साई बावनी इन हिंदी : सबका मालिक एक है क्यों कहां करते थे

bholanath biswas
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साई बावनी इन हिंदी


साई बावनी इन हिंदी



जब तक इंसान अपने आंखों से कुछ चमत्कारी नहीं देखते हैं तब तक उसे विश्वास नहीं करते हैं और कुछ लोग हैं जो विश्वास करते हैं बिना देखे । आज मैं बात कर रहा हूं शिर्डी के साईं बाबा के बारे में । साईं बाबा किस जाति के था आज तक किसने नहीं बता पाया और कहां से आए थे ।  मगर उनके मुंह से हमेशा एक ही बात निकालते थे सब के मालिक एक है शायद यह बात आप भी जानते होंगे । व्यवहार से यह पता चलता है कि साईं बाबा एक परमात्मा थे उन्होंने सदैव मानव जाति के कल्याण हेतु सचेतन करने आए थे ।
किस रास्ते पर चलने से मानव जाति के कल्याण हो उनकी सोच विचार बहुत ही अच्छा थे । साईं बाबा सदैव भीख मांगते थे जितना मिलता था उसी में गुजारा करते थे ।



साईं बाबा मानव जाति के लिए एक संदेश लेकर आए थे जो हमेशा उनकी मुंह से एक ही बात निकालते थे कि सब के मालिक एक है ।  पर साईं बाबा ने ऐसे क्यों बोलते थे कि सब के मालिक एक हैं ?
जबकि इस धरती पर मानव जाति के धर्म अलग अलग बना हुआ है तो फिर उन्होंने ऐसे कैसे बोल दिया कि सब के मालिक एक है ।
क्या संदेश देना चाहते हैं साईं बाबा ने ।
और वह मालिक कौन है ?
आइए बिस्तर से जानते हैं ।

शिर्डी के साईं बाबा को पहले कोई नहीं जानते थे जब उनकी चमत्कार देखे तो धीरे-धीरे चर्चा होने लगी और फिर  एक-एक करके हर धर्म के लोग साईं बाबा के भक्त बनने लगे । उनकी हार सोच उनकी हर बात पर सभी भक्तों ने महत्व देने लगे ।

साईं बाबा हर जगह जाते थे । उनके लिए कोई जगह पाबंदी नहीं था । साईं बाबा मस्जिद में भी जाते थे, चर्च में भी जाते थे, बोद्ध में भी जाते थे हर जगह उनके लिए रास्ता खुला हुआ था ।  उन्होंने शिर्डी में जिस आश्रम में रहते थे जिस जगह अपने के लिए बनाए थे उसी आश्रम में संयम साईं बाबा ने राधा-कृष्ण की पूजा किया करते थे । एवं  राधा कृष्ण की आरती करते थे भजन कीर्तन करते थे । सभी भक्तों को लेकर आनंद करते थे । और सब को कहते थे सब की मालिक एक है । हम सभी को इसी में समझना चाहिए साईं बाबा की कहने का मतलब क्या है जबकि राधा कृष्ण की पूजा इधर कर रहे हैं और कह रहे हैं कि सब के मालिक एक है यानी राधा-कृष्ण ही हम सब मानो जाति के लिए एक ईश्वर है ।

 सबका मालिक एक है क्यों कहां करते थे ?


साईं बाबा सब जगह जाते थे पर उन्होंने संयम राधा कृष्ण की पूजा करते थे और फिर कहते थे  सबकी मालिक एक है । और यही है उनकी संदेश हैं आप भी राधा कृष्णा की पूजा करें जो दुनिया के रचयिता है जिसके लिए यह दुनिया चलती है वही है सब के मालिक ।

साईं बाबा ने कभी यह नहीं कहा कि तुम मुझे पूजा करो । लेकिन इंसान की एक ऐसी विचार  भावनाएं हैं जो व्यक्ति दूसरे के लिए दुख को अपना लेते हैं उसे भगवान की दरवाजा देते हैं ।

 यदि हम ईश्वर को पाना चाहते हैं तो गुरु की उपदेश कि पालन करना और गुरु शिक्षा लेना अनिवार्य होता है । इसी प्रकार शिर्डी साईं बाबा एक गुरु के रूप में मानव जाति के कल्याण हेतु जन्म लिया था । और सभी को चेतना करके गए हैं कि आप भी राधा कृष्ण की पूजा करें जो सब के मालिक हैं । अगर हमारे यह जानकारी आपको अच्छा लगे तो कमेंट करके जरूर बताइए आपका दिन शुभ हो ।

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