सबसे महान धर्म कौन सा है जाने हमारे साथ । नमस्कार मित्रों हमारे वेबसाइट में आपका स्वागत है । सच तो यह है मित्रों यह बात आप किसी को भी पूछोगे तो अपना ही धर्म का गुणगान करेंगे । अपना ही धर्म को महान बताएंगे लेकिन यह सच नहीं है । सच तो यह है कि सभी धर्म का सच्चाई जानकारी होना सभी को अधिकार है । किसी भी धर्म के विषय में उपहास करना सबसे बड़ा पाप होता है । धर्म तो एक ही है पर नजरिया अलग अलग है । हर मनुष्य के सोच विचार अलग-अलग है इसमें अपने धर्म के लिए गर्व होना चाहिए अहंकार नहीं ।
अगर आप अपने धर्म छोड़कर दूसरे धर्म को कहते हैं कि वह धर्म महान है तो फिर क्या अपना धर्म का अपमान नहीं होता है ? सच तो यह है कि धर्म सभी का समान होता है महान तभी होगा जब उनका विचार धारा एक होगा । परंतु क्या सभी धर्म का विचारधारा एक है ? आपके सवाल का जवाब शायद ही किसी के पास होंगे । पर मैं जो आज बताने जा रहा हूं मित्रों इसे हमेशा के लिए याद रखें ।
सबसे पहले हमें यह जानकारी होना बहुत आवश्यकता है की दुनिया में अलग-अलग धर्म क्यों बने हुए हैं । इतिहास में जानकारी मिली एवं धर्म ग्रंथ में कहा जाता है कि मानव जाति के कल्याण हेतु सबसे पहला धर्म सनातन धर्म इस धरती पर आया हुआ है । तो फिर दूसरा धर्म क्यों बना । क्या सनातन धर्म महान नहीं थी जो लोग इतने सारे अलग-अलग धर्म बनें ? यदि एक धर्म महान होता तो इतने सारे धर्म क्यों बने? शायद इसका जवाब किसी के पास नहीं होगा ।
दुनिया में जितने भी धर्म बने हुए हैं क्या उसका अनुसार लोग चल रहा है ? अगर उसका अनुसार चल रहे हैं तो फिर आपस में इतना लफड़ा क्यों ? आपस में इतना हिंसा क्यों ?जो कि धर्म नहीं कहता है कि आपस में लड़ो आपस में हिंसा करो। ☝️
दुनिया में बहुत ऐसे लोग हैं जो धर्म के नाम पर नाजायज फायदा उठाते हैं । धर्म यह कभी नहीं कहते हैं कि तुम अपने सच्चाई को भुला दो । धर्म हमेशा कहते हैं कि तुम सच्चाई के रास्ते पर चलो । दुनिया में किसी भी धर्म में उल्टा उल्लेख नहीं है सभी धर्म में एक ही उल्लेख है कि आपस में मिलकर प्रेम से चलो और धर्म के रास्ते पर चलो । धर्म क्या है ? जो व्यक्ति किसी को मदद करें अपने से ज्यादा दूसरे की जान का परवाह करें यही धर्म है । और जितने भी दुनिया में धर्म के कारण मजहब के जन्म हुआ है सभी धर्म एक ही कहते हैं कि सच्चाई के रास्ते पर चलें, झूठ के सहारे ना लें , किसी के कमजोरी का फायदे दे ना ले ।
इतिहास में पाया गया है सबसे पुराने सनातन धर्म है । और मैं बता देता हूं मित्रों सनातन धर्म समझने के लिए शायद आपका उम्र बीत जाए । सनातन धर्म समझने के लिए सबसे पहले आपको चार वेद पढ़ना होगा । इस ved के जरिए आप सुनातन धर्म के महानता समझ सकते हैं ।
जो लोग सनातन धर्म की महानता समझ नहीं पाए वही अलग धर्म का जन्म दिया है । दुनिया में इतने सारे धर्म बने हुए हैं जो उल्लेख सनातन धर्म ग्रंथ में किया है । लेकिन सभी धर्म में जगत के कल्याण के लिए ही उल्लेख किया गया है .
इस बात को हमेशा ध्यान में रखना चाहिए सभी को जो लोग अपने धर्म को महान कहते हैं और दूसरे धर्म को छोटा कहते हैं ऐसे व्यक्ति सबसे बड़ा अधर्मी होता है ।
इतिहास के अनुसार जो लोग जगत के कल्याण चाहते हैं उन्हें सनातन धर्म अपनाना चाहिए । सनातन धर्म एक ऐसा धर्म है जहां इसके जरिए जगत के कल्याण भी होगा और अपना खुद का भी कल्याण होगी । अगर आप जगत का कल्याण चाहते है तो सभी धर्म के विषय में जानकारी अवश्य रखें ताकि आप खुद समझ सकते हैं कि किस धर्म को अपनाने से हम जगत के कल्याण कर सकते हैं । कहा गया है कि धर्म सब एक ही है मजहब अलग अलग होता है आप उसके विषय में भी जानकारी ले सकते हैं । और जो लोग मनुष्य जाति के कल्याण हेतु कर्म करते हैं वही महान होते हैं उसी का ही धर्म महान होता है ।
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