पापों से मुक्ति पाने का महामंत्र
पापों से मुक्ति पाने का यह है सरल उपाय जहां आपको कहीं नहीं मिलेगी बस सिर्फ यही मिलेगी जहां हम आपको बताने जा रहे हैं । हमारे साथ जुड़े रहने से सही मार्ग और गलत मार्ग क्या है जान सकते हैं ।
मित्र नमस्कार दुनिया बदल चुका है, इंसान धीरे धीरे दुनिया को बदलने के लिए कुछ बुद्धिजीवी लोग अपने धर्म को भूलते जा रहे हैं । हमारे उद्देश्य यही है कि आप कुछ भी करो धर्म को पीछे मत करो धर्म से ही अपने आस्था जिंदा रहते हैं । जहां धर्म नहीं है वहां पापों की जगह बढ़ जाती है इसलिए पापों से मुक्ति पाने के लिए धर्म की रास्ता कभी भूलना नहीं चाहिए हर किसी व्यक्ति को ।
कुछ मनुष्य है जो इस पृथ्वी लोक में जान बूझकर पाप करते हैं उन्हें पता है कि यह पाप हो रही है फिर भी वह पाप करते जा रहे हैं । पछतावा बाद में करते हैं, पापों की सजा उन्हें भुगतना ही पड़ता है चाहे कुछ भी करें । मगर एक रास्ता है जो भी पाप आप किए हैं उसकी सजा कम हो जाएगी यदि आप इस प्रकार की उपाय अपनाएंगे तो । मित्रों कुछ पाप जानबूझकर होती हैं और कुछ पाप अनजाने में हो जाती हैं इंसान यदि पाप नहीं करेंगे तो इस पृथ्वी लोक में भगवान बोलकर सहारा देने वाले कोई नहीं होंगे । इसलिए इंसान खुद से पाप नहीं करते हैं पाप करवाया जाते हैं । आप सोचिए मत बस आप ईश्वर की प्रति विश्वास रखें यदि आप उनकी स्मरण में जाएंगे तो शायद आप जो भी पाक किए हैं उसकी सजा कम हो जाएगी या बोलो तो आप के पाप नष्ट भी हो सकती है ।
हम इस पृथ्वी लोक में जन्म लेते हैं ईश्वर हमें बुद्धि तो देते हैं परंतु वह बुद्धि हम कुछ गलत काम पर लगा देते हैं और कुछ सही काम पर लगाते हैं । सही काम करने वाले बहुत कम लोग मिलते हैं इस पृथ्वी लोक में और सही काम करने के लिए शिक्षा की जरूरत पड़ती है । हमसे जो कुछ भी गलती हो जाते हैं उसे सुधारने के लिए हमें कुछ उपाय की जरूरत पड़ती हैं । और वह उपाय हैं एक ही मंत्रों जिस मंत्रों से आप आपनी पापों को नष्ट कर सकते हैं और ईश्वर के कृपा बड़ी आसानी से पा सकते हैं ।
चलिए आप बात करते हैं पाप कर्मों से मुक्ति कैसे मिलेगी भगवत गीता के अनुसार । भगवत गीता में प्रभु श्री कृष्ण ने बताया था अपने शाखा अर्जुन को । अपने कर्म का फल उन्हें तो मिलना ही है जिस कर्मों का फल आप पाने की आशा रखते हैं । जैसे कि भगवान कभी किसी को निराश नहीं करते हैं आप अच्छा कर्म करेंगे तो उसका फल आपके लिए रखा जाता है, यदि आप बुरे कर्म करते हैं तो उसका भी भागीदार आपको ही बनना पड़ता है । दोस्तों यदि आप बुरे कर्म का फलनहीं लेना चाहते हैं तो भगवानके शरण में जाना होता है । एकमात्र ईश्वर ही है जो आपके बुरे कर्म का फल को निष्फल कर सकते हैं । इसलिए भागवत गीता के अनुसार आप भगवान के स्मरण में हमेशा के लिए चले जाएं इससे पापों का नाश होना निश्चित है ।
इस मंत्र का आप शाम के वक्त भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी के तस्वीर रखकर मंत्रों के जाप करें ।
सर्वैश्वर्यकरं पुण्यं सर्वपाप प्रणाशनम्
सर्वदारिद्र्य शमनं श्रवणाद्भुक्ति मुक्तिदम्।
राजवश्यकरं दिव्यं गुह्याद्-गुह्यतरं परम्
दुर्लभं सर्वदेवानां चतुष्षष्टि कलास्पदम्।
पद्मादीनां वरान्तानां निधीनां नित्यदायकम्
भगवति हरिवल्लभे मनोज्ञे त्रिभुवन भूतिकरि प्रसीदमह्यम्।।
ॐ श्रिये नमः
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प्रतिदिन शाम के वक्त एवं आप सुबह मैं भी कर सकते हैं 👉घर में अगरबत्ती जला कर इस मंत्रों का जप करें भगवान विष्णु माता लक्ष्मी के तस्वीर रख कर । ऐसे करने से आपके पापों की घड़ा कम हो जाएगी और अगले पाप से दूर रहेंगे । इसमें आपके घर में धन की वृद्धि होगी, सुख समृद्धि होगी ,आप संकट से दूर रहेंगे भगवान विष्णु एवं माता लक्ष्मी आपको हमेशा कृपा करते रहेंगे बस आप अपने ईश्वर प्रति श्रद्धा एवं भक्ति रखें । धन्यवाद
संकट के समय क्या करना चाहिए?
हम सभी मनुष्य के जीवन में संकट आते रहते हैं । मगर कुछ संकट ऐसे हैं कि लोगों को सबक सिखाता है और सही रास्ते पर जाने की सीख मिलती है । जो लोग जानबूझकर गलत रास्ते में चले जाते हैं उन्हें दंड तो जरूर मिलती है, संकट घेर लेते हैं तब उसे कोई रास्ता दिखाई नहीं देते हैं क्या करें।
दुर्गा माता की Powerful 9 मंत्रों क्या है ?
1. सर्वकल्याणकारी मंत्र सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके। शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोस्तुते॥
इच्छापूर्ति महाशक्तिशाली मंत्र - का प्रयोग कैसे करें
प्रतिदिन सुबह उठकर नीचे बताया गया इस मंत्रों का पूर्व दिशा में मुंह करके बैठ कर 21 बार जप करें