जीवन में सुखी रहना चाहते हैं तो ये 5 बातों को रखें स्मरण


जीवन में सुखी रहने के उपाय


जीवन में सुखी रहने के उपाय



दोस्तों क्या जीवन में आप बहुत दुखी हैं क्या आप अपने जीवन में सुखी रहना चाहते हैं ? तो आज हम अपने आर्टिकल के माध्यम में विस्तार से बताएंगे कैसे आप अपने जीवन में खुशी रह सकते हैं । हमें उम्मीद है जब आप हमारे वेबसाइट में आ ही गए हैं तो इस पोस्ट के माध्यम में आपको बहुत कुछ सीख प्राप्त होगा । दोस्तों नमस्कार हमारे वेबसाइट में आपका स्वागत हो जब आप हमारे वेबसाइट में आए गए हैं तो बिल्कुल चिंता मत कीजिए जीवन में कैसे सुखी रहना है यह हम आपको खोलकर बताएंगे जहां आपके लिए बहुत ही इंपॉर्टेंट होने वाले हैं यह पोस्ट अंत तक जरूर पड़े तो दोस्तों सबसे पहले हम आपको निवेदन करते हैं अगर इसी प्रकार हमारे साथ जुड़े रहना चाहते हैं तो फॉलो अवश्य करें । दोस्तों इस धरती पर जितने भी इंसान जन्म लिए हैं सभी चाहते हैं हम हमेशा सुखी रहे,हमारे परिवार हमेशा सुखी रहे लेकिन वास्तव में सबका साथ ऐसा नहीं होता और क्यों नहीं होता है मैं आपको विस्तार से बताएंगे तो दोस्तों हमारे साथ ऐसे ही अंत तक बने रहिए ।




तो दोस्तों आगे बढ़ते हैं इस धरती पर कई प्रकार के लोग आपको दिखाई देंगे कुछ लोग ऐसे होते हैं खुद सुखी रहने के लिए दूसरे को कष्ट देते हैं औरत और कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जहां खुद को खुशी रखने के लिए परिवार को खुशी रखने के लिए ढेर सारे पैसा कमाते हैं । तो दोस्तों क्या वास्तव में किसी को कष्ट देकर और फिर ढेर सारे पैसा कम कर कोई सुखी रह सकते हैं हमारे गुरु जी ने कहते हैं ऐसे वास्तव में लोग कभी खुशी या कभी सुखी नहीं रह सकते हैं । अपने सुख के लिए दूसरे को कष्ट देते हैं तो इसका उलटा असर मतलब इसका विपरीत हो जाता है । इसलिए मनुष्य होकर मनुष्य जैसे ही कर्म करना चाहिए हमारे प्रकृति सब कुछ दिया हुआ है यदि कोई व्यक्ति मनुष्य होकर दानव जैसे काम करेंगे तो उन्हें भी दानव जैसे ही फल मिलेंगे । दोस्तों सर्वप्रथम आपको यह जानना बहुत आवश्यकता है आप मानव जाति में जन्म लिए हैं इसलिए मनुष्य जैसे आपको कर्म करना चाहिए लेकिन आप मनुष्य जैसे कर्म कैसे करेंगे ? इसके लिए गुरु ज्ञान आपके लिए बहुत ही आवश्यकता है । एक मनुष्य को गुरु ज्ञान होना जरूरी है जब तक गुरु ज्ञान नहीं होंगे तब तक व्यक्ति मनुष्य जैसे कर्म नहीं कर सकते हैं । हिंदू शास्त्र के अनुसार हर एक व्यक्ति के गुरु का दीक्षा लेना बहुत ही आवश्यकता है गुरु दीक्षा लेने से मनुष्य के आधा चिंता मुक्त हो जाता है ।


दोस्तों आप आगे बात करते हैं हम लोग सांसारिक उलझन में इधर-उधर भटक जाते हैं हर एक व्यक्ति का मन में अपना-अपना लक्ष्य होती है कोई पैसा के पीछे भागते हैं तो कोई प्रेम के पीछे भागते हैं । दोस्तों क्या कोई पैसे से सुखी रह सकते हैं ? अगर कोई पैसा से हर कोई व्यक्ति सुखी रह सकता है तो फिर बताइए पैसा होने के बावजूद कोई संतान अपना माता-पिता को वृद्ध आश्रम में क्यों भेज देते हैं ? पैसे होने के बावजूद लोग क्यों आत्महत्या कर लेते हैं ? दोस्तों आप बहुत ऐसे लोगों को भी देखे होंगे किसी को अपने मन देकर बैठे हैं अब उसे पाने के लिए कई दिन तक इंतजार करते हैं आखिर जब उन्हें अपने प्यार को नहीं मिल पाते हैं तब आत्महत्या कर लेते हैं तो क्या मनुष्य के लिए यही जिंदगी है ? किसी के लिए आत्महत्या कर लेना शास्त्र के अनुसार इससे बड़ा पाप और कुछ हो ही नहीं सकते हैं, क्योंकि मनुष्य के शरीर कई जन्म तक अच्छा कर्म करने के बाद ही प्राप्त होती है । आपके भीतर जो आत्मा है उसका कभी विनाश नहीं है आपके शरीर नष्ट हो जाने के बाद किसी और शरीर धारण करेंगे लेकिन उसका एक समय सीमा होते हैं । आपके शरीर कब नष्ट होगा यह तो ईश्वर ही तय करके आपको इस धरती पर भेजे हैं । अगर आप अपने हाथों से अपने शरीर को नष्ट कर देंगे तो फिर आपके जो आत्मा है इस धरती पर ही भटकते रहेंगे उसको कहीं भी शांति के लिए जगह नहीं होगा । इसलिए शास्त्र के अनुसार कहा गया है कि अगर कोई व्यक्ति आत्महत्या कर लेते हैं तो उनके जैसे पापी इस धरती पर कोई नहीं है । जब कोई व्यक्ति आत्महत्या कर लेते हैं तो उनके आत्मा यहीं पर भटकते हैं ।


