भगवान साथ होने के 3 संकेत देता है,समझ गया तो आप कोई साधारण व्यक्ति नहीं

भगवान साथ होने के संकेत


भगवान साथ होने के संकेत 




भगवान आपके साथ है या नहीं आप कैसे समझे ऐसी कौन से संकेत देते हैं भगवान आपके साथ हमेशा मौजूद है ?  तो दोस्तों इसी टॉपिक पर आज हम आपको विस्तार से बताएंगे जहां हर किसी को भगवान का साथ होने का भाग्य नहीं बनता है । भगवान साथ हैं फिर भी हम समझ नहीं सकते हैं क्योंकि भगवान एक अदृश्य शक्ति भी है जहां आपकी आंखों के सामने घूमते फिरेंगे और आप देख नहीं सकते हैं तो दोस्तों उन्हीं लोगों को देखते हैं जो लोग ईश्वर के बहुत करीब होते हैं । तो चलिए अगर आप ईश्वर के भक्ति में लीन रहते हैं और आप जानना चाहते हैं आपके साथ भगवान है या नहीं तो ऐसे में आपको समझाना भी बहुत जरूरी है तो दोस्तों कई कई बार हम लोग भगवान के साथ होने के बाद भी पहचान नहीं पाते हैं जिसके कारण हम लोग कुछ अलग रास्ते भटक जाते हैं ।



दोस्तों जिस जानकारी के लिए आप हमारे वेबसाइट में आए हैं हमारे आर्टिकल के माध्यम में विस्तार से बताएंगे तो उससे पहले आप सभी से निवेदन है अगर हमारे ऐसे ही जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, हमारे साथ जुड़ना चाहते हैं तो फॉलो अवश्य करें इसी तरह हमारे वेबसाइट में नया-नया अपडेट प्रतिदिन देते रहते हैं । दोस्तों चलिए आगे बात करते हैं ।आप परमहंस रामकृष्ण देव की बात तो सुने होंगे अगर नहीं सुने हैं तो उनके बारे में थोड़ा बहुत बताना चाहेंगे । परमहंस रामकृष्ण देव ब्राह्मण घर के थे बचपन में ही उन्होंने कोलकाता में राजा का घर में रहते थे और मां काली मंदिर में पूजा का सामग्री जुगाड़ करने का काम करते थे । परमहंस रामकृष्ण देव धीरे-धीरे बड़ा हुआ और फिर माता को बिना मंत्र का पूजा करने लगे यह बात सुनकर आप चौंक गए ना हां दोस्तों परमहंस रामकृष्ण देव मां काली का परम भक्त ही नहीं एकदम पुत्र समान रहते थे मां काली को कभी मां काली करके पुकारते नहीं थे उन्होंने हमेशा बचपन से ही बड़े मा करके पुकारते थे । परमहंस रामकृष्ण देव के पास मंत्र तंत्र नहीं था सिर्फ एक ही बात उनको पता था मां बड़े मां । बस इसमें ही मां काली बाड़ी आराम से प्रसन्न  हो जाते थे और उन्हें दर्शन भी देते थे। दोस्तों परमहंस रामकृष्ण देव सिर्फ दर्शाने नहीं किया बल्कि मां का साथ अकेले में बैठ के बातें करते थे और तो और उन्होंने मां काली को अपने हाथों से प्रसाद भी  खिलाए थे । यह बात जब लोगों तक फैल गया तो लोग ऐसे दृश्य देखते ही हैरान रह गया । 


