क्या आपका चलता हुआ व्यापार अचानक रुक गया है? जानें व्यापार बंधन खोलने का शक्तिशाली मंत्र और सरल उपाय
दोस्तों,
अक्सर ऐसा होता है कि हमारा अच्छा-भला, चलता हुआ काम अचानक से ठप्प पड़ जाता है। जहाँ कल तक ग्राहकों की लाइन लगी रहती थी, आज वहाँ सन्नाटा पसरा है। बनती हुई बात बिगड़ जाती है, पैसा आता तो है पर टिकता नहीं और मन में एक अजीब सी बेचैनी और नकारात्मकता घर कर लेती है। हम अपनी तरफ से पूरी मेहनत करते हैं, रणनीति बदलते हैं, लेकिन नतीजा वही 'ढाक के तीन पात'।
अगर आपके साथ भी कुछ ऐसा ही हो रहा है, तो हो सकता है कि आपका व्यापार किसी की बुरी नज़र या 'बंधन' का शिकार हो गया हो। इसे व्यापार बंधन कहते हैं। यह किसी की ईर्ष्या या नकारात्मक ऊर्जा के कारण हो सकता है जो आपके काम की प्रगति को बांध देती है।
लेकिन घबराने की कोई बात नहीं है। मेहनत और लगन के साथ-साथ जब थोड़ी सी आध्यात्मिक शक्ति जुड़ जाती है, तो बड़ी से बड़ी बाधा भी दूर हो जाती है। आज मैं आपको एक ऐसा ही शक्तिशाली मंत्र और कुछ सरल उपाय बताऊंगा, जो आपके व्यापार पर लगे हर तरह के बंधन को खोलने में आपकी मदद कर सकते हैं।
क्या है व्यापार बंधन?
सीधे शब्दों में कहें तो, जब आपके व्यवसाय की सकारात्मक ऊर्जा को किसी की नकारात्मक ऊर्जा (जैसे जलन, द्वेष) प्रभावित करने लगती है, तो एक अदृश्य रुकावट पैदा हो जाती है। इसे ही बंधन कहते हैं। इसके लक्षण हैं:
ग्राहकों का अचानक कम हो जाना।
आए हुए सौदों का अंतिम समय पर रद्द हो जाना।
दुकान या ऑफिस में मन न लगना, भारीपन महसूस होना।
बार-बार नुकसान होना या मशीनरी का खराब होना।
कर्मचारियों का मनमुटाव या उनका काम छोड़कर जाना।
व्यापार बंधन खोलने का शक्तिशाली मंत्र
यह माँ लक्ष्मी का एक बहुत ही सिद्ध और प्रभावशाली मंत्र है। पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ इसका जाप करने से व्यापार में आ रही रुकावटें दूर होती हैं और धन का आगमन फिर से शुरू हो जाता है।
मंत्र:
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम:॥
अर्थ: हे कमल पर विराजमान माँ लक्ष्मी! आप मुझ पर प्रसन्न हों, प्रसन्न हों। मैं आपके महालक्ष्मी स्वरुप को प्रणाम करता हूँ।
मंत्र जाप की सरल विधि
सिर्फ मंत्र जानना काफी नहीं है, उसे सही विधि से करना भी जरूरी है ताकि उसका पूरा फल मिल सके।
समय: इस मंत्र का जाप सुबह स्नान करने के बाद या शाम को अपने व्यापार स्थल पर पूजा के समय करें। शुक्रवार का दिन इसके लिए विशेष उत्तम माना गया है।
स्थान: अपनी दुकान, ऑफिस या कारखाने में पूजा स्थान पर या किसी साफ-सुथरी जगह पर आसन बिछाकर बैठें। पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करें।
तैयारी: अपने सामने माँ लक्ष्मी की एक तस्वीर या मूर्ति रखें। एक घी का दीपक और कुछ अगरबत्ती जलाएं। इससे वातावरण में सकारात्मकता आती है।
जाप: अब स्फटिक या कमलगट्टे की माला से इस मंत्र का 108 बार (एक माला) जाप करें। जाप करते समय अपना पूरा ध्यान मंत्र के शब्दों और माँ लक्ष्मी के स्वरूप पर केंद्रित करें।
संकल्प: जाप शुरू करने से पहले मन में यह संकल्प लें कि "हे माँ लक्ष्मी, मैं अपने व्यापार की उन्नति और सभी बाधाओं को दूर करने के लिए इस मंत्र का जाप कर रहा हूँ, कृपया मेरी प्रार्थना स्वीकार करें।"
अवधि: इस प्रक्रिया को कम से कम 21 दिनों तक नियमित रूप से करें। आप इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा भी बना सकते हैं। यकीन मानिए, आपको कुछ ही दिनों में फर्क महसूस होने लगेगा।
कुछ अन्य सरल और अचूक उपाय
मंत्र जाप के साथ-साथ अगर आप ये छोटे-छोटे उपाय भी करेंगे, तो सोने पर सुहागा हो जाएगा।
नींबू-मिर्च: हर शनिवार को अपनी दुकान या ऑफिस के मुख्य द्वार पर 7 हरी मिर्च और एक नींबू काले धागे में पिरोकर लटका दें। यह बुरी नज़र को सोख लेता है। अगले शनिवार इसे उतारकर कहीं दूर फेंक दें।
नमक का पोंछा: हफ्ते में एक बार, खासकर शनिवार को, पानी में थोड़ा खड़ा नमक (समुद्री नमक) डालकर अपने व्यापार स्थल पर पोंछा लगाएं। यह नकारात्मक ऊर्जा को खत्म करता है।
गुग्गुल का धुआं: शाम के समय पूजा के बाद अपने पूरे कार्यस्थल पर गुग्गुल या लोबान का धुआं करें। इसकी सुगंध दैवीय शक्तियों को आकर्षित करती है और माहौल को पवित्र बनाती है।
मुख्य द्वार साफ रखें: अपने व्यापार स्थल का प्रवेश द्वार हमेशा साफ-सुथरा और आकर्षक रखें। माना जाता है कि माँ लक्ष्मी वहीं प्रवेश करती हैं जहाँ स्वच्छता होती है।
एक जरूरी बात
दोस्तों, एक बात हमेशा याद रखिएगा। मंत्र और उपाय आपकी मेहनत का विकल्प नहीं हैं, बल्कि ये आपकी मेहनत को सही दिशा और सफलता दिलाने में मदद करते हैं। ये आपकी आस्था और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाते हैं, जिससे आप और बेहतर निर्णय ले पाते हैं।
इसलिए, अपनी मेहनत, ईमानदारी और अच्छी ग्राहक सेवा में कोई कमी न आने दें। उसके साथ जब आप इन आध्यात्मिक उपायों को जोड़ेंगे, तो कोई भी बंधन आपके व्यापार की तरक्की को नहीं रोक पाएगा।
हिम्मत मत हारिए। विश्वास के साथ इन उपायों को अपनाइए और देखिए कि कैसे आपके व्यापार में फिर से बहार लौट आती है।
ईश्वर आपके व्यापार को दिन दोगुनी रात चौगुनी तरक्की दे