इंसान का मृत्यु के बाद किस रूप में जन्म होगा ? शेर,बिल्ली,कुत्ता,मनुष्य


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आपका किस रूप में जन्म होगा ?



कौन जानता है करने के मृत्यु के बाद हमारे शरीर किस रूप में जन्म होगा लेकिन धर्मशास्त्र के अनुसार अगर आप जानना चाहते हैं तो आज हम अपने आर्टिकल के माध्यम में विस्तार से बताएंगे । दोस्तों नमस्कार हमारे वेबसाइट में आपका स्वागत है अगर आप अपना कर्म को धर्म मानते हैं तो आपसे बड़ा कोई सौभाग्य इंसान नहीं है । क्योंकि जो व्यक्ति निष्ठा और अपने कर्म को ही सब कुछ मानते हैं धर्मशास्त्र कहते हैं वही एक महान व्यक्ति है । कम से ही फल मिलता है जैसे कर्म करेंगे वैसे ही आपको फल मिलेगा यह तो आपको पता होगा । कर्म किस प्रकार के होते हैं एक तो बेईमान की होते हैं और एक ईमानदार की । अगर आप ईमानदार से कर्म करोगे तो जाहिर सी बात है आपको उसे प्रकार फल मिलेगा अगर आप बेईमान के कर्म करेंगे तो उसी प्रकार फल मिलेंगे तो दोस्तों चलिए जानते हैं इस आर्टिकल के माध्यम में आपका अगले जन्म किस रूप में होने वाले हैं ।



धर्म शास्त्र के अनुसार पुनर्जन्म की सच्चाई वास्तव में धर्म ग्रंथ में उल्लेख किया हुआ है कि इंसान की पुनर्जन्म होते हैं । परंतु वर्तमान की वैज्ञानिक इस बात को मानने से इनकार करते हैं उन्हें तो सबूत चाहिए । पुनर्जन्म की सच्चाई जानने के लिए हमारे अंदर में भी जागृत होते हैं प्रश्न के जबाव हमें कैसे मिलेगी यह तो हम इधर उधर ढूंढते रहता हूं लेकिन वास्तव में एक से एक कहानी हमें मिली जाता है । दरअसल मैं आपको एक ऐसे बच्चों से मिलाएंगे जहां अपने पुनर्जन्म की कथाएं सबके सामने उजागर किया जिन्हें देखकर वैज्ञानिक भी हैरान रह गया ।

 

इलाहाबाद अनापुर गांव में एक बच्चा का जन्म हुआ जिसका नाम है कार्तिक । कार्तिक अपने बचपन में जब से जुबान  पर बात आने लगे तब से अपने पिछले जन्म की कहानी अपने माता-पिता को सुनाने लगे । तो अपने संतन की बात सुनकर माता-पिता हैरान रह गया । अपनी संतान की बात कितनी सच्चाई है यह जानने के लिए उन्होंने


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दरअसल कार्तिक के पिछले जन्म राजस्थान माउंट आबू में हुआ था उस जगह के विषय में माता-पिता के डिटेल्स बताया उसी के अनुसार कार्तिक के माता पिता उस जगह पर जाकर अपने संतन की बात को सच्चाई ढूंढने लगे । जैसे-जैसे कार्तिक अपने माता-पिता को बताया पिछले जन्म की कहानी वैसे ही राजस्थान में माउंट आबू में सच्चाई पाया गया । 

 राजस्थान  प्रजापिता ब्रह्माकुमारी मधुबन आश्रम के लोगों ने महसूस किया कि कार्तिक सच बता रहे हैं ।

