ये एक यंत्र घर में बना लिया तो शत्रु भी मित्र बन जायेंगे | हनुमान यंत्र बनाने की गुप्त विधि |

 






हनुमान यंत्र बनाने की विधि

हनुमान यंत्र फोटो,

हनुमान यंत्र लॉकेट लाभ,

भोजपत्र पर यंत्र बनाने की विधि,

पंचमुखी हनुमान यंत्र,

हनुमान यंत्र लाभ,

यंत्र कैसे काम करता है,

Hanuman Yantra numbers,


घर पर कैसे बनाएं सिद्ध हनुमान यंत्र? जानिए संपूर्ण विधि और नियम

जय श्री राम!

दोस्तों, हनुमान जी की शक्ति और भक्ति का अनुभव हम सबने कभी न कभी किया है। वे संकटमोचन हैं, बल, बुद्धि और विद्या के दाता हैं। हनुमान जी की कृपा पाने के लिए हम पूजा-पाठ, चालीसा और मंत्र जाप करते हैं। इसी तरह, एक और बहुत शक्तिशाली माध्यम है - हनुमान यंत्र

यंत्र एक प्रकार का ज्यामितीय (Geometrical) चित्र होता है, जिसमें देवी-देवताओं की ऊर्जा संग्रहीत होती है। यह एक कवच की तरह काम करता है, जो नकारात्मक ऊर्जाओं से हमारी रक्षा करता है और सकारात्मक ऊर्जा को हमारी ओर आकर्षित करता है।

बाजार में यंत्र आसानी से मिल जाते हैं, लेकिन जब कोई व्यक्ति पूरी श्रद्धा और विधि-विधान से स्वयं यंत्र का निर्माण करता है, तो उसकी शक्ति कई गुना बढ़ जाती है। तो चलिए, आज हम जानते हैं कि आप घर पर ही हनुमान यंत्र कैसे बना सकते हैं।

यंत्र बनाने से पहले की तैयारी

किसी भी पवित्र कार्य को करने से पहले तैयारी बहुत महत्वपूर्ण होती है।

  1. सही समय का चुनाव: हनुमान यंत्र बनाने के लिए सबसे उत्तम दिन मंगलवार या शनिवार होता है। यदि इस दिन कोई शुभ मुहूर्त जैसे रवि पुष्य योग या कोई अन्य सिद्ध योग हो, तो यह और भी अच्छा है।

  2. सामग्री:

    • भोजपत्र: यह सबसे उत्तम माना जाता है। अगर भोजपत्र न मिले तो आप एक साफ, बिना लाइन वाला मोटा कागज (जैसे ड्रॉइंग पेपर) भी ले सकते हैं।

    • स्याही (Ink): अष्टगंध की स्याही सबसे शुभ होती है। इसे आप पूजा सामग्री की दुकान से ले सकते हैं। यदि यह भी संभव न हो, तो केसर या सिंदूर को गंगाजल में घोलकर स्याही बना सकते हैं।

    • कलम: अनार की लकड़ी की कलम सबसे अच्छी मानी जाती है। अगर यह न मिले तो आप एक बिल्कुल नया लाल पेन या तुलसी की पतली डंडी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

    • आसन: बैठने के लिए एक लाल या नारंगी रंग का ऊनी आसन।

    • पूजा की अन्य सामग्री: एक चौकी, लाल कपड़ा, दीपक, धूप, फूल, सिंदूर, और प्रसाद (गुड़-चना या लड्डू)।

  3. शारीरिक और मानसिक शुद्धि: यंत्र बनाने से पहले स्नान करके स्वच्छ लाल या नारंगी वस्त्र धारण करें। अपने मन को पूरी तरह शांत रखें और केवल हनुमान जी का ध्यान करें। मन में किसी भी प्रकार का क्रोध, ईर्ष्या या नकारात्मक विचार न आने दें।

हनुमान यंत्र बनाने की विधि (Step-by-Step)

चरण 1: स्थान की शुद्धि और आवाहन

  • अपने घर के पूजा स्थान या किसी शांत और साफ जगह पर पूर्व दिशा की ओर मुख करके आसन पर बैठ जाएं।

  • सामने एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाएं। उस पर हनुमान जी की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें।

  • दीपक और धूप जलाएं। गंगाजल छिड़क कर स्थान को पवित्र करें।

  • अब हाथ जोड़कर भगवान गणेश का स्मरण करें और फिर अपने इष्टदेव का ध्यान करें। इसके बाद, हनुमान जी का आवाहन करें और उनसे प्रार्थना करें कि वे आपको यह यंत्र बनाने की शक्ति और अनुमति प्रदान करें।

चरण 2: यंत्र का निर्माण

  • अब भोजपत्र या कागज को अपने सामने रखें।

  • अपनी कलम को अष्टगंध की स्याही में डुबोएं और पूरी एकाग्रता के साथ यंत्र बनाना शुरू करें। आप किसी सिद्ध हनुमान यंत्र का चित्र देखकर बना सकते हैं।

  • यंत्र में एक केंद्रीय बिंदु, त्रिभुज, वृत्त, कमल की पंखुड़ियाँ और एक बाहरी चौकोर (भूपुर) होता है।

  • यंत्र बनाते समय लगातार मन ही मन "ॐ श्री हनुमते नमः" मंत्र का जाप करते रहें। आपकी सांसें सामान्य और ध्यान हनुमान जी के चरणों में होना चाहिए।

  • जब यंत्र का चित्र बन जाए, तो उसके केंद्र में बीज मंत्र "हं पवननन्दनाय स्वाहा" लिखें।

चरण 3: यंत्र की प्राण-प्रतिष्ठा (सबसे महत्वपूर्ण चरण)

सिर्फ चित्र बना लेना ही काफी नहीं है, उस यंत्र में हनुमान जी की शक्ति को स्थापित करना यानी उसकी प्राण-प्रतिष्ठा करना सबसे जरूरी है।

  • बनाए हुए यंत्र को चौकी पर हनुमान जी की तस्वीर के सामने रख दें।

  • यंत्र पर गंगाजल के छींटे दें। फिर उस पर सिंदूर का तिलक लगाएं, अक्षत (चावल) और फूल चढ़ाएं।

  • अब अपनी दाहिनी हथेली से यंत्र को ढकें (स्पर्श न करें, बस ऊपर रखें) और हनुमान जी के किसी सिद्ध मंत्र का 108 बार (एक माला) जाप करें। आप "ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्" मंत्र का जाप कर सकते हैं। यह बहुत शक्तिशाली मंत्र है।

  • मंत्र जाप के बाद, पूरी श्रद्धा से 7 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें।

  • अंत में हनुमान जी की आरती करें और उन्हें भोग लगाएं। उनसे प्रार्थना करें कि वे इस यंत्र में अपनी दिव्य ऊर्जा के साथ वास करें और आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी करें।

आपका सिद्ध हनुमान यंत्र अब तैयार है!

यंत्र स्थापना और सावधानियां

  • इस सिद्ध यंत्र को आप अपने घर के मंदिर में स्थापित कर सकते हैं।

  • आप इसे लैमिनेट करवाकर अपनी दुकान, ऑफिस की मेज पर या अपनी जेब/पर्स में भी रख सकते हैं।

  • प्रतिदिन यंत्र के दर्शन करें और धूप-दीप दिखाएं।

  • मंगलवार और शनिवार को विशेष रूप से इसकी पूजा करें।

  • यंत्र की पवित्रता का हमेशा ध्यान रखें। इसे कभी भी गंदे हाथों से न छुएं और न ही किसी अपवित्र स्थान पर रखें।

याद रखिए, यंत्र एक उपकरण है, लेकिन असली शक्ति आपकी श्रद्धा और विश्वास में है। यदि आप पूरे विश्वास और पवित्र मन से इस विधि का पालन करेंगे, तो हनुमान जी की कृपा आप पर अवश्य बरसेगी। यह यंत्र आपके लिए एक सुरक्षा कवच का काम करेगा और जीवन के हर संकट से आपकी रक्षा करेगा।

जय श्री राम! जय हनुमान!








🙏 जय श्री राम | जय बजरंगबली 🙏 स्वागत है आपका हमारे चैनल "टोटका उपाय मंत्र ज्ञान" में। आज इस वीडियो में हम आपको स्वयं घर पर "महाशक्तिशाली सिद्ध हनुमान यंत्र" बनाने की संपूर्ण और गुप्त विधि बता रहे हैं। यह यंत्र केवल एक चित्र नहीं, बल्कि स्वयं बजरंगबली की ऊर्जा का केंद्र है। यदि आपके जीवन में बाधाएं, शत्रु भय, नकारात्मक ऊर्जा या बनते काम बिगड़ रहे हैं, तो यह दिव्य यंत्र आपके लिए एक सुरक्षा कवच का काम करेगा। इस वीडियो में आप जानेंगे: ✨ हनुमान यंत्र क्या है और इसके अचूक लाभ? ✨ यंत्र बनाने के लिए शुभ दिन, मुहूर्त और सामग्री। ✨ भोजपत्र पर यंत्र बनाने की स्टेप-बाय-स्टेप सरल विधि। ✨ यंत्र की प्राण प्रतिष्ठा कैसे करें? (सबसे महत्वपूर्ण चरण) ✨ इस सिद्ध यंत्र का प्रयोग कैसे और कहाँ करें? यह यंत्र आपके जीवन से हर संकट को हर लेगा और आपको साहस, सफलता और समृद्धि प्रदान करेगा। पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ इस विधि का पालन करें। ---------------------------------------------------- Your Queries Solved: हनुमान यंत्र बनाने की विधि ghar par hanuman yantra kaise banaye hanuman yantra ke fayde siddha hanuman yantra shatru nash ke liye yantra sankat dur karne ke upay nakaratmak urja se kaise bache bajrangbali ka raksha kavach yantra hanuman yantra benefits in hindi how to make hanuman yantra at home ----------------------------------------------------

Post a Comment

Previous Post Next Post