``` health and tips in hindi खाली पेट पपीता खाने के यह है जबरदस्त फायदे ।।

health and tips in hindi खाली पेट पपीता खाने के यह है जबरदस्त फायदे ।।

bholanath biswas
0

Health tips


सुबह सुबह खाली पेट पपीता खाने के फायदे क्या हैं जानने के लिए हमारे साथ बने रहिए मित्रों नमस्कार हमारे वेबसाइट में आपका स्वागत । हमारे शरीर ही संपत्ति है शरीर में छोटे-मोटे बीमारियों से यदि दुर रहना तो खाने-पीने का ध्यान अवश्य देना चाहिए । आज हम लोग जानेंगे कि मौजूदा के गुण कितने हैं कैसे हमें फायदे मिलते हैं
 

पपीता के फल को कौन नहीं जानते हैं  गांव घर में अक्सर देखा जाता है और इसे लोग सब्जी बनाकर खाते हैं । पपीता सबसे ज्यादा लोग सब्जी बनाकर खाते हैं पर इसकी गुण कितनी है यह सभी को पता नहीं है । आज हम आपको बताएंगे कि पपीता के कितने गुण हैं और इसके सेवन करने से शरीर में क्या-क्या फायदे मिलते हैं ।


भारत में पपीता आज से लगभग ३०० वर्ष पूर्व आया। आरंभ में भारतवासियों ने फलों में हीक के कारण इसको कदाचित् अधिक पसंद नहीं किया, परंतु अब अच्छी और नई किस्मों के फलों में हीक नहीं होती।


शीघ्र फलनेवाले फलों में पपीता अत्यंत उत्तम फल है। पेड़ लगाने के बाद वर्ष भर के अंदर ही यह फल देने लगता है। इसके पेड़ सुगमता से उगाए जा सकते हैं और थोड़े से क्षेत्र में फल के अन्य पेड़ों की अपेक्षा अधिक पेड़ लगते हैं।


इसके पेड़ कोमल होते हैं और पाले से मर जाते हैं। ऐसे स्थानों में जहाँ शीतकाल में पाला पड़ता हो, इसको नहीं लगाना चाहिए। यहाँ उपजाऊ, दुमट भूमि में अच्छा फलता है। ऐसे स्थानों में जहाँ पानी भरता हो, पपीता नहीं बढ़ता। पेड़ के तने के पास यदि पानी भरता है तो इसका तना गलने लगता है। पपीते के खेत में पानी का निकास अच्छा होना चाहिए। इसका बीज मार्च से जून तक बोना चाहिए। प्राय: अप्रैल मई में बीज बोते हैं और जुलाई अगस्त में पेड़ लगाते हैं। यदि सिंचाई का सुप्रबंध हो तो फरवरी मार्च में इसका पेड़ लगाना अति उत्तम होता है। पेड़ लगाने के लिये पहले आठ या दस फुट के फासले से डेढ़ या दो फुट गहरे गोल गड्ढे खोद लेने चाहिए। गड्ढे के केंद्र में पेड़ लगाना चाहिए। पेड़ों की सिंचाई के लिये उनमें छल्लेदार थाले बनाकर आवश्यकतानुसार पानी देते रहना चाहिए।


पपीते के पेड़ों में नर एवं मादा पेड़ अलग होते हैं। नर पेड़ों में केवल लंबे-लंबे फूल आते हैं। इनमें फल नहीं लगते। जब पेड़ फलने लगते हैं तो केवल १० प्रतिशत नर पेड़ों को छोड़कर अन्य सब नर पेड़ों को उखाड़ फेंकना चाहिए।


पपीते के पेड़ में तीन या चार साल तक ही अच्छे फल लगते हैं। आवश्यकतानुसार यदि तीसरे चौथे साल पपीते के दो पेड़ों के बीच बीच में नए पेड़ लगते रहें तो चौथे पाँचवें साल नए फलनेवाले पेड़ तैयार होते जाते हैं। नए पेड़ तैयार हो जाने पर पुराने पेड़ों को उखाड़ फेंकना चाहिए। इसकी मुख्य किस्में हनीड्यू (मधुविंदु), सिलोन, राँची आदि हैं। पपीता खाने के अनेको लाभ है। 


सुबह सुबह पपीता खाने के फायदे ।


पपीता फल के अंदर विटामिन E से लेकर C तक विटामिन पाया जाता है । पपीता फल के उपयोग करने से आपके शरीर के हड्डियों को कमजोर से बचाते हैं, पेट में कभी गैस बनने नहीं देंगे,और लीवर के शक्ति बढ़ाते हैं । इतना ही नहीं पाचन शक्ति भी बढ़ाते हैं समय-समय पर भूख भी लगेगी ।

सुबह सुबह खाली पेट में पपीता के फल के कच्चा वाले एक टुकड़े खाने से सबसे ज्यादा फायदा है लिवर के लिए । यदि किसी की लिवर मे कमजोरी है तो इसका सुबह सुबह खाली पेट में सेवन कर सकते हैं इसमें बहुत ही अच्छा लाभ मिलता है । सुबह-सुबह कच्चे पपीता के सेवन करने से कैंसर जैसी बीमारियों से लड़ने में सक्षम है । सुबह सुबह खाली पेट पपीता के सेवन करने से पेट सफा होने में बहुत ही मददगार होते हैं। और तो और शरीर के चारों ओर शक्तिशाली ऊर्जा पैदा करते हैं ,थकान दूर करते हैं, मस्तिष्क ठीक बने रहते हैं । पपीता में बहुत से गुण है जो अधिक लोग नहीं जानते हैं । पपीता का सब्जी बनाकर खाने से बहुत ही फायदे हैं ।


Health Tips in Hindi

100 health tips

Health tips for women

Health tips 2021

10 tips for good health

Health Tips bangla

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!
10 Reply