 दरअसल कार्तिक पिछले जन्म में सुनील का नाम से जाना जाता था उन्होंने इस आश्रम में 10 साल तक गुजारे थे । उसके बाद घर निर्माण के समय दुर्घटना में उसकी मौत हो गई थी । उसके बाद आश्रम वालों ने मृतक सुनील के मां को बुलाया और कार्तिक के साथ मिलाया । कार्तिक भी अपने पिछले जन्म की सारी कहानी बताया उसके बाद सुनील की मां भी उसकी बात सुनकर हैरान रह गया कि वास्तव में ऐसा होता है । जिसे सुनकर  तो सुनील के मां रोने लगे और अपने सीने में लगाया । सुनील की मां कार्तिकेय बात सुनकर विश्वास करने लगे और अपने पुत्र मनने लगे ।


तो दोस्तों वास्तव में पुनर्जन्म की कहानी हमारे धर्म ग्रंथों में ही उल्लेख किया गया है इसे विश्वास करना ना करना वास्तव में हम मूर्खता काम करते हैं । जो सच्चाई है उन्हें कभी झूठा नहीं जा सकता इसलिए अगर आप भी पुनर्जन्म के विषय में और भी कुछ जानना चाहते हैं तो हमारे साथ आप जुड़ सकते हैं । 

भगवान श्री कृष्ण ने भागवत गीता में ही उल्लेख किया कि मनुष्य के शरीर छूट जाते हैं आत्मा नहीं । आत्मा बस शरीर से अलग होते हैं  दूसरे शरीर में जाकर प्रवेश करते हैं । बात तो यह है कि उनकी कर्म कैसे हैं कर्म के अनुसार ही उन्हें शरीर प्राप्त होता है । तो दोस्तों अगर आप अपने कर्म को सही रखेंगे तो आने वाले दिन में आपको मनुष्य के शरीर जरूर प्राप्त होगी मनुष्य के कर्म के अनुसार ही उन्हें शरीर प्राप्त होता है आप जैसे कर्म करेंगे वैसे शरीर प्राप्त होती है । तो मित्रों आने वाले दिन में ऐसे कर्म करें ताकि आपके मनुष्य ही जन्म हो ।

दोस्तों पुनर्जन्म की बात सभी मनुष्य को याद नहीं होते हैं जिनकी आत्मा प्रबल शक्तिशाली है और आध्यात्मिक ज्ञान है उन्हीं इंसान को पिछले जन्म की बातें याद होते हैं । हम आप नॉर्मल इंसान पिछले जन्म की बातें याद नहीं कर सकते हैं क्योंकि हमारे अंदर में वह शक्ति नहीं है और ना ही हमारे आत्मा की उतना ऊर्जा जन्म दे सका ।इसके लिए मित्रों अपने आत्मा को अध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करना है धर्म ग्रंथ का ज्ञान प्राप्त करना है तभी जाकर यह सब बातें आप अगले जन्म में उजागर कर सकते हैं यह सब आम इंसान की बात नहीं है करोड़ों लोगों में से एक दो लोग ऐसे पाए जाते हैं ।


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार : इस धरती पर जितने भी मानव जन्म लिए हैं उनके कर्म के अनुसार कुंडली का योग बदलते रहते हैं । और शास्त्र कहते हैं मनुष्य के कर्म के अनुसार उनके जन्म स्थान बदलते रहते हैं । मनुष्य के जैसे कर्म होंगे उसी प्रकार उनके जन्म और शरीर मिलेंगे । मित्रों यदि आप अपनी कर्म मनुष्य के जैसे किए हैं तो आप को भी शरीर मनुष्य के ही मिलेंगे । धर्म शास्त्र कहते हैं इंसान की कई भी रूप में जन्म लेने के बाद उनका कर्मफल में ही निर्धारित होता है आने वाले समय में किसका शरीर प्राप्त होंगे । कुंडली में आपका कैसे भी योग हो लेकिन आने वाले समय में आप का पुनर्जन्म होना ही है लेकिन आपका कर्म के अनुसार निर्धारित होगा किसके शरीर आपको प्राप्त होगा हमें आशा है यहां जो भी आपके लिए जानकारी दिया गया है आप समझ गए होंगे और भी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो इसी तरह हमारे साथ बने रहिए धन्यवाद आपका दिन शुभ हो । छोटे लेकिन अचूक टोटके


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