वाराही मंत्र साधना: जाप करते ही बड़े से बड़े संकट होगा दूर

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वाराही मंत्र साधना-जाप करते ही बड़े से बड़े संकट कैसे होगा दूर ? जानिए 

varahi amman mantra का जाप करके कैसे करें अपने मनोकामना पूर्ण जानिए हमारे साथ नमस्कार मित्रों हमारे वेबसाइट में आपका स्वागत है । दोस्तों हर परिवार में कुछ ना कुछ समस्या दिखाई देता है पर छोटा-मोटा संकट है तो कोई बात नहीं मगर संकट बड़ा होने से परिवार के भीतर प्रेम भाव खत्म हो जाती है । परिवार के सदस्य के भीतर यदि प्रेम भाव खत्म हो जाए तो बाद में सदस्य के भीतर प्रेम भाव को जोड़ना बहुत मुश्किल हो जाता है ऐसे में परिवार के सदस्य का रास्ता ही भटक जाता है । तो दोस्तों हमारे जीवन में कैसे भी संकट हो और कैसे भी दुविधा आए सभी को दूर कर सकते हैं भगवान वराह कि इस मूल मंत्र से ।



मनुष्य के जीवन में संकट आते रहते हैं लेकिन उससे बाहर निकलने के लिए हमें भगवान की स्मरण करना चाहिए । वैसे तो भगवान की हार मंत्र में ही शक्ति होती है । और सबसे बड़ा शक्ति तो आपके अंदर में है । अगर आपके भीतर भगवान के प्रति श्रद्धा भक्ति हैं तो इससे बड़ा और कोई शक्ति ही नहीं है । 


संकट मनुष्य के हो या देवी देवताओं के हो हर संकट का निवारण भगवान स्वयं करते हैं । एक असुर के कारण तीनों लोग घोर संकट में था जिसके कारण भगवान विष्णु वराह के अवतार लेना पड़ा ।

पौराणिक कथाओं के अनुसार हिरण्याक्ष एक महाशक्तिशाली कसूर था जिन्होंने सहस्रा वर्षों तक भगवान ब्रह्मा देव की तपस्या किया । हिरण्याक्ष के कठोर तपस्या देखकर ब्रह्मा देव ने प्रसन्न होकर उन्हें वरदान दिया था । हिरण्याक्ष असुर ने ऐसे वरदान प्राप्त किया था ना तो कोई उसे मनुष्य मर सकता है, और ना ही कोई पशु, और ना ही कोई नारी । ब्रह्मा देव की ऐसे वरदान से हिरण्याक्ष असुर ने तीनों लोगों को पराजित कर दिया था।  इसका अत्याचार से देवी-देवताओं ने त्राहिमाम करने लगे । हिरण्याक्ष असुर का अत्याचार से मुक्ति पाने के लिए सभी देवी देवताओं ने भगवान विष्णु का स्वर्ण लिए । उसके बाद भगवान विष्णु वराह के अवतार लेकर हिरण्याक्ष असुर का वध किया था । 


भगवान विष्णु की वराह अवतार को कोई भी व्यक्ति भक्ति श्रद्धा के साथ साधना करने से उनके जीवन में बड़े से बड़े संकट क्षण भर में दूर होंगे ।


दोस्तों अगर आपके जीवन में वर्तमान स्थिति में कोई भी बड़े से बड़े संकट छाया हुआ है तो बिल्कुल चिंता मत कीजिए ।  सुबह स्नान आदि करके वराह भगवान की एक फोटो दक्षिण दिशा में मुंह करके पूजा साधना करें । भगवान वराह की इस मूलमंत्र का जाप ३बार करें । किसी भी दिन से पूजा साधना आप शुरू कर सकते हैं लगातार २१ दिन तो करें आपके जीवन में हर संकट दूर हो जाएगा ।


 ऐं ग्लौं ऐं

नमो भगवति

वार्ताळि वार्ताळि

वाराहि वाराहि

वराहमुखि वराहमुखि

अन्धे अन्धिनि नमः

रुन्धे रुन्धिनि नमः

जम्भे जम्भिनि नमः

मोहे मोहिनि नमः

स्तंभे स्तंभिनि नमः

सर्वदुष्टप्रदुष्टानां सर्वेषां

सर्ववाक्-चित्तचक्षुर्मुखगतिजिह्वां

स्तंभनं कुरु कुरु

शीघ्रं वश्यं कुरु कुरु

ऐं ग्लौं ठः ठः ठः ठः

हुं फट् स्वाहा । 


भगवान के प्रति भक्ति और श्रद्धा के साथ इस मंत्र का जप करें आपकी मनोकामना पूर्ण होंगे बहुत जल्द । इस मंत्र का जप से परिवार के सभी सदस्य के भीतर प्रेमभाव हमेशा मजबूत रहेंगे ।

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