काली माता को बुलाने के 3 प्रभावी मंत्र

bholanath biswas
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काली माता की पूजा और उन्हें प्रसन्न करने के लिए श्रद्धा, समर्पण और सही विधि का पालन करना आवश्यक है। तांत्रिक साधना से जुड़ी काली माता की पूजा में गहरी आध्यात्मिक शक्ति और ध्यान की आवश्यकता होती है। यदि आप काली माता को बुलाने या उनकी साधना करना चाहते हैं, तो यह मार्ग केवल योग्य और अनुभवी गुरु के मार्गदर्शन में किया जाना चाहिए, क्योंकि यह साधना शक्तिशाली हो सकती है। बिना किसी उचित मार्गदर्शन के इसे करना खतरनाक हो सकता है। 

यहां काली माता की पूजा का एक सामान्य तरीका बताया गया है, लेकिन ध्यान रखें कि यह साधारण भक्तों के लिए एक श्रद्धापूर्ण पूजा पद्धति है, न कि तांत्रिक साधना:

### काली माता की पूजा विधि:

1. **आध्यात्मिक तैयारी**:  
   - शुद्ध और साफ वस्त्र पहनें। स्नान करके अपने शरीर और मन को शुद्ध करें।
   - पूजा स्थान को साफ करें और शांतिपूर्ण वातावरण बनाएं। काली माता का चित्र या मूर्ति स्थापित करें।

2. **संकल्प**:  
   - पूजा से पहले अपने मन में एक संकल्प लें कि आप किस उद्देश्य के लिए पूजा कर रहे हैं और काली माता से आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते हैं।
   
3. **मंत्र जाप**:  
   काली माता को प्रसन्न करने के लिए उनके बीज मंत्र या प्रमुख मंत्र का जाप किया जाता है। कुछ प्रमुख मंत्र इस प्रकार हैं:
   
   - **बीज मंत्र**:  
     "क्रीं"
     
   - **काली माता का मंत्र**:  
     "ॐ क्रीं कालीकायै नमः"
     
   - **महाकाली मंत्र**:  
     "ॐ श्री महाकाल्यै नमः"
   
   इन मंत्रों का 108 बार जाप करें, इसके लिए आप माला का प्रयोग कर सकते हैं।

4. **आरती और पूजा सामग्री**:  
   - काली माता की पूजा में निम्नलिखित सामग्री का उपयोग होता है:
     - लाल फूल (जैसे गुड़हल का फूल)
     - धूप, दीपक, घी
     - फल और मिठाई
     - कुमकुम, चावल और नारियल
     
   - आरती के दौरान माता के सामने दीप जलाएं और आरती गाएं। काली माता की आरती का विशेष महत्त्व है, जिससे माता प्रसन्न होती हैं।
   
5. **ध्यान**:  
   - पूजा के बाद काली माता का ध्यान करें। ध्यान करने से मन को शांति मिलती है और आप उनकी शक्ति का अनुभव कर सकते हैं। ध्यान में माता के रूप का स्मरण करें और उन्हें अपनी भक्ति समर्पित करें।

6. **प्रसाद वितरण**:  
   पूजा के अंत में जो प्रसाद आप माता को अर्पित करते हैं, उसे अपने परिवार और भक्तों में वितरित करें।

7. **भक्ति और समर्पण**:  
   काली माता की पूजा में सच्ची भक्ति और समर्पण का होना अत्यंत आवश्यक है। आप जितनी श्रद्धा से पूजा करेंगे, उतना ही माता की कृपा प्राप्त करेंगे।

### तांत्रिक साधना के लिए सावधानियां:
- तांत्रिक विधि से काली माता की साधना करने के लिए सही गुरु और मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है।
- किसी भी प्रकार की साधना में अनुष्ठान और नियमों का पालन करना अति महत्वपूर्ण है।
- साधना के दौरान मानसिक और शारीरिक शुद्धता का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
- साधना के दौरान किसी भी प्रकार का डर या नकारात्मक सोच नहीं रखना चाहिए।
  
काली माता को बुलाने या उनकी साधना करने के लिए बहुत गहरी साधना और तपस्या की आवश्यकता होती है। इसलिए यदि आप तांत्रिक साधना के बारे में सोच रहे हैं, तो कृपया किसी योग्य और अनुभवी गुरु से मार्गदर्शन प्राप्त करें।
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