मां दुर्गा के इन मंत्रों से दुःख दूर करें | powerful durga mantra
नवरात्रि के दिन मां दुर्गा की पूजा विशेष लाभदायक होती है नवरात्रि एक ऐसा हिंदू त्यौहार है जिसमें माता दुर्गा, महाकाली, महालक्ष्मी, एवं सरस्वती, मनुष्य के जीवन को सार्थक बनाने के लिए प्रार्थना साधना की जाती है।
शुक्रवार का दिन माता लक्ष्मी के साथ साथ माता दुर्गा की आराधना के लिए समर्पित हैं धारणा है कि अगर इस दिन जो व्यक्ति माता दुर्गा के मंत्रों का सच्चे मन से जाप करता है तो व्यक्ति को उसके इच्छा अनुसार फल की प्राप्ति अवश्य होती है और यह मानव जीवन के लिए अत्यंत कल्याणकारी मंत्र व जाप है।
हम आपको इस अध्याय में बताएंगे कि माता दुर्गा के इस पावरफुल मंत्रों का जाप कैसे करें? और मां दुर्गा के मंत्रों का जाप क्यों करना चाहिए? माता दुर्गा के मंत्रों का जाप करने से मनुष्य का जीवन भय रहित हो जाता है। माता दुर्गा के जाप करने से सभी दुखों का नाश होता है और सुख की प्राप्ति होती है।
नवरात्रा के दिन पूजा करते समय माता दुर्गा के अवतारों का स्मरण करते हैं और सच्चे मन से मां दुर्गा के मंत्रों का जाप करते हैं तो व्यक्ति को सफलता प्राप्त अवश्य होती है और नवरात्रा के दिन ही नहीं बल्कि इन मंत्रों का जाप शुक्रवार को भी कर सकते हैं।
जाप करते समय मंत्रों के उच्चारण ठीक तरह से करें और मंत्रों का उच्चारण करते समय विशेष मात्राओं का भी ध्यान रखें ।
अब हम आपको माता दुर्गा के पावरफुल मंत्र बताएंगे इन मंत्रों का प्रतिदिन जप करके मन इच्छा वरदान प्राप्त कर सकते हैं ।
मां दुर्गा के सिद्ध मंत्र
1. सर्वकल्याणकारी मंत्र
सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके।
शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोस्तुते॥
2. शक्ति की प्राप्ति के लिए मंत्र
सृष्टि स्थिति विनाशानां शक्तिभूते सनातनि।
गुणाश्रये गुणमये नारायणि नमोस्तुते॥
3. आपत्ति से उबरने के लिए मंत्र
शरणागत दीनार्त परित्राण परायणे।
सर्वस्यार्तिहरे देवि नारायणि नमोस्तुते॥
4. भय से मुक्ति के लिए मंत्र
सर्वस्वरूपे सर्वेशे सर्वशक्तिमन्विते।
भये भ्यस्त्राहि नो देवी दुर्गे देवी नमो स्तुते॥
5. पाप के नाश करने के लिए मंत्र
हिनस्ति दैत्येजंसि स्वनेनापूर्य या जगत्।
सा घण्टा पातु नो देवी पापेभ्यो नः सुतानिव॥
6. रोग से मुक्ति के लिए मंत्र
रोगानशेषानपहंसि तुष्टा रुष्टा तु कामान् सकलानभीष्टान्।
त्वामाश्रितानां न विपन्नराणां त्वामाश्रिता ह्माश्रयतां प्रयान्ति॥
7. बाधा मुक्ति एवं धन-पुत्रादि प्राप्ति के लिए मंत्र
सर्वाबाधा वि निर्मुक्तो धन धान्य सुतान्वितः।
मनुष्यों मत्प्रसादेन भवष्यति न संशय॥
8. आरोग्य एवं सौभाग्य के लिए मंत्र
देहि सौभाग्यं आरोग्यं देहि में परमं सुखम्।
रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषोजहि॥
9. विपत्ति नाश के लिए मंत्र
शरणागतर्दनार्त परित्राण पारायणे।
सर्व स्यार्ति हरे देवि नारायणि नमोऽतुते॥
10. आरोग्य, ऐश्वर्य, सौभाग्य, संपदा एवं शत्रु भय मुक्ति के लिए मंत्र
ऐश्वर्य यत्प्रसादेन सौभाग्य-आरोग्य सम्पदः।
शत्रु हानि परो मोक्षः स्तुयते सान किं जनै॥
11. गुणवान पत्नी की प्राप्ति के लिए इस मंत्र का रोज 108 बार जप करें-
पत्नीं मनोरमां देहि मनोवृत्तानुसारिणीम्।
तारिणीं दुर्ग संसारसागस्य कुलोद्भवाम्।।
मां दुर्गा मंत्र का जाप कब और कैसे करे ?
मां दुर्गा के मंत्र को हमेशा नवरात्रि के 9 दिन, धनतेरस, रवि पुष्य, गुरु पुष्य, सूर्य ग्रहण, चंद्र ग्रहण या शुक्रवार के दिन मंत्रों का जाप करते हुए पूजा कर करते हैं।