लाजवंती के ये 4 जबरदस्त फायदे ऐसे करें उपयोग,अधिकांश लोगों को नहीं पता


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लाजवंती के फायदे :

कुदरत हमें बहुत कुछ दिया है परंतु जानकारी नहीं होने के कारण हम उनका उपयोग नहीं कर पाते दोस्तों में आज  लाजवंती पौधे का विषय में वह जानकारी देंगे जहां आप खुश हो जाएंगे । उससे पहले हमारे वेबसाइट में आपका स्वागत है । लाजवंती गुणों का भंडार है जहां हमारे शरीर के कई प्रकार के बीमारियों का नाश करते हैं । 



 लाजवंती एक प्रकार का पौधा है, जिसकी पत्तियां, मानव स्पर्श पाने पर सिकुड कर बंद हो जाता हैं,फिर व कुछ देर बाद अपने आप ही खुल जातीं हैं। आयुर्वेद की द्रष्टि से यह पौधा बहुत हे उपयोगी होता है। इसका प्रयोग विभिन्न प्रकार की बीमारियों में किया जाता है। इसमें कई ऐसे तत्व होते हैं जो कई गंभीर बीमारियों में भी बहुत लाभदायक साबित हुई है। आज मैं आपको लाजवंती के ५ फायदे बताने जा रहा हूँ। इन फायदों को शायद इससे पहले सुना भी नहीं होगा। आइये जानते हैं उन चमत्कार फायदों के बारे में।


1) तनाव दूर करते है ।।


छुई-मुई पौधा में ऐसे बहुत से गुण हैं जिनके कारण इसका उपयोग आयुर्वेद चिकित्‍सा में किया जाता है।

यह परंपरागत रूप से तनाव को कम करने वाली औषधी के रूप में उपयोग की जाती है। इसमें मौजूद पोषक तत्‍व और उपचार गुण मस्तिष्‍क स्‍वास्‍थ्‍य को बढ़ावा देने के लिए जाने जाते हैं। यह मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य को बढ़ावा देने और तनाव, अवसाद जैसी मानसिक समस्‍याओं से निपटने में मदद कर सकती है। इस उद्देश्‍य के लिए चूहों पर किये गए एक अध्‍ययन से यह साबित होता है।


2) गठिया की दर्द में कमी


जो लोग गठिया रोग से पीड़ित हैं उनके लिए लाजवंती एक प्रभावी दवा का काम करती है। इस पौधे में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं जो जोड़ों में सूजन का इलाज कर सकते हैं। इस तरह से इस पौधे का उपयोग गठिया के दर्द से छुटकारा पाया जा सकता है। गठिया का उपचार करने के लिए आप इस पौधे की पत्तियों का पेस्‍ट बनाएं और प्रभावित क्षेत्र में लगाएं। इस पेस्‍ट को रात भर लगे रहने दें। प्रतिदिन नियमित रूप से इस पेस्‍ट को लगाने पर आपको आराम मिल सकता है।


3) पीरियड्स में बहुत ही लाभकारी होता है


महिलाओं के लिए मासिक धर्म के दिन बहुत की कष्‍टदायक होते हैं। इस दौरान अत्‍याधिक रक्‍त स्राव को नियंत्रित करने के लिए लाजवंती का उपयोग किया जा सकता है। इसमें हार्मोन को नियंत्रित करने वाले गुण होते हैं जो रक्‍त स्राव को नियंत्रित कर सकते हैं। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए लाजवंती पौधे को पीसकर 6 चम्‍मच रस निकालें। इस रस में 2 चम्‍मच शहद मिलाये और नियमित रूप से दिन में 3 बार सेवन करें। इसके अलावा आप इसकी जड़ को पीसकर भी रस निकाल सकते हैं। इस रस में शहद और काली मिर्च को मिलाकर 5 मिलीलीटर प्रति खुराक दिन में 4 बार लें। यह महिलाओं की इस समस्‍या का इलाज कर सकती है।


पाइल्‍स एक गंभीर समस्‍या है जो बहुत ही पीड़ादायक और शर्मनाक होती है। यह शरीर में अत्‍याधिक कमजोरी भी ला सकती है, क्‍योंकि इससे अधिक मात्रा में रक्‍त स्राव हो सकता है। लेकिन इस समस्‍या का उपचार लाजवंती के पौधे से किया जा सकता है। बवासीर रोगी को इसकी पत्‍तीयां पीस कर प्रतिदिन दूध के साथ सेवन करना चाहिए। आप विकल्‍प के रूप में आप इस पौधे की जड़ का भी उपयोग कर सकते हैं। आप इसकी जड़ों को सुखाकर पाउडर बना लें। आप 1 चम्‍मच पाउडर को 4 चम्‍मच दही के साथ मिलाकर सुबह के समय सेवन करें। जब तक की आपको इससे राहत न मिले। यह बवासीर का इलाज करने का प्राकृतिक उपाय है।


4)  खाज खुजली से दिलाये राहत 

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यदि आप खुजली से परेशान हैं तो लाजवंती का उपयोग आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। खुजली वाली त्‍वचा से छुटकारा पाने के लिए आप इस पौधे की पत्तियों का पेस्‍ट बनायें और इसे प्रभावित क्षेत्र में लागू करें। विकल्‍प के लिए आप इस पौधे के रस के साथ तिल के तेल का भी उपयोग कर सकते हैं। खुजली से राहत पाने के लिए इस मिश्रण को आप प्रभावित क्षेत्र में 30 मिनिट के लिए लगा कर रखें। यह आपको खुजली से राहत दिला सकती हैं ।

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