महामृत्युंजय मंत्र 108 बार जाप करने से हमें क्या फायदे मिलेंगे विस्तार से जानने के लिए हमारे साथ बने रहिए मित्रों नमस्कार हमारे वेबसाइट में आपका स्वागत है । जो भक्त लंबे दिनों से यह जानकारी करने के लिए तत्पर हैं कि भगवान शिव के महामृत्युंजय मंत्रों का जाप करने से हमें कौन क्या फायदे होंगे तो आज हम आपको वह जानकारी देंगे कि सच में आप खुश हो जाएंगे । यदि आप मन से ईश्वर प्रति विश्वास रखते हैं तो यह पोस्ट आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होने वाले हैं । क्योंकि ऐसे जानकारी आपको कहीं नहीं प्राप्त होगी सिर्फ यहां आपके लिए हमेशा महत्वपूर्ण जानकारी लेकर आते हैं ।
वेद के अनुसार महामृत्युंजय मंत्रो का प्रभाव बहुत ही शक्तिशाली है। कहां गया है कि इस मंत्रों में वह ऊर्जा जन्म लेते हैं जहां मृत्यु को भी टाल सकता है । लेकिन यह मंत्र अपने मुंह से जाप करना होगा । अगर कोई व्यक्ति अपने मुंह से यह मंत्रों अच्छा से उच्चारण करके जाप करते हैं तो उनके भीतर एक सकारात्मक ऊर्जा का जन्म होता है । जिससे आपात काल मृत्यु ,भय ,संकट और मानव जीवन में हर एक दुविधा दूर हो जाता है ।
वेद के अनुसार :- महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते ही इंसान खुद को समझने लगते हैं । भूत, भविष्य जानने लगते हैं । महामृत्युंजय जप करने वाले व्यक्ति स्वयंम को समझने लगते हैं आने वाले समय में उनके साथ क्या दुर्घटना होने वाले हैं । कौन से शुभ कार्य सफल होने वाले हैं इस मंत्र का जाप से पता लगा सकते हैं ।
देवी देवताओं के मंत्र जाप आप के समय के अनुसार कर सकते हैं शुभ मुहूर्त देखकर चप्पल से जल्दी फल प्राप्त होता है। कहा जाता है कि महामृत्युंजय मंत्र का जाप निरंतर करने से बहुत ही अच्छा लाभ मिलता है । भगवान शिव के महामृत्युंजय मंत्र 108 बार जाप करते ही आपके भीतर एक सकारात्मक भावना आएंगे इससे आपके चेतना जागृत हो जाएंगे ।
108 बार मंत्र का जाप करते हैं आपके भीतर और महामृत्युंजय मंत्र जप करने के लिए प्रेरणा मिलेगा और एनर्जी मिलेगी । निरंतर जप करने से आपके भीतर सकारात्मक ऊर्जा का प्रकट होगा जिससे यह मंत्र आप बड़े आराम से सिद्ध कर सकते हैं ।
धर्म के अनुसार :- मंत्र तंत्र तभी काम करता है जब आपके भीतर भक्ति और श्रद्धा होंगे । भक्ति श्रद्धा होने से मंत्र तंत्र की कोई आवश्यकता नहीं पड़ता है । इसलिए धर्म ग्रंथ में यह भी कहा गया है कि भक्तों के भीतर भक्ति ही सर्वश्रेष्ठ होती है । अगर कोई व्यक्ति अपने भक्ति रखकर इस मंत्रों का जाप करेंगे तो आने वाले समय में भक्तों के हर मनोकामना पूर्ण हो सकता है । भक्ति के शक्ति अपार है अपने भीतर भक्ति और विश्वास रखकर इस मंत्र का जप करना होगा तभी जाकर आपको फल मिलेगा ।
सच्चा भक्त कभी भी मन में ऐसे प्रश्नों के उत्तरों नहीं ढूंढते हैं क्योंकि सच्चा भक्त तो भक्ति में लीन रहते हैं । मंत्रों में भक्ति रखते हैं अपने आस्था को हमेशा जागृत रखते हैं । जिस प्रकार मनुष्य कर्म करके फल प्राप्त करते हैं । ठीक उसी प्रकार भगवान के भक्ति में फल मिलता हैं । भगवान के भक्ति में फल कब कैसे किस प्रकार से प्राप्त होंगे यह तो किसी को पता नहीं है । इस केलिए मन कभी उदास मत रखें भगवान के स्मरण करने से आज नहीं तो कल उसकी फल जरूर मिलता है । याद रखें भगवान कभी भी अपने भक्तों की झोली खाली नहीं रखते हैं । यदि आपके मन में फिर भी जानने की इच्छा है कि महामृत्युंजय मंत्र जप के क्या फायदे हैं तो मैं बता देना चाहते हैं कि यदि आप भक्ति के साथ इस मंत्र का जप करेंगे तो शरीर में किसी भी बीमारियों को आने नहीं देंगे आप सदैव स्वस्थ रहेंगे । यदि आप किसी बीमारी से लंबे दिनों से जूझ रहे हैं तो इस मंत्र का जाप प्रतिदिन 108 बार अवश्य करें ।
भक्ति मन में ऐसे रखें ताकि भगवान भी आप पर जल्द खुश हो जाए । भगवान के प्रति जहां आस्था है और भक्ति हैं वहां ना तो लोभ रहते हैं, ना ही क्रोध रहते हैं , ना ही छल कपट, अहंकार रहते हैं । अगर आपके भीतर यह चीजें नहीं है तो भक्ति आपका साथ देंगे भगवान के कृपा आप पर हमेशा बने रहेंगे ।
महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार जाप कभी भी किसी भी समय पर कर सकते हैं बस मन में विश्वास और भक्ति रखें ।
किसी भी पवित्र स्थान में जाकर भगवान शिव के एक तस्वीर रखें अगर आपके पास भगवान के शिव के कोई तस्वीर नहीं है तो एक लिंग की स्थापित करें वह भी भगवान शिव के लिंग अपने हाथों से बनाएं । उसके बाद दक्षिण दिशा में मुंह करके बैठे और इस मंत्र का निरंतर जाप करें । जब तक आपके भीतर सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव नहीं पड़ता है तब तक आप इस मंत्र का जाप कर सकते हैं । इस मंत्रों का जाप अच्छे से उच्चारण करके ही करें इससे जल्द ही सिद्ध हो जाएंगे आपके पास ।
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्।।
इस नियमों को पालन अवश्य करें :- जब तक इस मंत्रों का आप जाप करेंगे तब तक शाकाहारी भोजन करना होगा और मन को कूविचारों से दूर रखना होगा हमेशा भगवान शिव के प्रति निष्ठा भक्ति रखना होगा तो जल्द ही आपको अपने मनोकामना पूर्ण होगी ।
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