7 Ancient Mantras For Daily Wellness : ये 7 प्राचीन मंत्र अपनाएं और कमाल...

bholanath biswas
0


mantra for health,mantra,mantras,meditation mantras,mantra to cure illness,mahakatha meditation mantras,mantra for healing,healing mantras,success mantra,mantras for health,mantra meditation,mantra for healing sickness,healing mantra,mantra for positive energy,ganesh mantra,shiva mantra,best healing mantra for illness and disease,mantra for good health,dhanvantari mantra for healing,mantra for emotional healing,ancient mantras,mantras for children

प्राचीन भारतीय संस्कृति में स्वास्थ्य को केवल शारीरिक नहीं, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक रूप से भी संपूर्ण माना गया है। वेदों, उपनिषदों और योग ग्रंथों में कई ऐसे मंत्र दिए गए हैं, जो न केवल हमारे स्वास्थ्य को उत्तम बनाए रखते हैं, बल्कि मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा भी प्रदान करते हैं। यहाँ 7 प्रमुख प्राचीन मंत्रों का विस्तृत विवरण दिया गया है, जो दैनिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सहायक हैं:


1. महामृत्युंजय मंत्र

👉 मंत्र:
"ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्॥"

लाभ:

  • रोगों से मुक्ति दिलाने वाला और दीर्घायु प्रदान करने वाला मंत्र।
  • शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
  • मानसिक और भावनात्मक संतुलन बनाए रखने में सहायक।

📌 कब जपें?

  • सुबह जल्दी उठकर स्नान के बाद 108 बार जपना उत्तम माना जाता है।
  • किसी बीमारी के समय इस मंत्र का जाप विशेष लाभकारी होता है।

2. गायत्री मंत्र

👉 मंत्र:
"ॐ भूर् भुवः स्वः।
तत्सवितुर्वरेण्यं।
भर्गो देवस्य धीमहि।
धियो यो नः प्रचोदयात्॥"

लाभ:

  • मानसिक शक्ति और एकाग्रता बढ़ाता है।
  • स्मरण शक्ति को तेज करता है और तनाव को कम करता है।
  • शरीर की थकान को दूर कर ऊर्जा प्रदान करता है।

📌 कब जपें?

  • सूर्योदय के समय या स्नान के बाद 108 बार जप करना श्रेष्ठ माना जाता है।

3. धन्वंतरि मंत्र (आयुर्वेदिक स्वास्थ्य मंत्र)

👉 मंत्र:
"ॐ नमो भगवते महासुदर्शनाय वासुदेवाय धन्वंतरये।
अमृतकलश हस्ताय सर्वभय विनाशाय सर्वरोग निवारणाय।
त्रैलोक्य पथाय त्रैलोक्य नाथाय श्री महाविष्णवे नमः॥"

लाभ:

  • यह मंत्र विशेष रूप से स्वास्थ्य और आरोग्यता के लिए महत्वपूर्ण है।
  • शारीरिक और मानसिक बीमारियों को दूर करता है।
  • शरीर में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखता है।

📌 कब जपें?

  • सुबह और रात को सोने से पहले 21 बार जप करना लाभकारी होता है।

4. सूर्य मंत्र (सूर्य उपासना के लिए)

👉 मंत्र:
"ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः॥"

लाभ:

  • शरीर को ऊर्जावान और स्वस्थ बनाए रखता है।
  • पाचन तंत्र को मजबूत करता है और रक्त संचार को बढ़ाता है।
  • हड्डियों और त्वचा के लिए विशेष लाभकारी है।

📌 कब जपें?

  • सूर्योदय के समय स्नान के बाद सूर्य को जल अर्पित करते हुए जपें।

5. शांति मंत्र (मानसिक शांति के लिए)

👉 मंत्र:
"ॐ सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामयाः।
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु, मा कश्चित् दुःखभाग्भवेत्॥"

लाभ:

  • यह मंत्र मानसिक शांति और सकारात्मकता प्रदान करता है।
  • तनाव, चिंता और अनिद्रा को दूर करता है।
  • घर और कार्यस्थल में शांति और सौहार्द बनाए रखने में सहायक।

📌 कब जपें?

  • दिन में किसी भी समय शांत चित्त से जप कर सकते हैं।

6. प्रणव मंत्र (ओम मंत्र)

👉 मंत्र:
"ॐ"

लाभ:

  • यह मंत्र संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए अत्यंत प्रभावशाली है।
  • ध्यान और योग के समय इसे जपने से मानसिक और शारीरिक संतुलन प्राप्त होता है।
  • हृदय, मस्तिष्क और आत्मा को शुद्ध करता है।

📌 कब जपें?

  • सुबह और शाम को ध्यान के समय कम से कम 21 बार जप करना श्रेष्ठ होता है।

7. हनुमान मंत्र (शारीरिक बल और रोगों से रक्षा के लिए)

👉 मंत्र:
"ॐ हं हनुमते नमः॥"

लाभ:

  • यह मंत्र शरीर को बल, शक्ति और रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करता है।
  • नकारात्मक ऊर्जाओं और बुरी शक्तियों से रक्षा करता है।
  • आत्मविश्वास और साहस को बढ़ाता है।

📌 कब जपें?

  • सुबह और रात में 108 बार जप करना लाभकारी होता है।

निष्कर्ष:

इन मंत्रों का नियमित रूप से जाप करने से न केवल शारीरिक स्वास्थ्य बना रहता है, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक रूप से भी लाभ प्राप्त होता है। इन्हें अपने दैनिक जीवन में शामिल करें और आरोग्य तथा सुख-शांति का अनुभव करें। 🙏✨

Tags

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!
10 Reply