दोस्तों परमहंस रामकृष्ण देव को धीरे-धीरे जब लोग जानने लगा कि यह कोई साधारण व्यक्ति नहीं है इनमें दिव्य शक्ति है मां काली का परम भक्त हैं और फिर लोग उनके भक्त होने लगे । एक भक्त और भी है जिसका नाम स्वामी विवेकानंद । दोस्तों बता देता हूं  स्वामी विवेकानंद रामकृष्ण देव की जीवन कहानी अपने किताबों में भी लिखे हैं । स्वामी विवेकानंद जब परमहंस रामकृष्ण देव को पूछा कि हे गुरुदेव क्या हम मनुष्य भगवान की दर्शन कर सकते हैं ? तो परमहंस रामकृष्ण देव की उत्तर -  हां जरूर कर सकते हैं भगवान के दर्शन । इसलिए खुद को भगवान बनना पड़ेगा अगर मनुष्य भगवान से दर्शन प्राप्त करना चाहते हैं तो मनुष्य को भगवान बनना पड़ता है तभी जाकर भगवान का दर्शन कर सकते हैं । तो दोस्तों आप समझ गए होंगे भगवान परमहंस राम कृष्ण देव ऐसे क्यों बोला, जब कोई मनुष्य भगवान से संपर्क करना चाहेंगे तो उनके भीतर भी एक दिव्य शक्ति जन्म हो जाता है वह भी सिर्फ प्रेम और भक्ति से । भगवान की दर्शन करना इतना सरल नहीं है हां सरल आप बना सकते हैं खुद को जैसे परमहंस रामकृष्ण देव किया था । मां काली जो जगत की जननी है उनके दर्शन प्राप्त करना यह कोई साधारण व्यक्ति नहीं कर सकते हैं । हां आप कर सकते हैं जगत जननी का दर्शन आपके भीतर प्रेम भक्ति अगर है आपको भी दर्शन देंगे । भगवान के पास भक्त बड़े होते हैं भक्त अगर भगवान को निस्वार्थ प्रेम भाव से हमेशा पुकारते हैं तो भगवान कभी भी अपने भक्तों को निराश नहीं करते हैं । 



दोस्तों अब आगे बात करते हैं भगवान आपके साथ है या नहीं कैसे आपको संकेत मिलेंगे । दोस्तों 100 बात का एक बात अगर अपने आराध्य को निस्वार्थ से प्रेम करते हैं, भक्ति करते हैं, श्रद्धा करते हैं तो आपके आराध्य आपके पास हमेशा रहेंगे इसका संकेत भी आपको सपना के जरिए या फिर किसी भी मनुष्य के रूप में आकर दर्शन देंगे । माता-पिता अपना संतान को कैसे देखभाल करते हैं और कितना प्रेम करते हैं इससे भी कहीं अधिक आपको करना होगा अपने आराधों को प्रेम, भक्ति, श्रद्धा । अपने संतान से भी अपने माता-पिता से भी अधिक प्रेम करना होगा अपने आराध्य को तभी जाकर आप अपने भगवान से संपर्क कर सकते हैं । और आपके साथ भगवान है या नहीं है सपने में के जरिए या किसी मनुष्य के रूप में आकर दर्शन देंगे । जब ईश्वर आपके साथ होंगे तो एक मजेदार खुशबू आएंगे । भगवान की भक्ति लगातार करने से भक्तों की शरीर सकारात्मक ऊर्जा से भर जाते हैं जिससे उनके आत्मा भी दिव्या बन जाता है । भगवान आपके साथ है या नहीं संकेत को समझना आपके पास भक्ति का होना अनिवार्य है भक्ति से ही आप अपने आराध्य को दर्शन कर सकते हैं । दोस्तों यह पोस्ट आपको कैसे लगा कमेंट करके जरूर बताइए हमारे साथ जुड़ने के लिए फॉलो अवश्य करें ।


सपने में मायके वालों को देखना शुभ या अशुभ, आपको क्या संकेत देता है ?


सपने में शंख देख लिया तो हो जाइए सावधान, क्योंकि ऐसे देता है चेतावनी

सपनों में बादाम खाना देखना हो जाइए सावधान ,आपको क्या संकेत दे रहे हैं ? जानें

शनिवार के दिन सांप देख लिया तो हो जाइए सावधान,ऐसे देते हैं संकेत



एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने