बुद्ध पुर्णिमा क्या है ,कैसे मनाया जाता है और इस दिन क्या गलती नहीं करनी चाहिए जानने के लिए हमारे साथ बने रहिए । मित्र नमस्कार हमारे वेबसाइट में आपका स्वागत है । एक मनुष्य को भगवान लोग तब मानते हैं जब उन्होंने ईश्वर की तरह काम करते हैं और एक इंसान को ईश्वर की तरह काम करना इतना सरल नहीं है ईश्वर की तरह काम करने के लिए उन्हें बहुत कुछ त्याग करना पड़ता है । आज बुद्ध धर्म में जो बुद्धपूर्णिमा मनाया जाता है उसका सारे गुणगान विस्तार से बताया गया है ।
502 वर्षों के बाद, बुद्ध पूर्णिमा के दिन, राजयोग फिर से आया है और आज के दिन बहुत शुभ होता है । ज्योतिषियों का कहना है कि यदि आप आज के दिन शाम के समय भक्ति के साथ कुछ काम करते हैं, तो सभी बुराइयां दूर हो जाएंगे।
बुद्ध पूर्णिमा (वेसक या हनमतसूरी) बौद्ध धर्म में आस्था रखने वालों का एक प्रमुख त्यौहार है। यह बैसाख माह की पूर्णिमा को दिन मनाया जाता है। बुद्ध पूर्णिमा के दिन ही गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था, इसी दिन उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हुई थी और इसी दिन उनका महानिर्वाण भी हुआ था।५६३ ई.पू. बैसाख मास की पूर्णिमा को बुद्ध का जन्म लुंबिनी, शाक्य राज्य (आज का नेपाल) में हुआ था। इस पूर्णिमा के दिन ही ४८३ ई. पू. में ८० वर्ष की आयु में, कुशीनगर में उन्होने निर्वाण प्राप्त किया था। वर्तमान समय में कुशीनगर उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जनपद का एक कस्बा है। कुशीनगर का इतिहास में कुुशनारा नाम से उल्लेेख मिलता है।
सुबह-सुबह सूर्य उदय होने से पहले स्नान आदि करके तुलसी पौधे पर जल चढ़ाएं अगरबत्ती दिखाएं और घर के चारों ओर गंगा पानी छिड़काव करें । आज के दिन बहुत पवित्र दिन मना गया है आज के दिन किसी को भी धर्म ज्ञान प्राप्त हो सकता है इसलिए मनुष्य के जीवन में सबसे महत्वपूर्ण इस दिन बताया गया है । आज बुद्ध पूर्णिमा के दिन में पति पत्नी एक दूसरे में प्रेम बनाए रखें लेकिन आज के दिन शारीरिक संबंध भूल से भी ना बनाएं । इससे आपके जीवन में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव पड़ेंगे जिससे आने वाले समय में कुछ भी दुर्घटना हो सकता है या अनुचित हो सकता है ।
बुद्धपूर्णिमा में भूल से भी नॉनवेज ना खाएं घर में शाकाहारी खाना बनाइए ।
आज के दिन घर के सभी सदस्यों को शाकाहारी भोजन करना चाहिए ताकि आज के दिन नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव दूर रहे सके । आज के दिन जो लोग मीट मछली अंडा का सेवन करते हैं उनके घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव होते हैं जिससे घर में सभी सदस्यों के भीतर अमुगंल प्रभाव पड़ता है । इसलिए आज के दिन भूल से भी घर में नॉनवेज जैसी आहार नहीं बनाना चाहिए ।
संध्या समय ।
चतुर्मुखी दीप बनाकर घी डालके दीप जलाई ओर भगवान लक्ष्मी नारायण के सामने रखें । और फिर मां लक्ष्मी नारायण की चालीसा पढ़े । मां की कृपा हमेशा बने रहेंगे । इससे घर में रहने वाले सभी सदस्य के शरीर स्वस्थ रहते हैं और परिवार के भीतर सुख समृद्धि बने रहते हैं ।