होता है तो उसका पता इन्हें पहले ही चल जाता है । इनका मन अचानक ही बेचैन हो जाता है आसपास के वातावरण में इन्हें बदलाव महसूस होने लगता है प्रकृति में इन्हें कुछ ऐसे दृश्य दिखाई देते हैं जो अशुभ चिन्ह होते हैं । जिससे इन्हें पता चल जाता है कि कुछ बुरा होने वाला है और यह सावधान हो जाते हैं ।

 

7) सातवा संकेत है । कुछ लोगों को हमेशा अपने आसपास एक विशिष्ट प्रकार की सुगंध का अनुभव होता है हमेशा सुगंधित फूल, धूप, अगरबत्ती या कपूर जैसी पवित्र सुगंध का झोंका सा हवा में तैरता हुआ सा महसूस होता है । तो यह उसके आसपास ईश्वर की उपस्थिति का संकेत होता है और देवी देवताओं का आशीर्वाद उस व्यक्ति पर होता है । 

8) आठवां संकेत है । दोस्तों हमारे शास्त्रों में ब्रह्म मुहूर्त का समय बहुत ही शुभ माना जाता है यह दिन का सबसे महत्वपूर्ण समय होता है । शास्त्रों में इसे देवताओं का समय कहा गया है क्योंकि इस समय पर वातावरण में एक अनोखी सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है । इसीलिए शास्त्रों में ब्रह्म मुहूर्त को ही ज्ञान के लिए सर्वश्रेष्ठ माना गया है । दुनिया में ज्यादातर लोगों की नींद ब्रह्म मुहूर्त के समाप्त होने के बाद ही खुलता है । परंतु अगर किसी व्यक्ति की नींद रोज ब्रह्म मुहूर्त पर अपने आप खुलने लग जाती है तो यह एक अलौकिक संकेत समझा जाता है ।  नित्य ब्रह्म मुहूर्त पर जगने वाले लोग जीवन में कभी पराजित नहीं होते हैं इस समय पर जगने वाले लोग सदैव प्रसन्न चित्र रहते हैं । और ईश्वर की भक्ति में अपना मन लगाते हैं उनकी बुद्धि अन्य लोगों से तेज होती है और यह बहुत ही समझदार होते हैं । ब्रह्म मुहूर्त पर जगने वाले लोगों का मन जलाशय की भांति शांत होता है यह कभी क्लेश और लड़ाई झगड़ा नहीं करते हैं कभी वाद विवाद में नहीं फासतें हैं । ऐसा व्यक्ति निश्चित रूप से ईश्वर की इच्छा के अनुसार ही ऐसा करता है उसे ऐसा करने के लिए ईश्वरीय शक्तियां ही प्रति करती हैं ।
 
9) नवा संकेत है । दोस्तों कई बार हम मंदिर में या किसी धार्मिक स्थल पर भजन कीर्तन या कथा सुनने जाते हैं कितने भी सुंदर भजन हो या कितनी भी अच्छी कथा हो बीच-बीच में हमारा ध्यान भटक ही जाता है । और हम कभी अपने घर के विषय में तो, कभी अपनी किसी समस्या पर या फिर आसपास बैठे लोगों का विचार करने लगते हैं । लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो यही भजन कीर्तन या कथा सुनने में इतने लीन हो जाते हैं कि उन्हें किसी भी बात का होश नहीं रहता है । उन्हें बस अपने आसपास पवित्रता का एहसास होता है और बहुत सी शुभ ध्वनियां सुनाई देती है । जैसे कि शंख, बांसुरी या मंदिर के घंटे की आवाज । निश्चित ही ऐसे व्यक्ति ईश्वर की कृपा के अधीन होते हैं और ईश्वर उनके बहुत ही समीप होते हैं । और इसलिए ही उन्हें इन चमत्कारी ध्वनियों का आभास होता है जो व्यक्ति ईश्वर के चरणों में ही परमानंद की अनुभूति करता है । और ईश्वर भक्ति को ही वास्तविक आनंद मानता हो ऐसा व्यक्ति ना तो कभी दुखी रह सकता है और ना ही किसी को दुख दे सकता है । ऐसे व्यक्ति का मन और मस्तिष्क हमेशा शांत रहता है जिससे वह कभी भी सत्य और सदाचार के मार्ग से विचलित नहीं होता है यही उसे ईश्वर से मिला हुआ एक विशेष आशीर्वाद होता है । जिससे वह हमेशा समाज में एक आधार और सम्मान का स्थान प्राप्त करते हैं । अगर आप स्वयं की पत्नी के प्रति वफादार है कभी अपने पत्नी के साथ धोखा नहीं किया है, कभी किसी पराई स्त्री से किसी भी प्रकार का रिश्ता नहीं रखा है, आप पराई स्त्रियों को माता और बहन मानते हैं तो आप महान है ।  अगर आप स्त्री और केवल अपने ही पति से प्रेम करती है. अपने ही पति की वफादार है , अपने ही पति को सर्वस्व मानती है ,आपके मन में कभी पराए पुरुष के लिए विचार नहीं आते हैं । तो निश्चित ही आप एक महान पतिव्रता स्त्री है । आप पर माता लक्ष्मी की कृपा सदैव बरसती रहेगी । अगर आप कभी किसी के साथ छल नहीं करते हैं, लोभ और लालच के लिए मित्र, तथा परिवार के साथ दगा नहीं करते हैं । और कभी आप अशुभ  कार्य नहीं करते हैं, सभी के साथ मिलजुल कर प्रेम से रहने का प्रयास करते हैं । तो आप निश्चित ही पुण्य आत्मा है आपके उस घर में होने से घर में सुख शांति का वास है । आपके कारण ही आपके परिवार के लोग पापों से मुक्त होकर सुख पूर्वक जीवन जी रहे हैं । तो दोस्तों अगर किसी व्यक्ति में यह 9 संकेत होते हैं तो उस व्यक्ति पर ईश्वर की विशेष कृपा है ऐसा समझना चाहिए । अगर आपको भी ऐसे संकेत मिलते हैं तो कमेंट में अवश्य बताएं जानकारी अच्छी लगी तो शेयर करना ना भूले धन्यवाद आपका दिन शुभ मंगलमय हो ।
संकट के समय क्या करना चाहिए?

हम सभी मनुष्य के जीवन में संकट आते रहते हैं । मगर कुछ संकट ऐसे हैं कि लोगों को सबक सिखाता है और सही रास्ते पर जाने की सीख मिलती है । जो लोग जानबूझकर गलत रास्ते में चले जाते हैं उन्हें दंड तो जरूर मिलती है, संकट घेर लेते हैं तब उसे कोई रास्ता दिखाई नहीं देते हैं क्या करें।

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