शुक्र मंत्र इतना प्रभावशाली है कि आप इसे सिद्ध करने के बाद तुरंत असर होने लगता है । सबसे पहले इस मंत्र का सिद्ध करना होगा तो कैसे करें? चलिए विस्तार से आपको हम बताने वाले हैं नमस्कार मित्रों हमारे वेबसाइट में आपका स्वागत है । देवी देवताओं के हर मंत्र में शक्ति हैं । लेकिन हर मंत्र में अलग-अलग फल प्राप्त होते हैं और आज इस शुक्र मंत्र का चमत्कार आपको हम बताने जा रहे हैं जिसे करने के बाद आपके जीवन पूरी तरह बदल देगा ।
हर मनुष्य के जीवन में बदलाव होता है समय के अनुसार यदि किसी व्यक्ति के जीवन संकट भरे चल रहा है तो ऐसे में इस शुक्र मंत्रों का जाप करना अवश्य चाहिए । क्योंकि शुक्र मंत्र में वह प्रभावशाली शक्ति है जहां संकट दुविधाएं सभी दूर करने में सक्षम है । और तो और उस व्यक्ति के अंदर ऐसा आकर्षण पैदा करेंगे जहां हर किसी काम में सफल प्राप्त कर सकते हैं ।
इस मंत्रों सिद्ध करने के बाद क्या क्या चमत्कार हो सकता है आपके साथ चलिए विस्तार से जानते हैं ।
धर्म शास्त्र के अनुसार यदि किसी व्यक्ति अपने चेहरे को लेकर परेशान हैं तो इस मंत्रों का जाप अवश्य करें। इस मंत्र का जप करके सिद्ध कर ले और अपने चेहरे को सुंदरता और बढ़ाएं क्योंकि इस मंत्र में वह प्रभावशाली शक्ति हैं जहां उनके शरीर में छोटे-मोटे बीमारियों को दूर करने में सक्षम हैं ।
यदि आप कहीं जॉब कर रहे हैं और जॉब करते समय आपको हर तरह की समस्या दिखाई दे रहा है तो इस मंत्र का जप अवश्य करें इस मंत्र में मनुष्य के सारे बधाई को दूर कर देते हैं । यदि आप लंबे दिनों से मन इच्छा जब प्राप्ति के लिए इधर उधर भटक रहे हैं तो आपके लिए यह मंत्रों बहुत ही चमत्कार होने वाले हैं इस मंत्र को सिद्ध करने के बाद ही आपको मनपसंद नौकरी प्राप्त होगी ।
यदि आप अपने मनपसंद किसी से प्रेम करना चाहते हैं और आपको नहीं मिल रहा है तो ऐसे में दुखी मत होइए । इस मंत्र को सिद्ध कर लीजिए उसके बाद देखिए कमाल । आप अपने मनपसंद जीवनसाथी से प्रेम कर सकते हैं और उनसे प्रेम विवाह भी कर सकते हैं इससे आपके लिए बहुत ही आसान हो जाएगा ।
आप बिजनेस कर रहे हैं और आपके बिजनेस पर किसी भी प्रकार के लाभ उठा नहीं पा रहे हैं तो ऐसे में बिल्कुल चिंता मत कीजिए तुरंत इस मंत्र का सिद्ध कर लीजिए और देखिए कमाल । आपके बिजनेस पर कभी भी नुकसान होने वाला नहीं है क्योंकि इस मंत्र में आपके अंदर में वह आकर्षण पैदा करेंगे जहां आपके व्यापार में कभी भी नुकसान होने की नजर नहीं आएंगे ।
तो चलिए अब जानते हैं इस मंत्र को सिद्ध कैसे कर सकते हैं ।
किसी भी मह प्रथम शुक्रवार से इस मंत्रों का जाप शुरू करना होगा । शुक्रवार के दिन प्रात काल में उठे उसके बाद नहा धोकर सभी इष्ट देवता को प्रणाम करें उसके बाद दक्षिण या पूर्व दिशा में मुंह करके बैठे । उसके बाद इस मंत्रों का आप लगातार जाप करें आपके मन में जितना इच्छा है उतना समय तक इस मंत्र का जप कर लें ।
ॐ शुं शुक्राय नमः
ॐ हृीं श्रीं शुक्राय नमः
रोजाना प्रात काल में उठकर इस मंत्र का जाप करने से आप खुद ही समझ सकते हैं कि आपके अंदर में कैसे अनुभव हो रहा है । इस मंत्र को सिद्ध आप तभी कर सकते हैं जब लगातार ५१ दिवस तक करेंगे । यदि आप इस बीच मंत्रों का जाप करना बंद कर देंगे तो शायद आपके लिए यह मंत्र सिद्ध करना मुश्किल हो सकता है इसलिए रोजाना ५१ दिवस तक सुबह प्रात काल में उठ कर नहा धोकर सभी अपने इष्ट देवताओं को प्रणाम करके जाप करना ना भूले । यह मंत्र का जप करना कोई भी नियम नहीं है आप जितने समय देंगे आपके लिए उतना ही जल्दी फायदे होंगे बस मन में विश्वास भक्ति और श्रद्धा होना चाहिए ।
क्या ना करें
ध्यान रखें इस मंत्र को सिद्ध करते समय कभी भी मिथ्या वचन नहीं बोलना चाहिए । छल कपट मन में नहीं रखना चाहिए । हो सके समर्थ जैसे गरीबों को दान करें । अपने हाथों से किसी का प्राण ना लें । मन के भीतर लोभ क्रोध यह सभी त्याग दें ।मंत्र सिद्ध होने तक मीट, मछली, अंडा नकारात्मक आह परहेज करना होगा यदि आप इस तरह करते हैं तो आने वाले समय में आपका हर काम सफल नजर आने वाले हैं । क्योंकि शुक्र देवता हमेशा अपने भक्तों की रक्षा करते हैं कृपा करते हैं उनकी मनोकामना बहुत जल्द पूरी करते हैं ।
संकट के समय क्या करना चाहिए?
हम सभी मनुष्य के जीवन में संकट आते रहते हैं । मगर कुछ संकट ऐसे हैं कि लोगों को सबक सिखाता है और सही रास्ते पर जाने की सीख मिलती है । जो लोग जानबूझकर गलत रास्ते में चले जाते हैं उन्हें दंड तो जरूर मिलती है, संकट घेर लेते हैं तब उसे कोई रास्ता दिखाई नहीं देते हैं क्या करें।
दुर्गा माता की Powerful 9 मंत्रों क्या है ?
1. सर्वकल्याणकारी मंत्र सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके। शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोस्तुते॥
इच्छापूर्ति महाशक्तिशाली मंत्र - का प्रयोग कैसे करें
प्रतिदिन सुबह उठकर नीचे बताया गया इस मंत्रों का पूर्व दिशा में मुंह करके बैठ कर 21 बार जप करें