मित्र नमस्कार मैं फिर से एक नया जानकारी लेकर हाजिर हूं गणतंत्र दिवस का महत्व क्या है यह जानने के लिए हमारे साथ जुड़े रहिए ।हमारे वेबसाइट में आपका स्वागत है ।तो आइए विस्तार से जानते हैं भारत में इंडिपेंडेंस डे को इतना महत्व क्यों देते हैं ।
सन 1947 में अंग्रेजों से भारत आजाद होने के बाद हिंदुस्तान में सरकार या कानून कुछ भी नहीं थी इसलिए हिंदुस्तान में कानून एवं सरकार बनाने के लिए एक संविधान तैयार किया जिसे पूरे संविधान के नियम के अनुसार हिंदुस्तान के नागरिक पालन करके चलना है ।
इसे विश्व का सबसे बड़ा संविधान माना जाता है, जिसमें 448 अनुच्छेद, 12 अनुसूचियां और 94 संशोधन शामिल हैं।
यह हस्तलिखित संविधान है जिसमें 48 आर्टिकल हैं। इसे तैयार करने में 2 साल 11 महीने और 17 दिन का समय लगा था। इस संविधान को तैयार करने में मुख्य भूमिका निभाए थे डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ।
संविधान में जो कुछ भी उल्लेख किया गया है उसी के नियम अनुसार कानून बना है यदि हमारे देश में कानून नहीं होता तो आज इंसान इंसान को नहीं मानता इसलिए संविधान से लिए गए यह कानून हमारे देश के लिए बहुत ही महत्व है ।
सरोवरम संविधान दिवस 26 नवंबर 1949 को मनाया गया था लेकिन जिस दिन भारत के संविधान मसौदे को अपनाया गया था। उस दिन से 26 जनवरी 1950 भारत के संविधान मनाने लगे । संविधान सभा के सदस्यों का पहला सेशन 9 दिसंबर 1947 को आयोजित हुआ था । इसमें संविधान सभा के 207 सदस्य थे। संविधान की ड्रॉफ्टिंग कमेटी के अध्यक्ष डॉ बी आर अंबेडकर थे।
जिस समय अंग्रेज लोग हमारे देश पर कब्जा कर हिंदुस्तान के हर एक नागरिक को गुलाम बनाकर रखे थे उस समय उनकी कानून चलता था ।
अंग्रेजों को हिंदुस्तान से भगाने के लिए लंबे समय तक हिंदुस्तान के वीर जवान युद्ध करते रहे । आखिर 1947 में उनको हिंदुस्तान से भागा ने में सफल हुआ इसके लिए न जने कितने भारत माता के पुत्रों अपने प्राण की बलिदान दिया । आज हम उन्हीं के प्राण के बलिदान से आजाद हूं ओर वह बात हमें कभी भी भूलना नहीं चाहिए। अंग्रेज हिंदुस्तान छोड़ने के बाद
। हिंदुस्तान में कानून व्यवस्था के लिए संविधान बनाया ।इसलिए 26 जनवरी गणतंत्र दिवस का हम एक बहुत ही महत्व दिन समझते हैं जिसमें हमारे देश के संविधान से कानून तैयार हुआ है ।
इसके लिए 26 जनवरी को दिन उन वीर जवान को याद करने का दिन है । हमें उस दिन पार्थना करना चाहिए कि ऐसे वीर जवान देश के रक्षा के लिए लाखो पैदा हो ।
हमारे देश में संविधान एवं कानून का व्यवस्था होने पर भी कितने भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी देखने को मिल रहे है ।
आप सोचिए यदि संविधान हमारे देश में न होता तो आज भ्रष्टाचार ही नहीं पूरे देश फिर दूसरे के गुलाम हो जाता इसलिए हमारे देश में संविधान बनाना बहुत अनिवार्य था ।
सोचने वाली बात तो यह है कि हमारे देश में इतना कानून व्यवस्था होने पर भी मां बेटी पर बलात्कार होने से रोक नहीं पा रहे हैं । यदि हमारे भारत वर्ष में संविधान से कानून नहीं बनती तो आज न जाने और कितने मां बेटी के जीवन बर्बाद हो जाता ।
कानून व्यवस्था के लिए हमारे देश में संविधान बना है जिसके जरिए हमारे हिंदुस्तान के हर नागरिक शांति से रह सके । 26 जनवरी 1950 में लागू किया संविधान और तभी से हिंदुस्तान के हर नागरिक गणतंत्र दिवस का महत्व देने लगे ।
26 जनवरी गणतंत्र दिवस एक ऐसा दिन है जहां हिंदुस्तान के हर एक नागरिक कितने प्रेम करते हैं अपने देश से बताने की प्रयास करते हैं । इस दिन अपने अपने कला दिखाने का दिन है जहां हिंदुस्तान के नाम और आगे हो ।
26 जनवरी के दिन स्कूल ,कॉलेज ,बड़े-बड़े कंपनी में तिरंगा लहरा कर राष्ट्रीय संगीत गाया जाता है । और उन वीर जवानों को याद किया जाता है जिसके कारण हमारे हिंदुस्तान आजाद हुई हैं ।
वैसे तो हिंदुस्तान के आजादी में हज़ारों वीर संतान की प्राण बलिदान हुई है तो मैं उनमें से कुछ मुख्य योगदान देने वाले के नाम उल्लेख कर रहा हूं जैसे कि - सुभाष चंद्र बोस , मातंगिनी हजरा, खुदीराम बोस , भगत सिंह , मंगल पांडे, झांसी रानी लक्ष्मी बाई इन सभी भारत आजादी में मुख्य भूमिका में शामिल थे ।