गायत्री मंत्र का अर्थ है:
**मंत्र:**
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ॐ भूर्भुवः स्वः।
तत्सवितुर्वरेण्यं।
भर्गो देवस्य धीमहि।
धियो यो नः प्रचोदयात्।।
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**अर्थ:**
- *ॐ* - यह परमात्मा का प्रतीक है।
- *भूर्भुवः स्वः* - यह तीनों लोकों (पृथ्वी, अंतरिक्ष और स्वर्ग) का संकेत है।
- *तत्सवितुर्वरेण्यं* - उस सर्वोच्च प्रकाशमय और पूजनीय शक्ति को।
- *भर्गो देवस्य धीमहि* - हम उस दिव्य तेज का ध्यान करते हैं।
- *धियो यो नः प्रचोदयात्* - जो हमारी बुद्धि को प्रोत्साहित और प्रबुद्ध करें।
इस प्रकार, गायत्री मंत्र का अर्थ है:
"हम उस परमात्मा के दिव्य प्रकाश का ध्यान करते हैं, जो हमारे विचारों और बुद्धि को प्रबुद्ध और प्रेरित करे।"
यह मंत्र ज्ञान, प्रकाश, और सत्य की प्राप्ति के लिए प्रार्थना है।