अयोध्या राम मंदिर का दर्द भरा इतिहास जानें

धर्म ग्रंथ इतिहास



नमस्कार मित्रों मैं फिर से एक नया जानकारी लेकर हाजिर हूं आइए जानते हैं अयोध्या राम मंदिर का प्राचीन इतिहास । 
हर किसी के पास धर्म अपना आस्था से जुड़ी हुई है यदि कोई किसी को अपने धर्म के विषय में गलत बात बोल दे तो दिमाग की बत्ती बुझ जाती है और खून हो जाते हैं गरम । इसलिए जो भी अयोध्या के विषय में हुआ है यह दिमाग गरम करने वाला बात  है । 


चलिए अयोध्या के राम के मंदिर के विषय में विस्तार से जानते हैं ।

मर्यादा-

पुरुषोत्तम श्री राम को हिंदू धर्म के सभी लोग ईश्वर मानते हैं उन्होंने ऐसा ही कुछ कार्य किया कि ईश्वर मानने में मन में गर्व महसूस होती है । एवं राम नाम लेने से धर्म ग्रंथ के अनुसार भक्तों का सभी पापों का नाश होता है ।

आज से हजारों साल पहले श्री राम के उत्तर प्रदेश की अयोध्या में जन्म हुए थे राजा दशरथ के घर में । अयोध्या में राम के जन्म भूमि पर एक श्रृति रखने के लिए और उन्हें स्मरण करने के लिए एक मंदिर बनवाया था ताकि युगोंं  युगोंं तक मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम को पूजा करके ताकि मानव जाति अपने पापों से मुक्त हो सके ।

हिंदुस्तान एक ऐसा देश है सोने का चिड़ियां कहा जाता था यहां मोती से लेकर हिरे तक अधिक से अधिक मौजूद थे जहां दूसरा देश में ऐसे कीमती चीजें कहीं नहीं मिलता था । और ना ही उस समय भारत में कोई दूसरे मजहब के लोग वास करते थे । धीरे-धीरे दिन बदलता गया और फिर दूसरे देश से हिंदुस्तान में कुछ इस्लामी लोग व्यवसाय के तौर पर आए थे तो उनकी नजर हिंदुस्तान पर पड़े । उन्होंने देखा हिंदुस्तान में इतना सारे धर्म और इतने सारे कीमती चीजें हैं जहां कहीं नहीं दिखाई देता है जिसके कारण हिंदुस्तान पर आक्रमण किए ।

इस्लामिक राजाओं के आक्रमण से हिंदुस्तान के महान राजाओं का बलिदान हुआ । भारत को उन क्रूर राजाओं के हाथों से बचाने के लिए भयानक युद्ध किया । लेकिन आमने सामने कभी भी इस्लामी मुगलों ने जीत नहीं सके आखिर वह लोग छल कपट करके हिंदुस्तान के राजाओं को पराजित किया । 

 कुछ जयचंद जैसे लोग हिंदुस्तान में थे जिसके कारण हिंदुस्तान के अधिकांश जगह इस्लाम के कब्जा पर आ गया था । 

 इस्लाम के कब्जा के कारण धीरे-धीरे हिंदुस्तान की किस्मत एक अंधेरे में छा गया।  बोलो तो इस्लाम के मुगल राजाओं ने राज शासन करने लगे । हिंदुस्तान में अधिकांश जगह कब्जा  करके अपना कानून चलाने लगे, लाखों हिंदुओं को इस्लाम कबूल करवाया । इतिहास के अनुसार मुगलों के आगमन भारत में 764 सन् में हुआ था । 

अयोध्या में  इस्लामिक बाबर राजा उन्होंने अपने राज्य शासन काल में राम मंदिर को तोड़कर अपना मस्जिद बनवाया था । क्योंकि उसका प्रमाण खुदाई के समय राम के खंडित मूर्ति मिट्टी के नीचे से मिले । जिससे पता चलता है कि यह राम मंदिर ही था जहां मुगलों ने राम मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाया था ।

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 जब हिंदुस्तान 1947 में अंग्रेजों की हाथों से आजाद हुआ था तब से हिंदुओं की मन में राम मंदिर बनाने के लिए बहुत ही उत्साहित थे । मगर कांग्रेस सरकार ने इसके ध्यान नहीं दिया । क्योंकि अंग्रेज हिंदुस्तान छोड़ने के बाद कांग्रेस सरकार सत्ता में आया था वह चाहता था तो फिर से बाबर मस्जिद को तोड़ के मंदिर बना सकता था लेकिन उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया सिर्फ अपना सत्ता का लालच में रह गया । यह हिंदुओं की आस्था की बात है अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए हजार हजार हिंदुओं की प्राण चले गए ।
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70 साल तक कांग्रेस ने राम मंदिर को बनाने के लिए कभी इजाजत नहीं दिया । पूरे हिंदुस्तान को ऐसे जगह पर पहुंचा दिया कांग्रेस वालों ने की सोचने वाला भी चौंक जाएंगे ।

70 साल के बाद हिंदुस्तान में जॉब बीजेपी सरकार सत्ता में आया तो राम मंदिर का मुद्दा उठाया । उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में केस लड़ा और आखिर जीत ही गया । 

यदि भाजपा सरकार सत्ता में नहीं आता तो यह राम मंदिर कभी नहीं बन पाता इसलिए जनता का भी योगदान सबसे पहले माना जाएगा ।

दोस्तों हिंदुस्तान में कुछ इतिहास ऐसा है कि उसे तोर मोड़ के बनाकर रखा था क्योंकि हिंदुस्तान में हिंदू और मुसलमान के बीच हमेशा शांति बनी रहे । और जिसके कारण सबसे हिंदुस्तान में हिंदुओं को धोखा दिया गया है । लेकिन भारत में जब से भाजपा सरकार सत्ता में आए हैं तब से इतिहास पलट कर रख दिया है । जो सच्चाई है वह इतिहास आपके सामने दिखाया नहीं गया , जिसके कारण आज हिंदुस्तान में हिंदुओं के परिस्थिति बहुत ही गंभीर हैं । कुछ इतिहास ऐसा है कि वर्तमान बहुत ऐसे लोग सच्चाई स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं लेकिन सच्चाई तो सच्चाई है उसे स्वीकार करना ही हैं । 

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