Ucchista Ganapati Sadhana Benefits: उच्छिष्ट गणपति साधना के 8 दिव्य लाभ

bholanath biswas
0

ucchista ganapati,ucchista ganapati mantra,ucchista ganapati sadhana,ucchista ganapati mantra benefits,ucchista ganapati mantra sadhana,ucchista ganapati story,ucchista ganapati mantram,ucchista ganapati homam,ucchista ganapati stotram,ucchista ganapati mantra:,ucchista ganapati japa,ucchista ganapati puja,ucchista ganapati mantra japa,ucchista ganapati sadhna,ucchista ganapathi sadhana for good health and success,ucchista
#उच्छिष्टगणपतिसाधनाकेलाभ #उच्छिष्टगणपतिसाधना #ucchistaganeshsadhana #ucchistaganapatimantrasadhana #omucchistaganapatayenamaha #उच्छिष्टगणपतिसाधनाकेलाभand #उच्छिष्टगणपतिसाधनाकेलाभandreasskinner

उच्छिष्ट गणपति साधना एवं उसके लाभ

उच्छिष्ट गणपति भगवान गणेश का एक उग्र और तांत्रिक रूप हैं। यह साधना विशेष रूप से तांत्रिक और शक्तिशाली सिद्धियों के लिए की जाती है। उच्छिष्ट गणपति को वशीकरण, आकर्षण, शत्रु नाश, धन-संपत्ति, व्यापार उन्नति और आध्यात्मिक उन्नति के लिए साधना किया जाता है।


उच्छिष्ट गणपति का स्वरूप

🔸 लाल वर्ण के गणपति
🔸 उनकी चार भुजाएँ होती हैं
🔸 वे अपने बाएँ पैर को उठाए रहते हैं
🔸 वे उच्छिष्ट (बचा हुआ भोजन) ग्रहण कर रहे होते हैं
🔸 देवी के साथ उनका एक विशेष तांत्रिक रूप होता है


उच्छिष्ट गणपति साधना के लाभ

  1. वशीकरण एवं आकर्षण – यदि किसी को अपने पक्ष में करना हो या अपने प्रभाव क्षेत्र को बढ़ाना हो, तो यह साधना अत्यंत प्रभावी होती है।
  2. व्यापार एवं धन वृद्धि – धन-प्राप्ति, व्यापार उन्नति एवं आर्थिक समृद्धि के लिए यह एक शक्तिशाली साधना है।
  3. शत्रु नाश एवं सुरक्षा – साधना से शत्रु बाधाओं से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुरक्षा बनी रहती है।
  4. विद्या एवं स्मरण शक्ति – छात्रों के लिए यह साधना स्मरण शक्ति बढ़ाने में सहायक होती है।
  5. रोग नाश – यदि किसी व्यक्ति को लम्बे समय से कोई रोग हो, तो यह साधना करने से स्वास्थ्य में सुधार होता है।
  6. कुंडली दोष निवारण – विशेष रूप से राहु-केतु एवं ग्रह बाधाओं को दूर करने में यह साधना मदद करती है।
  7. तंत्र सिद्धि एवं आध्यात्मिक उन्नति – साधक को तंत्र शक्ति एवं सिद्धि की प्राप्ति होती है।

साधना विधि

1. आवश्यक सामग्री

✅ लाल वस्त्र पहनें
✅ गणपति की उच्छिष्ट गणपति रूप में मूर्ति या चित्र
✅ लाल फूल एवं दूर्वा
✅ लाल चंदन
✅ गुड़ एवं बेसन के लड्डू
✅ पंचामृत
✅ रुद्राक्ष माला (11 मुखी श्रेष्ठ होती है)

2. साधना काल

🔹 रात्रि 10 बजे के बाद अथवा ब्रह्म मुहूर्त में करना श्रेष्ठ
🔹 चतुर्थी, अष्टमी, चतुर्दशी, पूर्णिमा या अमावस्या को विशेष लाभकारी

3. मंत्र जाप

🔸 "ॐ ह्रूं गं हुं फट् स्वाहा॥"
🔸 "ॐ उच्छिष्ट गणपतये नमः॥"
🔸 कम से कम 108 या 1008 बार जाप करें

4. महत्वपूर्ण नियम

✔ ब्रह्मचर्य का पालन करें
✔ सात्विक भोजन ग्रहण करें
✔ नकारात्मक विचारों से दूर रहें
✔ गुरु से दीक्षा लेना श्रेष्ठ होता है


विशेष सावधानियां

🚫 यह साधना अत्यंत प्रभावशाली है, इसलिए उचित विधि से करें।
🚫 साधना को अधूरा न छोड़ें, अन्यथा प्रतिकूल प्रभाव हो सकते हैं।
🚫 यदि किसी मंत्र या विधि में संदेह हो, तो योग्य गुरु से परामर्श लें।


निष्कर्ष

उच्छिष्ट गणपति साधना अत्यंत शक्तिशाली एवं तांत्रिक प्रभाव वाली साधना है। इसे उचित विधि से करने पर साधक को वशीकरण, शत्रु नाश, धन-वैभव, तंत्र सिद्धि, तथा आध्यात्मिक उन्नति का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

Tags

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!
10 Reply