**"ओम वसुधारे स्वाहा" मंत्र** को विशेष रूप से भौतिक सुख-संपत्ति, आर्थिक समृद्धि, और स्थिरता प्राप्त करने के लिए जप किया जाता है। वसुधारा देवी बौद्ध और हिन्दू परंपराओं में समृद्धि की देवी मानी जाती हैं, जिनकी उपासना से घर में धन-धान्य और शांति बनी रहती है। इस मंत्र का जप जीवन में संपन्नता, शांति और सकारात्मक ऊर्जा लाने में सहायक माना जाता है।
### इस मंत्र के लाभ
1. **धन और समृद्धि की प्राप्ति**: यह मंत्र आर्थिक संकटों को दूर करने, आर्थिक स्थिरता बनाए रखने और धन प्राप्ति में सहायक माना जाता है।
2. **व्यापार में वृद्धि**: व्यापार और व्यवसाय में सफलता प्राप्त करने के लिए इस मंत्र का जप लाभकारी होता है।
3. **सकारात्मक ऊर्जा**: यह मंत्र नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर वातावरण को सकारात्मकता से भरता है।
4. **घर में सुख-शांति**: इसके जप से घर में सुख, शांति और स्थिरता का वातावरण बनता है।
5. **सफलता का मार्ग**: यह मंत्र आपके प्रयासों में सफलता प्राप्त करने में सहायक होता है और जीवन में प्रगति के मार्ग को प्रशस्त करता है।
### "ओम वसुधारे स्वाहा" मंत्र जप की विधि
1. **स्नान और पूजा स्थल की सफाई**: सुबह स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें और पूजा स्थल को साफ रखें।
2. **पूजा सामग्री**: एक सफेद या पीले वस्त्र पर देवी लक्ष्मी या वसुधारा देवी की प्रतिमा या तस्वीर रखें। इसके साथ फूल, दीपक, अगरबत्ती, और मिठाई अर्पित करें।
3. **आसन का चयन**: किसी शुद्ध आसन पर बैठें और मन को शांत करें।
4. **मंत्र का जप**:
- इस मंत्र का कम से कम 108 बार जप करें। इसे करने के लिए रुद्राक्ष या स्फटिक की माला का उपयोग कर सकते हैं।
- नियमित 21, 51, या 108 दिनों तक इस मंत्र का जप करना अधिक लाभकारी होता है।
5. **ध्यान और एकाग्रता**: जप के दौरान मन को एकाग्र करें और देवी वसुधारा का ध्यान करें। कल्पना करें कि देवी वसुधारा की कृपा से आपके जीवन में संपन्नता और सुख-शांति आ रही है।
6. **समर्पण**: अंत में देवी को अपनी प्रार्थना अर्पित करें और उन्हें धन्यवाद दें।
### मंत्र जप का समय और सावधानियाँ
- **समय**: इसे सुबह या शाम के समय करना श्रेष्ठ माना जाता है।
- **श्रद्धा और विश्वास**: मंत्र जप में श्रद्धा और विश्वास का होना आवश्यक है। यदि मन में संदेह रहेगा, तो मंत्र के पूर्ण लाभ नहीं मिल पाएंगे।
- **नियमितता**: इस मंत्र का नियमित रूप से जप करना लाभकारी होता है।
इस मंत्र का जप करते समय मन को देवी वसुधारा पर केंद्रित करना और उनसे अपनी प्रार्थना करना ही सफलता का मूल मंत्र है।