औरतों को ओम नमः शिवाय बोलना चाहिए कि नहीं ? जानें

ॐ नमः शिवाय जप


 औरतों को ओम नमः शिवाय बोलना चाहिए कि नहीं ? दोस्तों यही प्रश्न है ना आपके पास तो बिल्कुल चिंता मत कीजिए आपका प्रश्न काजवाब हमारे इस पोस्ट के मध्य में बताएंगे नमस्कार दोस्तों हमारे वेबसाइट में आपका स्वागत है अगर आप नया मेंबर  है तो जल्दी से फॉलो कर लीजिए क्योंकि इसी प्रकार जानकारी हमारे वेबसाइट में प्रतिदिन अपडेट होता रहता है । दोस्तों यह बात अधिकांश लोगों को नहीं पता शिव और शक्ति दोनों ही एक है यानी जहां शिव है वहां शक्ति भी है और शक्ति कौन है शक्ति वही है जिसे हम लोग जगत माता के रूप से पूजा करते हैं हां दोस्तों जगत की माता है यानी मां पार्वती । लेकिन भगवान शिव को अपने पति के रूप में प्राप्त करने के लिए माता पार्वती ने कई वर्ष तक ओम नमः शिवाय जाप करके,एवं साधना करके प्राप्त कर सके । तो दोस्तों उन्हें तो पहले से ही पता था जो की जगत की मां है उन्हें सब कुछ ही पता था फिर भी भगवान शिव को अपने पति के रूप में पाने के लिए ओम नमः शिवाय का जाप क्यों किया था क्योंकि जगत को यह बताना चाहते हैं । अगर आप भगवान शिव जैसे पति पाना चाहते हैं तो ओम नमः शिवाय जाप हर औरत को हर लड़कियों को करनी चाहिए । दोस्तों सिर्फ यही नहीं ओम नमः शिवाय मंत्र जाप करने से आपके जीवन में हर संकट को दूर करेंगे ओम नमः शिवाय जप करने से आपके जीवन में हमेशा उन्नति की ओर दौड़ेंगे आपके जीवन में हर बाधा को दूर करेंगे । 



हां, महिलाएं "ओम नमः शिवाय" कह सकती हैं। यह मंत्र हिंदू धर्म में भगवान शिव को समर्पित एक महत्वपूर्ण प्रार्थना है, और इसे एक सार्वभौमिक मंत्र माना जाता है जो लिंग की परवाह किए बिना सभी के लिए खुला है। हिंदू आध्यात्मिक पद्धतियां आम तौर पर परमात्मा की व्यक्तिगत और सार्वभौमिक प्रकृति पर जोर देती हैं, और इस मंत्र का जाप करने वाली महिलाओं के खिलाफ कोई विशेष प्रतिबंध नहीं है। वास्तव में, महिलाएं सदियों से मंत्रों के पाठ सहित आध्यात्मिक प्रथाओं में भाग लेती रही हैं और उनका नेतृत्व करती रही हैं।



"ओम नमः शिवाय" मंत्र का अर्थ भगवान शिव के शांति, सुरक्षा और आंतरिक शक्ति जैसे गुणों का आह्वान करना है, जो हर किसी के लिए सुलभ हैं। हिंदू अभ्यास का सार समावेशिता और यह विश्वास है कि सभी प्राणी परमात्मा का हिस्सा हैं। इसलिए, महिलाओं के लिए "ओम नमः शिवाय" का जाप करना उचित और प्रोत्साहित दोनों है, यदि वे अपनी आध्यात्मिक अभ्यास के हिस्से के रूप में ऐसा करना चाहती हैं। तो दोस्तों आशा करते हैं आप समझ गए होंगेहमारे यह पोस्ट आपको कैसे लगा कमेंट करके जरूर बताइए और हमारे साथ इसी प्रकार बने रहने के लिए फलों अवश्य करें ।



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