भारत में ये है सबसे बड़ा धर्म,आज भी अगर श्राप दिया तो तुरंत असर होता है

 

भारत में सबसे बड़ा धर्म कौन सा है


भारत में सबसे बड़ा धर्म कौन सा है ? दोस्तों इस प्रश्न का जवाब आप यदि ढूंढ रहे हैं तो मैं आपको हम अपने आर्टिकल के माध्यम में विस्तार से बताएंगे नमस्कार दोस्तों हमारे वेबसाइट में आपका स्वागत है । दोस्तों धर्म का परिभाषा को समझना आम इंसान के लिए इतना आसान नहीं है अगर आप धर्म के बारे में रिसर्च करेंगे तो आपको सिर्फ अच्छाई नजर आएंगे इसके अंदर में ना तो कोई मिलावट मिलेंगे नहीं लेकिन फिर भी मैं आपको बता देता हूं धर्म तो धर्म होता है धर्म में कोई बुरा कोई मिलावट नहीं है । अगर आप धर्म के बात करेंगे तो जो अच्छा कर्म करते हैं वहीं से जन्म लेते हैं धर्म । दोस्तों किसी भी इंसान के शरीर में न तो उसके जाती लिखा रहता है और न ही उनके शरीर में धर्म लिखा जाता है मनुष्य जैसे कर्म करेंगे वैसे ही उनको फल भी मिलता है और साथ ही साथ धर्म भी बन जाता है । धर्म का उल्टा शब्द है अधर्म यानी अगर कोई व्यक्ति कुकर्म करते हैं तो उसे अधर्म कहा जाता है यानी अधर्मी व्यक्ति कहा जाता है ।



तो दोस्तों चलिए अब आगे बात करते हैं भारत में सबसे बड़ा धर्म कौन सा है ? अगर आपके मन में यही सवाल बार-बार उठ रहे हैं तो हमारे यह पोस्ट जरूर पड़े क्योंकि इसमें वह बातें आपके लिए बताया गया है जहां समझना आपके लिए बहुत जरूरी है । भारत में 140 करोड़ आबादी है और इस आबादी में सात धर्म के लोग भारत में वास करते हैं और यह सभी धर्म के लोग अपने ईश्वर को मानते हैं अलग-अलग स्वरूप में परंतु सभी के ग्रंथ में एक ही बात लिखा गया है कि ईश्वर एक ही है । दोस्तों अब आगे बात करते हैं समाज में कई प्रकार के लोग मिलेंगे जैसे की कोई धोबी का काम कर रहे हैं तो कोई ठाकुर का काम कर रहे हैं तो कोईपूजा आराधना का काम कर रहे हैं यानी समाज में चलने के लिए हमें हर चीज का ध्यान देना पड़ता है समाज को सुरक्षित करने के लिए हमें हर काम को अपने-अपने हिसाब से करना होता है । घर में यदि कचरा है तो उस कचरा को फेंकने के लिए हम लोग खुद करते हैं नहीं तो पैसा खर्च करके किसी को लेकर करवाते हैं तो हमारा घर स्वच्छता बने रहेंगे हैं । लेकिन आपके शहर में या आपके गांव में कचरा है तो उसे कौन उठाने जाएंगे ? तो दोस्तों अगर आपके गांव में कचरा हटाना है तो उन लोगों को चयन करते हैं जो लोग ST/CSC वर्ग के लोग होते हैं । हम इंसान हैं इसलिए समाज में हमें रहना है और समाज में रहने के लिए सभी वर्ग के लोग रहना चाहिए तभी समाज चलता है यानी समाज में परिपूर्णता एवं स्वच्छता रहते हैं । हिंदू, मुसलमान, क्रिश्चियन, बौद्ध , जैन सभी धर्म के अंदर,अलग-अलग वर्ग के लोग आपको देखने को मिलेंगे लेकिन दोस्तों इन सभी वर्ग के लोगों का ईश्वर एक ही है । अगर कोई व्यक्ति समाज में कचरा उठाने का काम करते हैं तो समाज को स्वच्छता रखते हैं उनके जैसा पूर्ण वान व्यक्ति और कोई हो ही नहीं सकते हैं । कोई व्यक्ति पूजा कर रहे हैं भगवान की आराधना में लिप्त हैं तो यह भी उनका काम समाज का कल्याण के लिए कम नहीं है ।