जीवन में सुखी रहने के लिए हमें क्या चीज को त्याग देना चाहिए । दोस्तों आपको तो पता है भगवान श्री राम जिसे हिंदू सनातन धर्म में सभी लोग पूजा करते हैं उन्हें भगवान मानते हैं । जब भगवान राम इस धरती पर जन्म लेकर माता-पिता से अलग होकर,अपने पत्नी से अलग होकर इतना कष्ट सह है तो फिर हम इंसान हैं इंसान के लिए कष्ट तो होना ही है । अगर कष्ट को कोई व्यक्ति दिमाग में बिठा ले तो फिर उनके जीवन में कभी सुखशांति नहीं आएंगे । जब भगवान श्री राम इतना कष्ट सह सकते हैं जबकि श्री राम जगत की पालनहार है तो फिर आप एक इंसान होकर इतना कष्ट क्यों नहीं सह सकते हैं । अगर आपके जीवन में कोई भी दुविधा आए कष्ट आए उसे भूलने की कोशिश करना चाहिए । वर्तमान कलयुग है इस कलयुग में आप जितना भले इंसान होकर रहेंगे उतना ही आपके लिए कष्टदायक होंगे और कष्ट को कभी अपने दिमाग पर बिठाकर नहीं रखता है उन्हें नियंत्रित करना सीखें ।


जीवन में अगर सुखी रहना चाहते हैं तो 5 बातों को ध्यान में रखिए ।


1) अगर आपके घर में भागवत गीता पाठ कर रहे हैं तो वहां पर बैठकर अवश्य सुनिए । अगर आपके घर में कोई भी भागवत गीता पाठ नहीं कर रहे हैं तो आप खुद से भागवत गीता पाठ अवश्य करें । भगवत गीता में जीने की  महत्वपूर्ण अमृतवाणी बताया गया है जिससे जीवन में सुखी रहने का कई मार्ग आपको दिखाई देंगे ।


2) जीवन में सुखी रहना है तो अपने भीतर गुप्त बात किसी को भी मत बताइए । संसार में जीने के लिए हर इंसान को विश्वास करना यह भी आपके लिए खतरा हो सकता है, उन्हीं व्यक्ति को आप विश्वास करें जो व्यक्ति आप पर निस्वार्थ से प्रेम करते हैं ।


3) परिवार के साथ अगर क्लेश हो रहे हैं तो उसे शांति से समझाएं ऊंची आवाजों से नहीं । अगर आपके भीतर क्रोध आ रहे हैं तो अपने क्रोध को नियंत्रित करने के लिए कोशिश करें । 


4) दूसरे की दुख दर्द को समझे आपके सामने वाले व्यक्ति कष्ट से झेल रहे हैं तो उसे सहायता करने के लिए आगे बढ़े । भगवान श्री कृष्ण कहते हैं हम उन्हीं को सहायता करते हैं जो व्यक्ति दूसरे की सहायता करते हैं । अगर आप किसी व्यक्ति के दुख दर्द में शामिल होते हैं तो भगवान आपके साथ हमेशा रहेंगे । 


5) जीवन में अगर आप सुखी रहना चाहते हैं तो सबसे पहले लोभ,मोह माया त्याग देना होगा । जिस व्यक्ति के भीतर लोभ हैं उन्हें कभी सुख प्राप्त नहीं होंगे, लोभ मनुष्य के लिए बहुत ही खतरनाक साबित होते हैं इसलिए लोभ आपके भीतर से निकाल देना है । दोस्तों आपको बता देता हूं धृतराष्ट्र अपने पुत्र को मोह माया से प्रेम करते थे जिसके कारण महा भारतहुआ था, इसलिए मोह माया प्रेम इंसान के लिए बिल्कुल सही नहीं है । धन हमें जीने के लिए चाहिए मगर सुख के लिए नहीं अगर सुखी रहना चाहते हैं तो लोभ, क्रोध, कामवासना इन चीजों को त्याग देना चाहिए । दोस्तों हमारे यह पोस्ट आपको कैसे लगा कमेंट करके जरूर बताइए ।


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