केतु ग्रह को प्रसन्न करने के लिए कुछ ज्योतिषीय उपाय निम्नलिखित हैं:
1. **केतु मंत्र का जाप**: केतु ग्रह को शांत करने के लिए प्रतिदिन या मंगलवार, शनिवार के दिन केतु के बीज मंत्र "ॐ कें केतवे नमः" का 108 बार जाप करें।
2. **नीलमणि या गोमेद धारण**: केतु के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए ज्योतिषी की सलाह से नीलमणि या गोमेद धारण कर सकते हैं। इसे चांदी या पंचधातु की अंगूठी में शनिवार को धारण करना शुभ माना जाता है।
3. **केतु यंत्र की स्थापना**: केतु यंत्र को घर या पूजा स्थल में स्थापित कर उसकी पूजा करें। इससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
4. **दान**: केतु को शांत करने के लिए काले तिल, कंबल, लोहा, उड़द, या काले वस्त्र का दान करें। यह शनिवार को किसी गरीब व्यक्ति या मंदिर में देना शुभ होता है।
5. **ध्यान और साधना**: प्रतिदिन ध्यान और साधना करें, इससे मानसिक शांति मिलेगी और केतु के दुष्प्रभाव कम होंगे।
6. **भगवान गणेश की पूजा**: भगवान गणेश केतु ग्रह के कारक माने जाते हैं, इसलिए उनकी पूजा, विशेषकर बुधवार और चतुर्थी के दिन, केतु के अशुभ प्रभाव को कम कर सकती है।
7. **नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ**: हनुमान चालीसा का पाठ करने से केतु ग्रह के दोषों में कमी आती है।
इन उपायों को अपनी श्रद्धा और विश्वास के साथ करने से केतु के दोषों से राहत मिल सकती है।