दोस्तों एक छोटा सा उदाहरण देना चाहता हूंशायद इसमें आपको बहुत ही अच्छा से समझ में आएंगे । अगर आप किसी कंपनी में या किसी प्रोजेक्ट में काम कर रहे हैं और उस प्रोजेक्ट में सभी पोस्ट के लोग रहते हैं । कोई मशीन चलाते हैं, तो कोई सुपरवाइजर हैं, तो कोई इंजीनियर है तो सभी अपना-अपना जगह पर अपना काम निपटाने के लिए तैयार रहते हैं । अगर कोई व्यक्ति कहते हैं कि हम इस प्रोजेक्ट का मैनेजर हूं और हमारे ही बात में सब कुछ चलता है तो यह बात तो सही है । लेकिन क्या एक प्रोजेक्ट मैनेजर ही सब कुछ काम कर सकते हैं नहीं ना, प्रोजेक्ट के अंदर में जो हेल्पर का काम करते हैं उनका भी बहुत बड़ा भूमिका होता है । अगर हेल्पर काम नहीं करेंगे तो मशीन का जो ऑपरेटर होता है वह भी काम नहीं कर पाएंगे तो मशीन बिल्कुल बंद हो जाएंगे । दोस्तों अगर ऑपरेटर काम नहीं कर पाएंगे तो फिर क्या प्रोजेक्ट मैनेजर काम करेंगे ?  कहना का मतलब है एक प्रोजेक्ट में जिस प्रकार सभी पोस्ट के श्रमिक रहते हैं काम करते हैं ठीक उसी प्रकार हमारे समाज में भी रहते हैं और सभी वर्ग के लोग अपना-अपना हिसाब से काम करते हैं । सभी वर्ग के लोग अगर एक ही ईश्वर को मानते हैं एक ही ईश्वर को पूजा आराधना करते हैं तो धर्म भी एक ही हुआ ना । 


भगवान श्री कृष्ण कहते हैं जो व्यक्ति दूसरे को छोटा करके खुद को बड़ा करते हैं उनके जैसे अधर्मी कोई हो ही नहीं सकते हैं यानी वह धर्म के पद पर नहीं चलते हैं उनका सोच हमेशा गलत बना रहता है । वर्तमान भारत में 80% हिंदुओं का वास है इतिहास के अनुसार यह जो 20% अन्य धर्म के लोग वास करते हैं यह सभी बाहर से आए हुए थे और आज इसलिए राजनीतिक हिंसा हमेशा बने रहते हैं । मुसलमान के कुछ लोग कहते हैं कि हमारे धर्म सबसे बड़े हैं, हिंदू धर्म के कुछ लोग कहते हैं हमारे धर्म सबसे बड़े हैं और क्रिश्चियन धर्म के लोग कहते हैं सबसे बड़ा धर्म है तो हमारे धर्म है । तो दोस्तों एक बात आपको हमेशा ध्यान में रखना चाहिए और याद भी रखना चाहिए धर्म किसी का भी बड़ा या छोटा नहीं होता है इंसान का कर्म ही सबसे बड़ा होता है अगर कोई व्यक्ति कहते हैं कि हमारे धर्म बड़ा है तो दूसरे धर्म को अपमानित हो जाता है इसलिए ऐसे शब्द नहीं बोलना चाहिए । अगर कोई व्यक्तिखुद कोपहुंच जाती मानकर हमेशा अपने एटीट्यूड दिखाते हैं तो यह भी बहुत ही गलत है । दोस्तों समाज में कचरा उठाने वाले व्यक्ति अगर नहीं होंगे तो आपका समाज के लोग वास नहीं कर सकते हैं । दोस्तों शहर में बाबू लोगों का कमी नहीं है अब उनका जो शरीर में कपड़ा होते हैं एक दिन दो दिन पहनने के बाद गंदा हो जाते हैं उसे धोने के लिए धोबी लोगों का जरूरत होता है अब मान लीजिए समाज में अगर धोबी नहीं होता तो साहब लोगों का खुद का कपड़े धोना पड़ता वर्तमान आज के दौड़ में खुद का कपड़ा धोने के लिए बहुत कम लोगों के पास टाइम होते हैं । 


