नीम पेड़ में कितने गुण हैं शायद कम ही लोग जानते हैं । यदि लगातार हम नीम पेड़ से उपचार करेंगे तो शायद हमारे शरीर में जितने भी छोटे-मोटे बीमारी होने में कोशिश करते हैं उसे खत्म करने में बहुत ही आसान उपाय होंगे । वैसे तो नीम के पेड़ गांव या फिर शहर हर जगह दिखाई देता है । नीम के पत्ते से अगर हम उपचार करना चाहेंगे तो बड़ी आसानी से कर सकते हैं । क्योंकि इससे उपचार करने के लिए हमें कहीं भी नीम के पत्ता खरीदने की आवश्यकता नहीं । नीम के पेड़ में इतना पत्ते होते हैं जो आप कहीं भी फ्री में ही प्राप्त कर सकते हैं ।
तो मित्र चलिए जानते हैं नीम के पत्ते से हमें कौन सा 10 फायदे मिलती है ।
👉 नीम एक बहुत ही अच्छी वनस्पति है जो की भारतीय पर्यावरण के अनुकूल है और भारत में बहुतायत में पाया जाता है। आयुर्वेद में नीम को बहुत ही 👉 लाभकारी पेड़ माना गया है इसका स्वाद तो कड़वा होता है लेकिन इसके फायदे अनेक और बहुत प्रभावशाली है।
👉 नीम की छाल का लेप सभी प्रकार के चर्म रोगों और घावों के निवारण में सहायक है।
💪 नीम की दातुन करने से दांत और मसूड़े स्वस्थ रहते हैं।
👌नीम की पत्तियां चबाने से रक्त शोधन होता है और त्वचा विकार रहित और कांतिवान होती है। हां पत्तियां अवश्य कड़वी होती हैं, लेकिन कुछ पाने के लिये कुछ तो खोना पड़ता है मसलन स्वाद।
👍 नीम की पत्तियों को पानी में उबाल उस पानी से नहाने से चर्म विकार दूर होते हैं और ये खासतौर से चेचक के उपचार में सहायक है और उसके विषाणु को फैलने न देने में सहायक है।
👉 नींबोली (नीम का छोटा सा फल) और उसकी पत्तियों से निकाले गये तेल से मालिश की जाये तो शरीर के लिये अच्छा रहता है।
☝️ नीम के द्वारा बनाया गया लेप बालो में लगाने से बाल स्वस्थ रहते हैं और कम झड़ते हैं।
👉 नीम की पत्तियों के रस को आंखों में डालने से आंख आने की बीमारी में लाभ मिलता है(नेत्रशोथ या कंजेक्टिवाइटिस)
👉 नीम की पत्तियों के रस और शहद को २:१ के अनुपात में पीने से पीलिया में फायदा होता है और इसको कान में डालने से कान के विकारों में भी फायदा होता है।
👉 नीम के तेल की ५-१० बूंदों को सोते समय दूध में डालकर पीने से ज़्यादा पसीना आने और जलन होने सम्बन्धी विकारों में बहुत फायदा होता है।
👉 नीम के बीजों के चूर्ण को खाली पेट गुनगुने पानी के साथ लेने से बवासीर में काफ़ी फ़ायदा होता है।
शायद आप जानते हैं कि कोई भी बीमारी होता वह छोटे आकर का ही होते हैं यदि हम उसी छोटे-छोटे बीमारियों को इस उपचार करके ठीक कर दे तो बड़े-बड़े बीमारी होने में चांस नहीं रहते इसलिए यह सब उपयोग करें और अपने स्वस्थ रहिए ।