शुभ बुधवार के दिन क्या करें और क्या ना करें जानें हमारे साथ मित्रों नमस्कार हमारे वेबसाइट में आपका स्वागत है । प्रिय मित्रों हम इसी प्रकार नए पुराने जानकारी लेकर आते रहता हूं आपके सामने अगर आप हमारे वेबसाइट में नया मेंबर है तो आप हमारे साथ जुड़ने के लिए सब्सक्राइबर कर सकते हैं । हमारे साइड सब्सक्राइबर करने से जो भी नए पुराने अपडेट करेंगे आपके पास पहले पहुंचेंगे ।
प्रिय मित्रों चले जानते हैं शुभ बुधवार के दिन हमें क्या करना चाहिए और क्या नहीं करनी चाहिए ।
हम सभी मनुष्य एक चक्र के अंदर घूमते रहते हैं उसे समझने के लिए धार्मिक ज्ञान की आवश्यकता होता है परंतु सभी के पास धार्मिक ज्ञान नहीं रहते हैं जिसके कारण हमारे कुछ शुभ काम भी बिगड़ जाते हैं और बड़े संकट जन्म लेते हैं । धर्म ज्ञान जिसके पास नहीं है आने वाले समय में उनके लिए छोटा सा काम भी कठिन हो जाता है बहुत ऐसे लोग हैं जो छोटे-मोटे बातों पर बहुत बड़ा संकट पैदा कर लेते हैं । हम मनुष्य सबसे ज्यादा परिवारिक चिंता में व्यस्त रहते हैं और उसे समाधान करने के लिए इधर-उधर भटकते रहते हैं । मनुष्य के जीवन में कुछ ऐसा समस्या आते हैं जो ना उसे पैसे से समाधान हो सकता है और ना ही बातों से , हमें कुछ समस्या का समाधान करने में बहुत कठिनाई का सामना करना पड़ता है ।
प्रिय मित्रों मनुष्य के जीवन में ऐसा समस्या क्यों आती है इसका तो कुछ वजह होगा जिसके कारण हमें बहुत कष्ट उठाना पड़ता है, तो चलिए इसका निवारण का रास्ता ढूंढते हैं ।
धर्म शास्त्र कहता है कि मनुष्य यदि दिन की शुरुआत में इस काम को ध्यान से करेंगे तो आने वाले समय उनके लिए बहुत ही सरल हो जाएगा जीवन जीने की ।
बुधवार के दिन भगवान गणेश जी के दिन होता है क्योंकि भगवान गणेश जी बुधवार को बहुत पसंद करते हैं । कहा जाता है कि बुधवार के दिन जो भी भक्त भगवान गणेश जी की पूजा आराधना करेंगे उनकी मनोकामना भगवान गणेश जी पूर्ण करते हैं ।
आप तो जानते ही हैं कि हिंदू शास्त्र में किसी को भी पूजा करेंगे तो सबसे पहले भगवान गणेश जी की पूजा करना होगा तभी किसी और भगवान का पूजा संपन्न कर सकते हैं ,क्योंकि भगवान गणेश जी को सर्वप्रथम पूजनीय का वरदान प्राप्त हुई हैं ।
बुधवार के दिन सुबह सुबह सर्वप्रथम भगवान गणेश जी के स्मरण करके आप कोई भी कार्य करना शुरू करें । बुधवार की दिन प्रकृति चर और सौम्य मानी गई है। शास्त्र ज्ञान के अनुसार यह भगवान गणेश और लाल किताब अनुसार दुर्गा माता का दिन भी माना जाता है । लेकिन इसके देवता बुध हैं जो चंद्रमा के पुत्र हैं। कमजोर मस्तिष्क वाले व्यक्ति को बुधवार के दिन उपवास रखना चाहिए, क्योंकि बुधवार का दिन बुद्धि प्राप्ति का दिन होता है। अब जानते हैं कि बुधवार के दिन कौनसे कार्य नहीं करना चाहिए।
1) उत्तर, पश्चिम और ईशान में आज के दिन कभी भी यात्रा न करें। खासकर ईशान दिशा में दिशाशूल रहता है तो ऐसे में जरूरी हो तो तिल या धनिया खाकर ही घर से आप कहीं यात्रा कर सकते हैं ।
2) बुधवार के दिन भोजन में हरी सब्जी का त्याग करें आप दूसरे उपाय से भोजन कर सकते हैं।
3) बुधवार के दिन धन के लेनदेन नहीं करना चाहिए इससे आर्थिक व्यवस्था में नुकसान होता है।
4) जिनके बुध ग्रह कमजोर हैं इस दिन लड़की की माता को सिर नहीं धोना चाहिए, ऐसा करने से लड़की का स्वास्थ्य बिगड़ता है या उसके समक्ष कोई कष्ट आ सकता है ।
5) बुधवार के दिन दूध की खीर या अन्य कोई व्यंजन जिसमें दूध जलने की संभावना हो ऐसे करने से आप दूर रहिए, क्योंकि आज के दिन घर में दूध जलने से संकट आने में कोई नहीं रोक सकता ।
6) बुधवार के दिन किसी बहन, मौसी, बुआ और किसी कन्या का अपमान न करें, वरना आने वाले समय में आपके घर में संतान आदि आने में समस्या दिखाई देगा ।
7) बुधवार के दिन पान न खाएं, माना जाता है कि इससे आर्थिक रूप से जातक संकटों से घिर सकता है और कई प्रकार के बीमारियों से जुझ सकता है ।
8) जिन व्यक्ति के बुध ग्रह कमजोर हैं एस दिन नए जूते-कपड़े, टूथ ब्रश और कंघा नहीं खरीदना चाहिए और न ही नए कपड़े पहनना चाहिए।
9) इस दिन सुबह सुबह स्नान आदि करके भगवान गणेश जी की पूजा अर्चना अवश्य करें । बुधवार के दिन गरीबों को दान करें । छोटे बच्चों को बुधवार के दिन लड्डू खरीद करके खिलाइए । इससे भगवान गणेश जी बहुत खुश होते हैं आने वाले समय में आपके धन लाभ होगी एवं कोई संकट आने से वहीं पर रुक जाएगा बड़े से बड़े संकट आपके नजदीक कभी नहीं आने देंगे भगवान गणेश जी। प्रथम पूजनीय भगवान गणेश की कृपा हमेशा आप पर बना रहेंगे और तो और बच्चों की जो दुआ होते हैं बहुत तगड़ा और शक्तिशाली होते हैं याद करके बुधवार के दिन बच्चों को लड्डू अवश्य खिलाइए ।
प्रिय मित्रों इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए कार्य करेंगे तो आने वाले समय में आपके सम्मुख जो भी संकट आएंगे वह क्षण भर में दूर हो जाएगा । मैं उम्मीद करता हूं कि आपको हमारी यह जानकारी पसंद आया होगा ।