दोस्तों अब आगे बात करते हैंः नंबर 1) हिंदू धर्म में एक ब्राह्मण आपके घर में,गांव में पूजा अर्धना करके मनुष्य जाति का कल्याण करते हैं । 


नंबर 2) हिंदू धर्म में एक क्षत्रियों अपने घर और पूरे गांव को दुश्मन से लड़ाई करके सुरक्षित रखते हैं जिसे राजपूत कहा जाता है ।


नंबर 3) हिंदू धर्म में एक वैष्णव जो मानव जाति के कल्याण हेतु धर्म के मार्ग पर चलने सीखाते हैं, हर मानव जाति का जीवन कैसे जीना है कैसे परिवार में सुखी रहना है यही सब सीखते हैं । 


नंबर 4) एक सूत पुत्र गांव एवं शहर को स्वच्छता रखते हैं  समाज को गंदा होने से रोकते हैं । 


दोस्तों जैसे कि हमने आपको हिंदू धर्म के इन चार वर्ग लोगों के बारे में बताया ठीक उसी प्रकार मुसलमान के अंदर में भी ऐसे वर्ग लोग हैं जहां अपना-अपना कर्म करते हैं । जैसे कि मुसलमान में मौलवी है जो अपना शादी विवाहों को संपन्न करने में काम करते हैं, मस्जिद में नमाज पढ़ने का काम करते हैं । लेकिन क्या एक मौलवी कचरा उठाने का काम करेंगे नहीं ना ठीक उसी प्रकार क्रिश्चियन लोगों का भी चार्ज संभालने का लोग रहते हैं जहां अपने धर्म को आगे और जगत की कल्याण के लिए धर्म प्रचार करते हैं । 


भारत में सबसे बड़ा धर्म कौन सा है दोस्तों एक उदाहरण आपके लिए और एक है जैसे कि आप एक कंपनी में काम करते हैं और  उस कंपनी में प्रोजेक्ट मैनेजर होते हैं बिना प्रोजेक्ट मैनेजर का कंपनी का काम नहीं चलेगा तो दोस्तों एक प्रोजेक्ट मैनेजर बनने के लिए कितना मेहनत करना पड़ता है यह आपको समझाना बहुत जरूरी है । ठीक इसी प्रकार हिंदू धर्म के ब्राह्मण वर्ग लोग बहुत ही तपस्वी होते हैं शुद्ध शाकाहारी होते हैं भले ही वर्तमान कुछ ब्राह्मण मांसाहारी हो लेकिन सबको बदनाम नहीं करनी चाहिए दोस्तों इसलिए ब्राह्मण जाति को सर्वश्रेष्ठ जाती माना गया है आज भी ऐसे ब्राह्मण हैं जिनके वाणी से लोग आकर्षित हो जाते हैं । दोस्तों आज इस कलयुग में अगर कोई ब्राह्मण किसी को बद्दुआ दे दिया तो उसका परिणाम बहुत ही भयंकर होता है । एक ब्राह्मण यदि किसी व्यक्ति के ऊपर श्राप दे दिया तो उसका सर्वनाश होगा ही यह कोई नहीं रोक सकता है । इसलिए कुल मिलाकर हम समाज में सभी वर्ग लोगों के साथ मिलजुल के प्रेम भाव से रहना चाहिए । जब हमारे ईश्वर एक हैं तो धर्म भी एक हैं भले ही कर्म अलग क्यों ना हो लेकिन समाज तो एक ही है । तो दोस्तों हमारे यह पोस्ट आपको कैसे लगा कमेंट करके जरूर बताइए ।


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