रामायण कितनी भाषा में लिखी गई है और किसने लिखा है ? जानिए

रामायण

 

रामायण कितनी भाषा में लिखी गई है और किसने लिखा है जानिए

रामायण कथा कितनी भाषा में लिखी गई हैं जानने के लिए हमारे साथ बने रहिए मित्रों नमस्कार हमारे वेबसाइट में आपका स्वागत है । रामायण कथा जिसे पढ़ने के बाद इंसान की सोच बिल्कुल बदल जाती है । रामायण कथा पढ़ने के बाद इंसान के अंदर में शैतान भी मर जाता है और अच्छे मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलता है । तो चलिए आज हम पवित्र रामायण के विषय में थोड़ा बहुत जानकारी प्राप्त करते हैं । 



धर्म ग्रंथ के अनुसार रामायण की रचना की थी सर्वप्रथम महर्षि बाल्मीकि जी । जिन्होंने संस्कृत भाषाओं से संपूर्ण रामायण कथाओं की वर्णन किया । संस्कृत भाषा जिसे हर कोई नहीं जानता है इसलिए पवित्र रामायण कथाओं को सरल बनाने के लिए अलग-अलग भाषाओं में लिखी गई है ।  लेकिन यह बातें कितने लोगों को पता है तो चलिए मित्रों जानते हैं हमारे पवित्र रामायण के कितने भाषाओं में लिखी गई हैं और कौन ऐसे महान व्यक्ति थे जो हमारे लिए बहुत इतना सरल मार्ग दर्शाया । 


अगर आप एक भारतीय हैं तो आपके लिए जानना बहुत ही आवश्यकता है क्योंकि प्रभु श्री राम का जन्म अयोध्या भारतवर्ष में ही हुआ था । पुराण के अनुसार कहा गया है कि रामायण कथा पढ़ने से जितना पाप नष्ट होता है उतना सुनने से । 


भगवान राम कथा अन्य अनेक भारतीय भाषाओं में भी लिखी गयीं है जैसे कि हिन्दी में कम से कम 11, मराठी में 8, बांग्ला में 25, तमिल में 12, तेलुगु में 12 तथा उड़िया में 6 रामायणें मिलती हैं। हिंदी में लिखित गोस्वामी तुलसीदास कृत रामचरित मानस ने उत्तर भारत में विशेष स्थान पाया है । 

इसके अतिरिक्त भी गुजराती, मलयालम, कन्नड, असमिया, उर्दू, अरबी, फारसी आदि भाषाओं में राम कथा लिखी गयी है। महाकवि कालिदास, भास, भट्ट, प्रवरसेन, क्षेमेन्द्र, भवभूति, राजशेखर, कुमारदास, विश्वनाथ, सोमदेव, गुणादत्त, नारद, लोमेश, मैथिलीशरण गुप्त, केशवदास, समर्थ रामदास, संत तुकडोजी महाराज आदि चार सौ से अधिक कवियों तथा संतों ने अलग-अलग भाषाओं में राम तथा रामायण के दूसरे पात्रों के बारे में काव्यों/कविताओं के रचना की है। स्वामी करपात्री ने 'रामायण मीमांसा' की रचना करके उसमें रामगाथा को एक वैज्ञानिक आयामाधारित विवेचन दिया गया । वर्तमान में प्रचलित बहुत से राम-कथानकों में आर्ष रामायण, अद्भुत रामायण, कृत्तिवास रामायण, बिलंका रामायण, मैथिल रामायण, सर्वार्थ रामायण, तत्वार्थ रामायण, प्रेम रामायण, संजीवनी रामायण, उत्तर रामचरितम्, रघुवंशम्, प्रतिमानाटकम्, कम्ब रामायण, भुशुण्डि रामायण, अध्यात्म रामायण, राधेश्याम रामायण, श्रीराघवेंद्रचरितम्, मन्त्र रामायण, योगवाशिष्ठ रामायण, हनुमन्नाटकम्, आनंद रामायण, अभिषेकनाटकम्, जानकीहरणम् आदि मुख्य रूप में हैं। 


प्रिय मित्रों यह जानकारी आपको कैसा लगा हमें कमेंट करके जरूर बताइए आपको यदि थोड़ा बहुत हेल्प मिल गया तो हमारे साथ इसी तरह बने रहिए । जितना भाषा में यहां उल्लेख किया किया उतना भाषा में आपको रामायण कथा प्राप्त होगी । इससे आप अपने जीवन को और सरल बना सकते हैं आज के बाद आप रामायण कथा पढ़िए, सुनिए । और दूसरे को सुनाइए आने वाले समय में आपके जीवन पूरी तरह बदल जाएगा । धन्यवाद 🙏

मनोकामना पूर्ति हेतु हनुमान जी के जबरदस्त उपाय जानिए


शुभ बुधवार के दिन क्या करें और क्या ना करें जाने


ईश्वर कहां है और कैसे करें उनकी दर्शन प्राप्त जानें


मंगलवार के दिन क्या खाना चाहिए पूरी जानकारी प्राप्त करें

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने